
आज की तेज तर्रार जिंदगी में लोग अक्सर स्वाद और आदत के चलते हर चीज का सेवन बिना सोचे-समझे कर लेते हैं। ऐसा ही एक आम व्यवहार है भोजन के तुरंत बाद ठंडा पानी पीना। गर्मी हो या ठंडी, रेस्तरां में खाना खाते ही लोग बर्फ जैसे ठंडे पानी के गिलास की ओर हाथ बढ़ाते हैं। यह एक आम आदत बन गई है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इससे आपकी पाचन क्रिया पर क्या असर पड़ता है? आयुर्वेद, जो हजारों साल पुरानी भारतीय चिकित्सा पद्धति है, वह भोजन के बाद ठंडे पानी को सेहत के लिए हानिकारक मानता है। इसके स्थान पर गुनगुने या हल्के गर्म पानी को बेहतर विकल्प बताया गया है और वह भी तुरंत नहीं, बल्कि भोजन के कम से कम 30 मिनट बाद। इस लेख में सिरसा के रामहंस चेरिटेबल हॉस्पिटल के आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा (Ayurvedic doctor Shrey Sharma from Ramhans Charitable Hospital) से जानिए, खाने के बाद गुनगुना पानी क्यों पीना चाहिए?
खाने के बाद गुनगुना पानी क्यों पीना चाहिए? - Why Ayurveda Recommends Warm Water After Meals
आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा बताते हैं कि भोजन के बाद बहुत कम मात्रा में सुख ऊष्ण या ऊष्ण पानी पीने की सलाह दी जाती है, जो कि हमारे पाचक रसों के लिए लाभकारी होता है और भोजन को पचाने में मदद करता है। गर्म पानी पाचन को सुगम बनाता है, आमनाशक होता है और पाचन बेहतर करता है। अगर कोई व्यक्ति भारी भोजन भी करता है तो वह भी आसानी से पच जाएगा। आसानी से समझने के लिए अगर आप किसी गर्म चीज में अचानक ठंडा पानी डाल देंगे तो इससे सब ठंडा पड़ जाएगा, वहीं अगर आप गर्म चीज में और गर्म पानी डालेंगे तो सब सुचारू रहेगा। ऐसा ही हमारे पेट के साथ है, पेट अंदर भोजन के बाद गर्म होता है तो ऐसे में पाचन को सुगम बनाने के लिए हमेशा कम मात्रा में गुनगुना पानी ही पीना चाहिए।
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- अगर हम खाने के तुरंत बाद ठंडा पानी पीते हैं, तो यह पाचन अग्नि को कमजोर कर सकता है।
- पाचन क्रिया धीमी होने से भोजन ठीक से नहीं पचता, जिससे गैस, एसिडिटी और ब्लोटिंग जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
- वहीं, गुनगुना पानी पाचन क्रिया को बढ़ावा देता है और भोजन को जल्दी पचाने में मदद करता है।
- गर्म पानी खाने के बाद पीने से पेट में भोजन जल्दी टूटता है और पाचन बेहतर होता है।
- गर्म पानी शरीर के अंदर जमा विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है।
- खाना खाने के बाद गर्म पानी पीने से मेटाबॉलिज्म बढ़ता है और वजन कंट्रोल रहता है।
- ठंडा पानी पीने से पेट में गैस बन सकती है, जबकि गर्म पानी इसे कम करता है।
- गर्म पानी पीने से ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है और शरीर के अंग बेहतर तरीके से काम करते हैं।
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आयुर्वेद में पानी पीने का सही समय - Right time to drink water according to Ayurveda
- सुबह उठते ही एक गिलास गुनगुना पानी पीना शरीर को हाइड्रेट और डिटॉक्स करता है।
- भोजन के दौरान पानी कम मात्रा में पीना चाहिए।
- भोजन के 30-40 मिनट बाद गुनगुना पानी या हर्बल चाय लेना लाभकारी होता है।
- भोजन के दौरान भारी पानी या ठंडे ड्रिंक से बचें।
- भोजन के तुरंत बाद तली-भुनी या ठंडी चीजें न खाएं।
- दिनभर गुनगुना पानी और हर्बल चाय का सेवन करें।
निष्कर्ष
आयुर्वेद के अनुसार भोजन के बाद गर्म पानी पीना शरीर और पाचन के लिए बेहद फायदेमंद है। यह न केवल पाचन क्रिया को सुधारता है, बल्कि गैस, एसिडिटी और मोटापे जैसी समस्याओं से भी बचाता है। इस छोटे बदलाव से आप स्वस्थ, हल्का और एनर्जी से भरपूर महसूस करेंगे, और आपका शरीर लंबे समय तक स्वस्थ रहेगा।
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FAQ
खाना खाने के बाद ठंडा पानी पीने से क्या होता है?
ठंडा पानी पाचन क्रिया को धीमा कर सकता है, जिससे भोजन ठीक से नहीं पचता और गैस, एसिडिटी या मोटापा बढ़ सकता है।गर्म पानी पीने का सही तरीका क्या है?
पानी गुनगुना या हल्का गर्म होना चाहिए, न बहुत गर्म और न बिलकुल ठंडा। यह पेट और गले के लिए सुरक्षित रहता है।क्या गर्म पानी वजन घटाने में मदद करता है?
गर्म पानी मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है और भोजन के पचने की प्रक्रिया को तेज करता है, जिससे वजन कंट्रोल रखने में मदद मिलती है।
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Current Version
Oct 09, 2025 18:34 IST
Modified By : Akanksha TiwariOct 09, 2025 18:34 IST
Published By : Akanksha Tiwari