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ब्राह्मी या शंखपुष्पी, दिमाग की शक्ति बढ़ाने में कौन है ज्यादा असरदार?

आज के तेज जीवन में याददाश्त कमजोर होना, ध्यान भटकना या उम्र बढ़ने के साथ सोचने-समझने की क्षमता में कमी होना आम समस्याएं बन गई हैं। यहां जानिए, ब्राह्मी या शंखपुष्पी, कौन है बेहतर ब्रेन टॉनिक?
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ब्राह्मी या शंखपुष्पी, दिमाग की शक्ति बढ़ाने में कौन है ज्यादा असरदार?


आज के जीवन में मानसिक स्पष्टता और ब्रेन पावर बनाए रखना हर उम्र की जरूरत बन गया है। पढ़ाई, काम और रोजमर्रा की चुनौतियों के बीच ध्यान केंद्रित रखना, याददाश्त को तेज रखना और मानसिक थकान से बचना बहुत जरूरी है। ऐसे में आयुर्वेदिक हर्ब्स का इस्तेमाल कई लोगों के लिए पहला विकल्प बन चुका है। दो ऐसे हर्ब्स जो ब्रेन हेल्थ में सबसे ज्यादा चर्चा में हैं, वे हैं ब्राह्मी और शंखपुष्पी, लेकिन सवाल यह है कि क्या ब्राह्मी और शंखपुष्पी का इस्तेमाल हर किसी के लिए एक जैसा फायदेमंद है और कौन सा हर्ब आपके दिमाग की शक्ति के लिए बेहतर है? इस बारे में ज्यादा जानकारी के लिए हमने, सिरसा के रामहंस चेरिटेबल हॉस्पिटल के आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा (Ayurvedic doctor Shrey Sharma from Ramhans Charitable Hospital) से बात की-

ब्राह्मी या शंखपुष्पी, कौन है बेहतर ब्रेन टॉनिक - Brahmi Vs Shankhpushpi, Which Herb is Better for Brain Power

1. ब्राह्मी - Brahmi

डॉ. श्रेय शर्मा बताते हैं कि ब्राह्मी का लैटिन नाम Bacopa monnieri है। यह हर्ब विशेष रूप से मेमोरी और संज्ञानात्मक क्षमता बढ़ाने में मदद करता है। ब्राह्मी का नियमित सेवन उम्र से जुड़ी मानसिक समस्याओं जैसे कि व्यक्ति को न पहचानना, रोजमर्रा के काम में भूल होना आदि में लाभकारी होता है। ब्राह्मी को आयुर्वेद में शीत वीर्य और रसायन माना जाता है, जिसका मतलब है कि यह शरीर और दिमाग की उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा कर सकता है और ब्रेन पावर को सुधारने में मदद करता है।

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ब्राह्मी मस्तिष्क में न्यूरोट्रांसमीटर की क्रियाशीलता को बढ़ाकर ध्यान, फोकस और याददाश्त को तेज करती है। इसके एंटीऑक्सीडेंट गुण ब्रेन सेल्स को नुकसान से बचाते हैं और मानसिक थकान को कम करते हैं। इस वजह से ब्राह्मी को लंबे समय तक इस्तेमाल करना सुरक्षित और लाभकारी माना जाता है।

2. शंखपुष्पी - Shankhpushpi

शंखपुष्पी का लैटिन नाम Convolvulus pluricaulis है। डॉ. श्रेय शर्मा के अनुसार, शंखपुष्पी मुख्य रूप से ब्रेन में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाने और मानसिक ताजगी प्रदान करने के लिए इस्तेमाल होती है। यह ध्यान और स्मृति क्षमता को बढ़ाती है, लेकिन मेमोरी सुधार के मामले में ब्राह्मी की तुलना में कम प्रभावशाली है। शंखपुष्पी का सेवन करने से मस्तिष्क की कोशिकाओं तक ऑक्सीजन और पोषण तत्व जल्दी पहुंचते हैं, जिससे दिमाग ज्यादा चौकस और ऊर्जा से भरपूर महसूस करता है। इसलिए ध्यान केंद्रित करना, थकान कम करना और तनाव को नियंत्रित करना इसके प्रमुख फायदे हैं।

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brahmi vs shankhpushpi

दोनों हर्ब्स की तुलना: कौन कब बेहतर है?

डॉ. श्रेय शर्मा के अनुसार, अगर मुख्य उद्देश्य मेमोरी और उम्र से जुड़ी मानसिक समस्याओं को सुधारना है, तो ब्राह्मी सबसे प्रभावशाली है। वहीं, अगर उद्देश्य ब्रेन में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाकर ताजगी और ऊर्जा लाना है, तो शंखपुष्पी काम आएगी।

निष्कर्ष

ब्राह्मी और शंखपुष्पी दोनों ही आयुर्वेदिक हर्ब्स हैं जो दिमाग की शक्ति और मानसिक स्वास्थ्य के लिए लाभकारी हैं। ब्राह्मी मेमोरी सुधार और उम्र से जुड़ी मानसिक समस्याओं के लिए अच्छी है, जबकि शंखपुष्पी ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाकर मानसिक ताजगी और एनर्जी देती है। डॉ. श्रेय शर्मा के अनुसार, इन हर्ब्स का सही इस्तेमाल करके हम ब्रेन पावर, फोकस और मानसिक ताजगी दोनों हासिल कर सकते हैं।

All Images Credit- Freepik

FAQ

  • कौन सा हर्ब ब्रेन पावर के लिए ज्यादा असरदार है?

    डॉ. श्रेय शर्मा के अनुसार, मेमोरी सुधार के लिए ब्राह्मी सबसे प्रभावशाली है, जबकि फोकस और मानसिक ऊर्जा के लिए शंखपुष्पी बेहतर है।
  • ब्राह्मी खाने से क्या फायदा होता है?

    ब्राह्मी (Bacopa monnieri) एक आयुर्वेदिक हर्ब है जो दिमाग की क्षमता और याददाश्त बढ़ाने में मदद करती है। इसके गुण उम्र बढ़ने से होने वाले दिमागी नुकसान को धीमा करते हैं और मानसिक ताजगी बनाए रखते हैं, नियमित सेवन से ब्रेन पावर मजबूत होती है।
  • क्या अपराजिता और शंखपुष्पी एक ही हैं?

    अपराजिता और शंखपुष्पी एक ही नहीं हैं, लेकिन दोनों आयुर्वेद में ब्रेन हेल्थ और मानसिक ताजगी के लिए उपयोगी हर्ब्स माने जाते हैं।

 

 

 

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  • Current Version

  • Oct 10, 2025 14:03 IST

    Published By : Akanksha Tiwari

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