मेरा बेटा एक साल की उम्र का हो चुका है। बेटे के जन्म के बाद से ही मैं उसे स्तनपान ही करवा रही हूं। जन्म के बाद मेरा बेटा बहुत ही ज्यादा रोता था। वो दिन में कई बार रोता था और हर बार मैं उसे स्तनपान करवाती थी। 10 से 15 मिनट के स्तनपान के बाद मेरा बेटा चुप हो जाता था, लेकिन हर बार मेरी भाभी यही कहती थी कि तुम्हारे दूध से बच्चे का पेट नहीं भरता है। जब मैं बच्चे को स्तनपान करवाती थी, तब मेरी भाभी कहती थीं कि तुम्हारे स्तन यानी की ब्रेस्ट का साइज मां बनने के बाद भी बहुत छोटा है। जिसकी वजह से ब्रेस्ट में पर्याप्त मात्रा में दूध नहीं पाता है और बच्चे का पेट नहीं भरता है। इतना ही नहीं बेटे की चिंता में भाभी ने उसे बीच-बीच में फार्मूला मिल्क देना शुरू कर दिया था। मेरी ही तरह कई महिलाओं को इस तरह की बातें सुननी पड़ती हैं। लेकिन क्या वाकई स्तनों का साइज छोटा होने की वजह से उसमें दूध का प्रोडक्शन कम होता है? आइए स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. तान्या गुप्ता से जानते हैं इस दावे में कितनी सच्चाई हैं। ताकि मेरी तरह पहली बार मां बनने वाली महिलाओं को ज्यादा परेशानी न झेलनी पड़े।
क्या छोटे स्तनों में दूध कम बनता है?- Do smaller breasts produce less milk?
डॉ. तान्या गुप्ता की मानें तो स्तनों के आकार का दूध के प्रोडक्शन से कोई कनेक्शन नहीं है। किसी भी महिला के स्तनों का साइज शरीर में फैट टिश्यू की वजह से होता है। जब शरीर में फैटी टिश्यू ज्यादा मात्रा में बनते हैं, तो इसकी वजह से ब्रेस्ट का साइज बड़ा होता है। जबकि फैट टिश्यू कम होने से स्तनों का साइज छोटा होता है और वह छोटे दिखते हैं। वहीं, जब बात महिला की डिलीवरी के बाद स्तनों में दूध के प्रोडक्शन की आती है तो यह स्तन ग्रंथि या मेमोरी ग्लैंड पर निर्भर करता है। मेमोरी ग्लैंड हर बच्चे की जरूरत के हिसाब से ही दूध का निर्माण करती है। बच्चे के जन्म के बाद महिला अगर बच्चे को 10 से 12 बार स्तनपान करवा रही है, तो मेमोरी ग्लैंड उसी के हिसाब से दूध का उत्पादन करेगा। अगर स्तनपान कम बार कराया जाएगा तो मेमोरी ग्लैंड कम दूध का उत्पादन करेगा।
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दूध पीने के बाद भी बच्चा क्यों रोता है?- Why does the baby cry even after drinking milk?
डॉक्टर तान्या गुप्ता की बातों से स्पष्ट है कि स्तनों में दूध के उत्पादन का उसके साइज से कोई लेना देना नहीं है। वहीं, जब बात आती है कि दूध पीने के बावजूद बच्चों बार-बार क्यों रोता है, तो इसके कई कारण हो सकते हैं। आइए जानते हैं इसके बारे में।
- गलत तरीके से बैठकर या लेटकर दूध पिलाना
- बच्चे का सही तरीके से निप्पल न पकड़ पाना, जिसकी वजह से दूध बह जाता हो।
- स्तनों में दूध बनाना, लेकिन इसकी सप्लाई सही न होना।
- दूध पिलाने के बाद बच्चे को डकार न दिलाने के कारण।
- बच्चे के पेट या शरीर के किसी हिस्से में दर्द महसूस होना।
- ज्यादा हिचकी या पेट से गैस निकलने की वजह से।
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बार-बार स्तनपान करवाने के बावजूद अगर आपका बच्चा बार-बार रो रहा है, तो इसके लिए किसी लैक्टेशन एक्सपर्ट से सलाह लीजिए। अगर आपको ऐसा लगता है कि स्तनपान का तरीका तो सही है, लेकिन बच्चे को किसी तरह की आंतरिक परेशानी महसूस हो रही है, जिसकी वजह से बार-बार रो रहा है, तो बाल रोग विशेषज्ञ से इस विषय पर बात करें।
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