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बारिश में न खाएं ये 5 स्ट्रीट फूड्स, वरना हो सकती है फूड पॉइजनिंग

स्ट्रीट और तली-फली चीजों से फूड पॉइजनिंग, मोटापा, हार्ट की बीमार‍ियां व पाचन समस्याएं हो सकती हैं, फास्ट फूड से डायबिटीज का खतरा भी बढ़ता है।
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बारिश में न खाएं ये 5 स्ट्रीट फूड्स, वरना हो सकती है फूड पॉइजनिंग


बार‍िश के द‍िन आते ही हर तरफ हर‍ियाली, ठंडी हवाएं और भीनी-भीनी खुशबू फैल जाती है। इस मौसम में लोगों का मन तली-भुनी चीजें खाने का करता है, खासतौर पर स्ट्रीट फूड्स जैसे पकौड़े, पानी पुरी, आलू चाट वगैरह। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यही फूड्स बारिश में आपकी सेहत के लिए सबसे बड़ा खतरा बन सकते हैं? लखनऊ के व‍िकास नगर में स्‍थ‍ित‍ न्‍यूट्र‍िवाइज क्‍लीन‍िक की न्‍यूट्र‍िशन‍िस्‍ट नेहा स‍िन्‍हा बताती हैं क‍ि बारिश के द‍िनों में नमी और गंदगी के कारण बैक्टीरिया, वायरस और फंगस तेजी से फैलते हैं। खुले में बने या कटे फूड्स, वायरस या फंगस की चपेट में आसानी से आ जाते हैं। ऐसे में बारिश में कुछ स्ट्रीट फूड्स से दूरी बनाना न सिर्फ समझदारी है, बल्कि जरूरी भी। अगर आप सोचते हैं कि एक बार खाने से क्या फर्क पड़ेगा, तो ये जानना जरूरी है कि बारिश में पेट की बीमार‍ियां बहुत तेजी से फैलती हैं और इनमें से कुछ गंभीर भी हो सकती हैं। इस लेख में हम कुछ ऐसे स्‍ट्रीट फूड्स के बारे में आपको बताएंगे, ज‍िनका सेवन, बार‍िश के द‍िनों में नहीं करना चाह‍िए।

1. पानी पुरी या गोलगप्‍पे- Pani Puri or Gol Gappe

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बारिश के मौसम में पानी पुरी खाना जितना अच्‍छा लगता है, उतना ही खतरनाक हो सकता है। ज्‍यादातर पानी पुरी या गोलगप्‍पे, खुले में बिकती है और उसमें इस्तेमाल होने वाला पानी साफ नहीं होता। नलों या बोतल के बिना ढंके पानी से बनी यह पुरी टाइफाइड, डायरिया और हैजा जैसे रोग फैला सकती है। इसके साथ ही, गोलगप्‍पे को हाथ से भरने के दौरान हाइजीन का बिल्कुल ध्यान नहीं रखा जाता, जिससे इंफेक्‍शन का खतरा बढ़ जाता है।

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2. आलू चाट- Aloo Chaat

आलू चाट में उबले आलू का इस्तेमाल किया जाता है, जिसे बार-बार गर्म किया जाता है या कई घंटों तक खुले में रखा जाता है। बारिश में इस तरह रखे गए आलू में बैक्टीरिया जल्दी पनपते हैं। इसके अलावा, मसाले, इमली की चटनी और प्याज जैसी चीजें अगर खुले में रखी जाएं, तो वे भी पेट की बीमारियों की वजह बन सकती हैं। इससे फूड पॉइजनिंग का खतरा काफी बढ़ जाता है।

3. मोमोज- Momos

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मानसून में स्टीम किए गए फूड्स जैसे मोमोज को लोग सुरक्षित मानते हैं, लेकिन यह गलतफहमी हो सकती है। स्‍ट्रीट में बिकने वाले मोमोज में कई बार स्टफिंग बासी या खराब होती है, खासतौर पर पनीर या मीट से बने मोमोज में फूड पॉइजनिंग का खतरा ज्यादा रहता है। इसके अलावा, मोमोज को जिस भाप वाले बर्तन में स्टीम किया जाता है, उसकी साफ-सफाई पर भी ध्यान नहीं दिया जाता। सॉस और चटनी भी अक्सर खुले में रखी जाती है, जो बैक्टीरिया और वायरस का कारण बनती है। बारिश में इन वजहों से मोमोज खाना कई तरह की पेट की समस्याएं जैसे उल्टी, डायरिया और एसिडिटी का कारण बन सकता है।

4. पकौड़े- Pakoras

पकौड़े, बार‍िश के द‍िनों में खाए जाने वाला सबसे पॉपुलर स्नैक है, लेकिन जब ये सड़क किनारे बिकते हैं, तो हेल्दी कम और हानिकारक ज्यादा बन जाते हैं। कई बार इन्हें बार-बार इस्तेमाल किए गए तेल में तला जाता है, जिससे ट्रांस फैट्स बनते हैं जो शरीर के लिए ज़हरीले होते हैं। साथ ही बारिश में तलने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला गीला बेसन या गंदे हाथों से बनाया गया घोल इंफेक्‍शन फैला सकता है।

5. खुले में ब‍िकने वाले कटे फल और सलाद- Open Street Cut Fruits and Salads

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बारिश में कटे हुए फल या खुले में बिकने वाले सलाद से जरूर बचें। इन चीजों को कई घंटे पहले काटकर रखा जाता है और नमी के कारण उनमें फंगस या बैक्टीरिया तेजी से बढ़ सकते हैं। फल धोने के लिए इस्तेमाल होने वाला पानी भी दूषित हो सकता है, जिससे पेट में इंफेक्शन, उल्टी और लूज़ मोशन जैसी समस्याएं हो सकती हैं। खासतौर पर बच्चों और बुजुर्गों को इससे दूर रखना चाहिए।

बार‍िश में क्यों न खाएं स्ट्रीट फूड्स?- Why Should You Avoid Street Foods in Rainy Days

बार‍िश के द‍िनों में तापमान और नमी का मिश्रण बैक्टीरिया और फंगस को तेजी से फैलने का मौका देता है। खुले में बिकने वाले स्ट्रीट फूड्स इस इंफेक्‍शन के सीधे शिकार होते हैं। इन फूड्स में हाइजीन की कमी, गंदा पानी, खुले हाथों से खाना परोसना और बार-बार इस्तेमाल किए गए तेल जैसे कारण सेहत को नुकसान पहुंचाते हैं। खासतौर पर पेट से जुड़ी बीमार‍ियां, स्किन एलर्जी और वायरल बुखार जैसी समस्याएं बढ़ सकती हैं।

घर का बना खाना चुनें- Choose Homemade Alternatives

अगर आपको मानसून में तली हुई चीजें खाने की इच्छा हो रही है, तो घर पर साफ-सफाई से बनाए पकौड़े, भेल, चाट जैसे विकल्प चुनें। घर का बना खाना, सेहतमंद होता है और इसमें आप अपने स्वाद के साथ स्वास्थ्य का भी ध्यान रख सकते हैं। इसके अलावा गरम सूप, स्टीम्ड स्नैक्स और उबली सब्जियों को शामिल करें, जो पाचन में हल्के होते हैं और इम्यूनिटी को भी सपोर्ट करते हैं।

मानसून में खानपान को लेकर लापरवाही सेहत को भारी नुकसान पहुंचा सकती है। पानी पुरी, पकौड़े, आलू चाट और खुले में बिकने वाले कटे फल चाहे जितने भी खाने का मन क्यों न करे, इनसे दूरी बनाना ही समझदारी है।

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FAQ

  • स्ट्रीट फूड्स के साइड इफेक्ट्स क्या हैं?

    स्ट्रीट फूड्स में हाइजीन की कमी और दूषित सामग्री के कारण फूड पॉइजनिंग, डायरिया और पेट इंफेक्‍शन का खतरा बढ़ जाता है। इनमें इस्तेमाल होने वाला पानी और तेल अक्सर स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है।
  • ज्यादा तली हुई चीजें खाने से क्या होता है?

    बहुत ज्यादा तली चीजें खाने से कोलेस्ट्रॉल और ट्रांस फैट्स बढ़ते हैं, जिससे हृदय रोग और मोटापा हो सकता है। यह पाचन तंत्र पर भी असर डालता है और एसिडिटी या अपच की समस्या हो सकती है।
  • फास्ट फूड खाने से कौन-कौन से रोग होते हैं?

    फास्ट फूड खाने से डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर और मोटापे जैसी बीमार‍ियां हो सकती हैं। यह इम्यून सिस्टम को कमजोर करता है और लंबे समय में हार्मोनल असंतुलन भी पैदा कर सकता है।

 

 

 

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