Shilajit with ghee benefits: शिलाजीत, एक गाढ़ा भूरे रंग का, चिपचिपा पदार्थ है जो कि कई औषधीय गुणों से भरपूर है। शिलाजीत मुख्य रूप से एक एनर्जी बूस्टर जड़ीबूटी है जिसका सेवन आपको कई समस्याओं से बचा सकता है। दरअसल, शिलाजीत शरीर में माइटोकॉन्ड्रियल फंक्शन में सुधार करके कई अंगों के कामकाज में तेजी ला सकता है जिससे एनर्जी बढ़ती है और कई बीमारियों से बचाव होता है। इसे लोग थकान, स्टैमिना की कमी और स्ट्रेस कम करने के लिए इस्तेमाल करते हैं। लेकिन, अलग-अलग समस्याओं के लिए इसके सेवन का तरीका अलग होता है। जैसे कि कुछ स्ट्रेस कम करने के लिए शिलाजीत को दूध के साथ लेते हैं तो पेट की समस्याओं के लिए इसे शहद के साथ लेते हैं। इसी प्रकार से क्या शिलाजीत को घी में मिलाकर ले सकते हैं? जानते हैं इस बारे में विस्तार से Dr. Sushma Shenoy, Consultant Department of Aesthetic Medicine, SDM college of Ayurveda Hospital and Research Center, Kuthpady Udupi
क्या शिलाजीत को घी के साथ ले सकते हैं?
डॉ. सुषमा शेनॉय कहती हैं कि ''हां, शिलाजीत का सेवन घी के साथ किया जा सकता है। आयुर्वेद में इसे लाभकारी माना जाता है और इन दोनों का सेवन आपको कई समस्याओं से बचा सकता है।'' डॉ. सुषमा बताती हैं कि विशेष रूप से घी एक वाहक के रूप में कार्य करता है जो शिलाजीत के खनिजों और जैवसक्रिय यौगिकों के अवशोषण को बढ़ाता है। इसलिए ये दोनों मिलकर शरीर को कई सारे लाभ पहुंचाते हैं। जैसे कि
1. इम्यूनिटी बढ़ाने में मददगार
शिलाजीत और दूध का सेवन शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद कर सकता है। जब आप इन दोनों को एक साथ लेते हैं तो इनके सेवन से शरीर की इम्यूनिटी बढ़ती है। शिलाजीत में फुलविक एसिड (fulvic acid) होता है जो कि एक प्रकार का एंटीऑक्सीडेंट है। यह मुक्त कणों से होने वाले नुकसानों से बचाता है और इम्यूनिटी बढ़ाने वाले कोशिकाओं को बढ़ावा देता है। इससे शरीर मौसमी बीमारियों से बचा रहता है।
2. स्टैमिना बूस्टर
डॉ. सुषमा शेनॉय कहती हैं कि घी में गुड फैट होते हैं जो शिलाजीत के पोषक तत्वों के बेहतर अवशोषण में मदद करते हैं, जिससे यह संयोजन एक प्राकृतिक ऊर्जा वर्धक बन जाता है। नियमित सेवन आपको सक्रिय रख सकता है और दिन भर की सुस्ती को कम कर सकता है और स्टैमिना बूस्ट करने में मदद करता है।
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3. प्रजनन स्वास्थ्य में सुधार करने वाला
शिलाजीत को जब आप घी में मिलाकर लेते हैं तो यह प्रजनना स्वास्थ्य को बढ़ावा देने का काम करता है। इन दोनों को मिलाकर लेने से मूड बूस्ट होता है और लव हार्मोन्स को बढ़ावा मिलता है। इसके अलावा महिला हो या पुरुष ये दोनों के हार्मोनल हेल्थ को बढ़ावा देने में मददगार है जिससे प्रजनन स्वास्थ्य बेहतर होता है।
4. जोड़ों और हड्डियों को मजबूती देने में मददगार
जोड़ों और हड्डियों के लिए शिलाजीत और घी का कॉम्बिनेशन काफी मददगार है। शिलाजीत ने हड्डियों की क्षति, सूजन और ऑक्सीडेटिव तनाव को कर सकता है और हड्डियों को मदद करने में मददगार है। इसके अलावा घी हड्डियों में नमी बढ़ाने और फ्रैक्चर को कम करने में मददगार है। इन दोनों का सेवन ऑस्टियोपोरोसिस और जोड़ों में सूजन की समस्या को कम करने में सहायक है।
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इन समस्याओं में न करें शिलाजीत और घी का सेवन
डॉ. सुषमा शेनॉय कहती हैं कि घी शिलाजीत की तीव्रता को संतुलित करता है और इसे पेट के लिए हल्का बनाता है क्योंकि शिलाजीत की प्रकृति गर्म होती है। इसके अलावा यह गुर्दे की पथरी, हाई यूरिक एसिड और पुरानी एसिडिटी जैसी स्वास्थ्य समस्या वाले लोगों को शिलाजीत के सेवन से बचना चाहिए।
शिलाजीत का सेवन डॉक्टरों की सलाह के अनुसार करने का सुझाव दिया जाता है क्योंकि यह एक गर्म खनिज है जिससे सेहत से जुड़ी कई समस्याएं हो सकती हैं।
FAQ
शिलाजीत का सेवन कब नहीं करना चाहिए?
शिलाजीत का सेवन शरीर की गर्मी बढ़ा सकता है। इसलिए गर्भवती महिलाओं, पित्त दोष की समस्या वाले लोगो, हाई बीपी और डायबिटीज की दिक्कत वाले लोगों को इसके सेवन से बचना चाहिए।क्या शिलाजीत लिवर के लिए खराब है?
शिलाजीत गर्म होती है इसलिए लिवर के लिए इसका सेवन करने से पहले डॉक्टर से बात करें। फैटी लिवर वाले लोगों के लिए जहां यह लिवर डिटॉक्स में मददगार हो सकती है वहीं, लिवर में सूजन से पीड़ित लोगों के लिए इसका सेवन सही नहीं है।क्या शिलाजीत खाली पेट खाना चाहिए?
शिलाजीत को खाली पेट खाना हर किसी के लिए सही नहीं है क्योंकि इससे पेट का ताप बढ़ सकता है और पित्त बढ़ने की समस्या हो सकती है।