
Eating Jamun in Pregnancy: प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को खानपान का विशेष ध्यान रखना चाहिए। इस दौरान खानपान से जुड़ी लापरवाही सेहत पर भारी पड़ सकती है। आज के समय में जहां सोशल मीडिया, इंटरनेट समेत तमाम जगहों पर प्रेग्नेंसी से जुड़ी जानकारियां मौजूद हैं। वहीं इसको लेकर तमाम तरह के मिथक भी खूब प्रचलित होते हैं। ऐसा कहा जाता है कि प्रेग्नेंसी के दौरान जामुन खाने से होने वाले बच्चे का रंग काल हो जाता है। प्रेग्नेंसी में जामुन खाने को लेकर इस तरह की कई अन्य बातें भी कही जाती हैं।
सेहत और खानपान से जुड़ी ऐसी ही बातों की सच्चाई बताने के लिए हम 'धोखा या हकीकत' नाम से एक सीरीज चला रहे हैं। इसके तहत हम आपको ऐसी ही बातों की सच्चाई डॉक्टर या एक्सपर्ट के जरिए देने की कोशिश कर रहे हैं। ओनलीमायहेल्थ की स्पेशल Fact Check सीरीज 'धोखा या हकीकत' में आइए जानते हैं, क्या वाकई प्रेग्नेंसी के दौरान जामुन खाने से बच्चे का रंग काला होता है?
क्या प्रेग्नेंसी में जामुन खाने से बच्चे का रंग काला होता है?
प्रेग्नेंसी के दौरान फलों का सेवन सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है। फलों में मौजूद पोषक तत्व शरीर को पोषण देते हैं, जिससे गर्भवती महिला और गर्भ में पल रहे शिशु दोनों को फायदा मिलता है। जामुन भी एक स्वादिष्ट फल है, जिसमें कई तरह के पोषक तत्व और गुण पाए जाते हैं। इसमें विटामिन सी, आयरन, फाइबर, एंटी-ऑक्सीडेंट समेत कई गुण मौजूद होते हैं। स्टार मैटरनिटी हॉस्पिटल की स्त्री और प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ विजय लक्ष्मी कहती हैं, "प्रेग्नेंसी में जामुन खाने से बच्चे का रंग काला होने के कोई वैज्ञानिक प्रूफ नहीं है। बच्चे की स्किन का रंग माता-पिता के जीन पर निर्भर करता है, न कि किसी खास तरह के फूड्स का सेवन करने पर। कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि प्रेग्नेंसी में जामुन खाने से बच्चे का रंग काला होने का दावा पूरी तरह से गलत है।"

इसे भी पढ़ें: Fact Check: क्या वाकई सोडा पीने से कैंसर हो सकता है? जानें क्या कहते हैं डॉक्टर
प्रेग्नेंसी में जामुन खाने से शरीर को विटामिन सी, आयरन, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स मिलते हैं। ये सभी पोषक तत्व गर्भवती महिलाओं के लिए लाभकारी होते हैं। विटामिन सी इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करता है, आयरन एनीमिया को रोकता है, फाइबर पाचन में सहायता करता है और एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर को मुक्त कणों से बचाते हैं।
प्रेग्नेंसी में जामुन खाने से जुड़ी सावधनियां
जामुन गर्भावस्था में सुरक्षित रूप से खाया जा सकता है, बशर्ते इसे संतुलित मात्रा में सेवन किया जाए। प्रेग्नेंसी में जामुन का सेवन करते समय इन बातों का ध्यान रखना चाहिए-
- डायबिटीज: जिन महिलाओं को डायबिटीज है, उन्हें जामुन का सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए क्योंकि इसमें शुगर की मात्रा थोड़ी अधिक होती है।
- एलर्जी: अगर आपको जामुन से एलर्जी है तो इसका सेवन बिल्कुल न करें।
- सफाई: जामुन को अच्छी तरह धोकर ही खाएं।
इसे भी पढ़ें: Fact Check: क्या गर्भनिरोधक गोलियां खाने से कैंसर हो सकता है? डॉक्टर से जानें सच्चाई
प्रेग्नेंसी के दौरान हेल्दी और पौष्टिक डाइट का सेवन करना चाहिए। इसके लिए डाइट में फल, सब्जियां, दालें, अनाज, दूध और दही आदि जरूर शामिल करने चाहिए। इसके अलावा रोजाना पर्याप्त मात्रा में पानी जरूर पीना चाहिए। जामुन एक पौष्टिक फल है जिसमें कई तरह के पोषक तत्व होते हैं। इसे संतुलित मात्रा में खाया जा सकता है। हालांकि, गर्भावस्था के दौरान किसी भी खाद्य पदार्थ का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लेना हमेशा बेहतर होता है।
(Image Courtesy: freepik.com)
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version