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प्रेग्नेंसी की पहली त‍िमाही में बुखार होने के क्‍या कारण हो सकते हैं? डॉक्‍टर से जानें

प्रेग्नेंसी की पहली त‍िमाही में कई मह‍िलाओं को बुखार के लक्षण महसूस होते हैं। ऐसा क‍िसी बीमारी या संक्रमण के कारण भी हो सकता है। 
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प्रेग्नेंसी की पहली त‍िमाही में बुखार होने के क्‍या कारण हो सकते हैं? डॉक्‍टर से जानें


Causes of Fever in First Trimester: प्रेग्नेंसी हर मह‍िला के ल‍िए एक खूबसूरत समय होता है जब वह अपने होने वाले बच्‍चे को धीरे-धीरे बड़ा होते देखती है। प्रेग्नेंसी से लेकर श‍िशु के जन्‍म और उसके बाद भी होने वाली मां की सेहत के प्रत‍ि जरा सी भी लापरवाही हान‍िकारक हो सकती है। ऐसे में होने वाली मांओं को पूरा ध्‍यान, अपनी सेहत पर लगाना चाह‍िए। कई मांओं को प्रेग्नेंसी की पहली त‍िमाही में बुखार के लक्षण नजर आते हैं। बुखार होने पर शरीर का तापमान सामान्‍य से ज्‍यादा हो जाता है। बुखार, आमतौर पर, इंफेक्‍शन या क‍िसी अन्‍य स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍या के संकेत के तौर पर होता है। बुखार होने पर गर्भवती मह‍िला के शरीर का तापमान बढ़ जाता है, पसीना आने लगता है, ठंड लगती है, स‍िर में दर्द होता है, मांसपेश‍ियों में दर्द हो सकता है और अध‍िक थकान महसूस होती है। प्रेग्नेंसी की पहली त‍िमाही में बुखार के कारण और इसका इलाज आगे जानेंगे। इस व‍िषय पर बेहतर जानकारी के ल‍िए हमने लखनऊ के केयर इंस्‍टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी  फ‍िजिश‍ियन डॉ सीमा यादव से बात की। 

causes of fever in pregnancy

प्रेग्नेंसी की पहली त‍िमाही में गर्भवती मह‍िलाओं को होने वाली समस्‍याएं- First Trimester Problems  

  • गर्भाशय के फैलने और ख‍िंचाव के कारण पेट में ऐंठन महसूस हो सकती है। 
  • पहली ति‍माही में हार्मोनल बदलाव और मानस‍िक तनाव के कारण उदासी और च‍िड़चिड़ापन महसूस हो सकता है।  
  • हार्मोनल परिवर्तन और पाचन तंत्र के धीमा हो जाने के कारण सीने में जलन और अपच जैसे लक्षण नजर आ सकते हैं। 
  • प्रोजेस्टेरोन के स्तर में वृद्धि के कारण पाचन संबंध‍ित समस्‍याएं हो सकती हैं। 
  • पहली त‍िमाही में मह‍िलाओं को अध‍िक थकान, ऊर्जा की कमी और मॉर्न‍िंग स‍िकनेस महसूस हो सकती है।     

प्रेग्नेंसी की पहली त‍िमाही में बुखार होने के कारण- Causes of Fever in First Trimester of Pregnancy 

  • प्रेग्नेंसी की पहली तिमाही में बुखार होना सामान्य नहीं है और इसे गंभीरता से लिया जाना चाहिए। बुखार के कई कारण हो सकते हैं-
  • वायरल या बैक्‍टीर‍ियल संक्रमण जैसे क‍ि सर्दी, फ्लू, यूटीआई होने पर बुखार हो सकता है। 
  • प्रेग्नेंसी में म‍िसकैरेज या एक्‍टोप‍िक प्रेग्नेंसी जैसी स्‍थ‍ित‍ियों में भी बुखार आ सकता है।
  • प्रेग्नेंसी के दौरान रोग प्रत‍िरोधक क्षमता में भी बदलाव होते हैं ज‍िसके कारण इंफेक्‍शन का खतरा बढ़ जाता है। 
  • प्रेग्नेंसी में बुखार आने पर तुरंत डॉक्‍टर से संपर्क करें। 

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प्रेग्नेंसी में बुखार होने पर क्‍या करें?- How to Treat Fever in Pregnancy 

  • पर्याप्त आराम करने से शरीर को संक्रमण से लड़ने में मदद मिलती है।
  • ज्यादा पानी, जूस और अन्य तरल पदार्थ पिएं ताकि शरीर हाइड्रेटेड रहे और ज‍िस इंफेक्‍शन के कारण बुखार आ रहा है, वह जल्‍दी खत्‍म हो जाए।  
  • माथे पर ठंडी पट्टियां रखें, जिससे शरीर का तापमान कम हो सके।
  • हल्का और पौष्टिक भोजन करें जिससे शरीर को जरूरी पोषक तत्व मिल सकें और कमजोरी न हो।
  • प्रेग्नेंसी के दौरान बुखार को कम करने के लिए डॉक्टर पैरासिटामोल लेने की सलाह देते हैं। अन्य दर्द निवारक दवा, जैसे कि इबुप्रोफेन, प्रेग्नेंसी में आमतौर पर सुरक्षित नहीं मानी जातीं, इसलिए इनका इस्‍तेमाल करने से पहले डॉक्‍टर से सलाह जरूर लें। 
  • नींबू और शहद का गर्म पानी और तुलसी की चाय पीने से भी बुखार के लक्षणों को कम करने में मदद म‍िलती है।

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