
हम अक्सर मान लेते हैं कि वजन बढ़ना सिर्फ ज्यादा खाने या कम एक्सरसाइज करने की वजह से होता है, लेकिन कई बार इसके पीछे शरीर के हार्मोनल असंतुलन (Hormonal Imbalance) की भी अहम भूमिका होती है। इनमें से एक हार्मोन है कोर्टिसोल (Cortisol), जिसे स्ट्रेस हार्मोन कहा जाता है। जब हम लगातार स्ट्रेस में रहते हैं, तो शरीर कोर्टिसोल का लेवल बढ़ा देता है। यह हार्मोन शरीर को तुरंत एनर्जी देने के लिए काम करता है, लेकिन अगर इसका लेवल लंबे समय तक हाई बना रहे, तो यह वजन बढ़ने का कारण बन सकता है, खासतौर पर पेट के आसपास फैट जमा होने की आशंका ज्यादा रहती है। इतना ही नहीं, हाई कोर्टिसोल भूख को बढ़ाता है, मीठे और फैटी फूड की क्रेविंग को भी बढ़ाता है और मेटाबॉलिज्म को भी धीमा कर देता है। आइए जानते हैं, कैसे हाई कोर्टिसोल वजन बढ़ाने के लिए क्यों जिम्मेदार है? इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ, विकास नगर स्थित न्यूट्रिवाइज क्लीनिक की न्यूट्रिशनिस्ट नेहा सिन्हा से बात की।
कोर्टिसोल क्या है और इसका शरीर में क्या काम है?- What Is Cortisol And Its Role In Body
न्यूट्रिशनिस्ट नेहा सिन्हा ने बताया कि कोर्टिसोल एक स्टेरॉयड हार्मोन है जो एड्रिनल ग्लैंड्स से बनता है। इसका मुख्य काम तनाव से निपटने में शरीर की मदद करना है। यह ब्लड शुगर लेवल, ब्लड प्रेशर और एनर्जी मेटाबॉलिज्म को कंट्रोल करता है, लेकिन जब तनाव लगातार बना रहता है, तो कोर्टिसोल का लेवल भी लंबे समय तक हाई रहता है, जिससे शरीर में फैट स्टोरेज बढ़ जाता है।
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हाई कोर्टिसोल से वजन क्यों बढ़ता है?- How High Cortisol Causes Weight Gain
- कोर्टिसोल भूख को बढ़ाता है और हाई-कैलोरी फूड्स खाने का मन करता है।
- यह शरीर को फैट स्टोर करने के लिए प्रेरित करता है, खासकर पेट और कमर के आसपास।
- यह इंसुलिन सेंसिटिविटी को कम कर देता है, जिससे ब्लड शुगर लेवल बढ़ता है और फैट जमा होता है।
- यह नींद की गुणवत्ता को प्रभावित करता है, जिससे मेटाबॉलिज्म और एनर्जी लेवल घटता है जिससे कमजोरी और थकान महसूस होती है।
हाई कोर्टिसोल के लक्षण पहचानें- Symptoms Of High Cortisol Level
- पेट के आसपास वजन बढ़ना
- बार-बार मीठा खाने की इच्छा होना
- थकान और मूड स्विंग्स
- नींद की कमी या बेचैनी
- चेहरे पर सूजन होना
- बाल झड़ना या त्वचा का पतला होना
- अगर ये लक्षण लंबे समय तक बने रहें, तो डॉक्टर से जांच कराना जरूरी है।
कोर्टिसोल लेवल को कम करने के उपाय- Ways To Reduce Cortisol Levels
- मेडिटेशन और योग की मदद से स्ट्रेस और कोर्टिसोल दोनों को कम करने में मदद मिलती है।
- कोर्टिसोल लेवल को कम करने के लिए पर्याप्त नींद लें। 7-8 घंटे की नींद हार्मोनल बैलेंस बनाए रखती है।
- न्यूट्रिशनिस्ट नेहा सिन्हा ने बताया कि कोर्टिसोल लेवल को कम करने के लिए संतुलित डाइट अपनाएं। साबुत अनाज, ग्रीन वेजिटेबल्स, नट्स और ओमेगा-3 फूड्स लें।
- कैफीन और शुगर को कम करें। ये दोनों कोर्टिसोल को बढ़ाते हैं।
- रेगुलर एक्सरसाइज करें। हल्की वॉक या कार्डियो मूड और हार्मोन को संतुलित करते हैं।
डॉक्टर से सलाह कब लें?- When To Consult Doctor
अगर आपका वजन अचानक बढ़ रहा है, स्ट्रेस ज्यादा है, या ब्लड शुगर असंतुलित महसूस हो रही है, तो एंडोक्रिनोलॉजिस्ट से मिलें। एक सिंपल ब्लड या सलाइवा टेस्ट से कोर्टिसोल लेवल की जांच की जा सकती है।इसही इलाज और जीवनशैली सुधार से इसे कंट्रोल किया जा सकता है।
निष्कर्ष:
हाई कोर्टिसोल लेवल को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए, क्योंकि यह न सिर्फ वजन बढ़ाता है बल्कि मेटाबॉलिज्म, नींद और मूड पर भी असर डालता है। तनाव कम करना, हेल्दी डाइट लेना और पर्याप्त नींद लेकर इसे कंट्रोल कर सकते हैं। याद रखें कि स्ट्रेस कम होगा, तो वजन भी कंट्रोल में रहेगा।
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FAQ
कोर्टिसोल हार्मोन क्या है?
कोर्टिसोल एक स्टेरॉयड हार्मोन है जो एड्रिनल ग्लैंड से बनता है। इसे स्ट्रेस हार्मोन कहा जाता है क्योंकि यह शरीर को तनाव की स्थिति में एनर्जी देने में मदद करता है।कोर्टिसोल हार्मोन का काम क्या है?
यह ब्लड शुगर, मेटाबॉलिज्म, ब्लड प्रेशर और इम्यून सिस्टम को कंट्रोल करता है। तनाव के समय शरीर को उससे निपटने में मदद करता है और एनर्जी बैलेंस बनाए रखता है।कोर्टिसोल हार्मोन के असंतुलित होने पर क्या करें?
पर्याप्त नींद लें, योग, मेडिटेशन करें और संतुलित डाइट अपनाएं। अगर कोर्टिसोल ज्यादा या कम होने के लक्षण बने रहें, तो डॉक्टर से जांच करवाना जरूरी है।
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Current Version
Oct 12, 2025 10:45 IST
Published By : Yashaswi Mathur