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गोरा बच्चा पैदा करने के लिए मसाबा गुप्ता को मिल रही है रसगुल्ला खाने की सलाह, जानें क्या सच में ऐसा होता है?

फैशन डिजाइनर मसाबा गुप्ता इन दिनों प्रेग्नेंट हैं। मसाबा को गोरे (Fair Child) बच्चा होने के लिए रसगुल्ला खाने की सलाह दी जा रही है।  
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गोरा बच्चा पैदा करने के लिए मसाबा गुप्ता को मिल रही है रसगुल्ला खाने की सलाह, जानें क्या सच में ऐसा होता है?

Can Eating Rasgulla During Pregnancy Help Get Fair Babies: बॉलीवुड की फेमस एक्ट्रेस नीना गुप्ता की बेटी और फैशन डिजाइनर मसाबा गुप्ता (Masaba Gupta) जल्द ही मां बनने वाली हैं। मसाबा अपने प्रेग्नेंसी पीरियड को खूब एन्जॉय कर रही हैं। प्रेग्नेंसी में जिस तरह से आम महिलाओं को लोग कई तरह की सलाह देते हैं, ठीक वैसी ही सलाह फैशन डिजाइनर मसाबा गुप्ता को भी मिल रही हैं। पिछले दिनों दिए गए एक इंटरव्यू में मसाबा गुप्ता ने बताया कि लोग उन्हें बच्चा गोरा पैदा हो इसके लिए अजीब तरह की सलाह दे हैं। 

फैशन डिजाइनर मसाबा ने बताया कि गर्भ में पलने वाले बच्चे का रंग गोरा हो, इसके लिए लोग उन्हें रसगुल्ला खाने की सलाग दे रहे हैं। मसाबा ने कहा, 'बचपन में लोग मुझे त्वचा का रंग डार्क होने की वजह से ट्रोल करते थे और अब जब मैं प्रेग्नेंट हूं, तो लोग कहते हैं रसगुल्ला खाओ, ताकि बच्चे का रंग तुम्हारी तरह सांवला न रह जाए।' मसाबा के इंटरव्यू के बाद एक बार फिर इस बात पर बहस छिड़ गई है कि वाकई प्रेग्नेंसी में रसगुल्ला और दूध का सेवन करने से गर्भ में पलने वाले शिशु का रंग गोरा हो जाता है? आज इस लेख में गुरुग्राम स्थित सीके बिड़ला अस्पताल की स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. आस्था दयाल से जानेंगे कि प्रेग्नेंसी में रसगुल्ला खाने से शिशु का रंग होता (Can Eating Rasgulla During Pregnancy Help Get Fair Babies) है या नहीं। 

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क्या प्रेग्नेंसी में रसगुल्ला खाने से बच्चे का रंग गोरा होता है?- Can Eating Rasgulla During Pregnancy Help Get Fair Babies in hindi

डॉ. आस्था दयाल का कहना है, 'भारत में आज भी महिलाएं जब गर्भ धारण करती हैं, तो उनसे कहा जाता है कि वह रसगुल्ला, केसर, नारियल और दूध जैसी चीजों का ज्यादा से ज्यादा मात्रा में सेवन करें, ताकि गर्भ में पलने वाले शिशु का रंग गोरा हो। लेकिन मेडिकली इस बात का कोई भी प्रूफ नहीं है। हम न तो इस तरह की बातों को सच मानते हैं और न ही महिला के गर्भ में पलने वाले शिशु का रंग गोरा हो, इसके लिए इस तरह की चीजों को खाने की सलाह देते हैं।'

डॉ. आस्था के अनुसार, गर्भ में पलने वाले शिशु का रंग जन्म के बाद कैसा होगा यह उसके माता-पिता के जीन्स पर आधारित होता है। अगर माता-पिता का रंग सांवला है, तो बच्चे का रंग भी वैसा ही होगा। हमारे साथ बातचीत में एक्सपर्ट ने यह भी बताया कि पुराने जमाने में गर्भवती महिलाओं को रसगुल्ला खाने की सलाह, इसके पोषक तत्वों के कारण दी जाती थी। आइए आगे जानते हैं प्रेग्नेंसी में रसगुल्ला खाने के फायदे।

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प्रेगनेंसी में रसगुल्ला खाने के फायदे - Benefits of Eating Rasgulla During Pregnancy

डॉक्टर की मानें तो रसगुल्ला को दूध से बनाया जाता है। इसलिए इसमें कैल्शियम, प्रोटीन समेत कई पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो गर्भवती महिलाओं के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। प्रेग्नेंसी में महिलाएं अगर रसगुल्ले का सेवन करें, तो इससे कैल्शियम की कमी को पूरा करके हड्डियों को मजबूत बनाया जा सकता है। साथ ही, रसगुल्ला प्रेग्नेंसी के दौरान होने वाली थकान और शारीरिक परेशानियों को भी कम करता है। डॉक्टर का कहना है कि प्रेग्नेंसी के दौरान रसगुल्ला खाना ठीक है, लेकिन इसका सेवन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए। रसगुल्ला में ज्यादा मात्रा में कैलोरी पाई जाती है। साथ ही, इसको बनाने के लिए चीनी का इस्तेमाल होता है। इसलिए प्रेग्नेंसी के दौरान सीमित मात्रा में ही रसगुल्ला खाएं।

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डॉ. आस्था सभी प्रेग्नेंट महिलाओं को सलाह देती हैं कि वह रसगुल्ला या किसी भी अन्य तरह की मिठाई का सेवन करने से पहले ब्लड शुगर की जांच कराएं। जिन महिलाओं का ब्लड शुगर लेवल हाई है, वह मिठाई का सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह लें।

Image Credit: Instagarm

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