हर गर्भवती को प्रसव पीड़ा से गुजरना पड़ता है। लगभग 6 महीने पहले मैं भी इसी पीड़ा से गुजर चुकी हूं। 17 घंटों के दर्द के बाद जब मेरा बच्चा नॉर्मल डिलीवरी से नहीं निकला, तो डॉक्टर ने मुझे सी-सेक्शन यानी की सिजेरियन सेक्शन से डिलीवरी करने का सुझाव दिया। बच्चे की डिलीवरी के बाद जब मैं घर आई तो मेरी एक दोस्त ने कहा अब तुम अपने बच्चे को दूध नहीं पिला पाओगी। ऐसा इसलिए, क्योंकि सिजेरियन डिलीवरी के बाद ब्रेस्ट मिल्क प्रोडक्शन बहुत दिनों के बाद शुरू होता है। दोस्त की बात सुनने के बाद मैं थोड़ा घबरा गई, लेकिन मेरे साथ सब कुछ सही रहा। खुद एक्सपीरियंस करने के बाद मैंने सोचा कि मेरी दोस्त की तरह बहुत सारे लोगों को लगता होगा कि सी-सेक्शन डिलीवरी के बाद ब्रेस्ट मिल्क प्रोडक्शन देरी से होता है या होता ही नहीं है। आइए जानते हैं इस बात में कितनी सच्चाई है।
सिजेरियन डिलीवरी के बाद ब्रेस्ट मिल्क प्रोडक्शन में होती है परेशानी?
इंस्टाग्राम हैंडल बच्चों की डॉक्टर पर डॉक्टर माधवी भारद्वाज ने सिजेरियन डिलीवरी के बाद ब्रेस्ट मिल्क प्रोडक्शन में परेशानी होती या नहीं इसके बारे में एक वीडियो शेयर किया है। डॉ. माधवी के अनुसार, "सिजेरियन डिलीवरी होने का यह मतलब बिल्कुल नहीं है कि मां का ब्रेस्ट मिल्क प्रोडक्शन नहीं होगा। सिजेरियन डिलीवरी के बाद महिलाओं को सीधा लेटाया जाता है। जिसकी वजह से उन्हें लगता है कि ब्रेस्ट मिल्क प्रोडक्शन नहीं होगा। दरअसल डिलीवरी के 1 घंटे बाद तक के समय को ग्लोडन पीरियड कहा जाता है। इस दौरान मां और बच्चे का फिजिकल कनेक्शन होना बहुत जरूरी है।" एक्सपर्ट का कहना है, "डिलीवरी के बाद जब मां और बच्चे का फिजिकल कनेक्शन होता है तब महिला के शरीर से न्यूरो हार्मोनल टिगर रिलीज होता है। यह हार्मोन ब्रेस्ट मिल्क प्रोडक्शन को बढ़ावा देता है। एक्सपर्ट का कहना है कि जब न्यूरो हार्मोनल टिगर महिला के यूट्रस पर जाकर लगता है, तब ब्लीडिंग की प्रॉब्लम भी ठीक होती है।"
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सिजेरियन डिलीवरी के बाद क्यों देरी से होता है ब्रेस्ट मिल्क प्रोडक्शन
एक्सपर्ट के अनुसार, सिजेरियन डिलीवरी में कई तरह की परेशानियां होती हैं। कई बार शिशु को निक्कू में रखना पड़ता है। जिसकी वजह से ब्रेस्ट मिल्क प्रोडक्शन में देरी आ सकती है। इतना ही नहीं डिलीवरी के बाद महिलाओं को सीधा लेटाना पड़ता है और बच्चे-मां का कॉनटेक्ट नहीं होता है, जिसकी वजह से ब्रेस्ट मिल्क प्रोडक्शन में देरी आती है। एक्सपर्ट का कहना है कि मां के स्तनों में दूध का उत्पादन तब शुरू होता है, जब बच्चे के हार्मोन उसे संकेत देते हैं।
सिजेरियन डिलीवरी के बाद महिलाओं को रिकवरी के लिए कई तरह की दवाएं दी जाती हैं। कई बार दवाओं का सेवन करने की वजह से भी ब्रेस्ट मिल्क प्रोडक्शन में देरी आती है। डॉ. माधवी के अनुसार, इस स्थिति में डॉक्टर से बातचीत करनी चाहिए।
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सिजेरियन के बाद ब्रेस्ट मिल्क कैसे बढ़ाएं
सिजेरियन डिलीवरी के बाद जिन महिलाओं का ब्रेस्ट मिल्क नहीं बन रहा है, उन्हें अपने बच्चों को निप्पल को चूसने देना चाहिए। एक्सपर्ट का मानना है कि बच्चे के निप्पल को चूसने से हार्मोनल कनेक्शन बनता है, जिससे ब्रेस्ट मिल्क प्रोडक्शन शुरू होता है।
Image Credit: Freepik.com
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