Why shouldn't we eat street food in rainy season: बरसात के मौसम में अलग-अलग चीजें खाने की क्रेविंग ज्यादा होती है। इस मौसम में सड़कों पर तरह-तरह के व्यंजन जैसे समोसे, पकौड़े और कचौड़ी बनते देखे जा सकते हैं। ऐसे में सड़क किनारे बन रहे भुट्टे की ओर मन जाना आम बात है। ठंडे-ठंडे बरसात के मौसम में चटपटा और मसालेदार भुट्टा खाने का मजा ही कुछ ओर होता है। लेकिन क्या हो अगर ये सड़क किनार मिल रहा भुट्टा भी आपको बीमार करने की वजह बन रहा हो? दरअसल, सड़क किनार बिकने वाला भुट्टा भी बरसात के मौसम में बीमार होने की वजह बन सकता है। आइए लेख में डाइटिशियन गीतांजलि सिंह (M.sc Food and Nutrition) से जानें इससे सेहत को कैसे नुकसान हो सकता है।
बरसात में सड़क किनारे बिकने वाले भुट्टा क्यों नहीं खाना चाहिए? Why We Should Avoid Street Side Corn In Monsoon
एक्सपर्ट के मुताबिक बरसात के मौसम में सड़क किनारे मिलने वाली कोई भी खुली चीज जैसे कि भुट्टा नहीं खाना चाहिए। इसके कारण कई समस्याओं का खतरा बढ़ सकता है-
खाने में बैक्टीरियल ग्रोथ तेज होती है- Bacterial Growth
बरसात के मौसम में वातावरण में उमस और नमी दोनों ज्यादा होती है। इस कारण बरसात के मौसम में खाने में बैक्टीरिया, फंगस और वायरस ग्रोथ तेजी से होती है। सड़क किनारे बिकने वाले भुट्टा खुले में बिकता है। इसमें मॉइस्चर जाने से बैक्टीरिया और वायरस पनप सकते हैं। ऐसे में इसे खाने से बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है।
पहले से पकाकर रखते हैं- Pre Cooked
सड़क पर बिकने वाले भुट्टे को पहले से पकाकर या उबालकर रखा जाता है, जिससे बार-बार मेहनत न करनी हो। लेकिन लंबे समय तक खाने को पकाकर रखने से इसमें बैक्टीरिया और फंगस पनपने लगती है। इन्हें खाने के कारण पाचन से जुड़ी समस्याएं या वायरल इंफेक्शन तक हो सकता है। इस वजह से यह बीमार होने की वजह भी बन सकता है। बार-बार भुट्टे को गर्म करने या पकाने से पेट खराब हो सकता है। इस कारण फूड पॉइजनिंग और अपच जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
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साफ पानी में न धुलना- Contaminated Water
सड़क पर खाना बेचने वाले सुविधा न होने के कारण गंदे पानी में भुट्टा धोते हैं। गंदे पानी में भुट्टा धुलने और नींबू लगने के कारण कई बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में टाइफाइड, कोलेरा और डायरिया जैसी बीमारियों का खतरा भी हो सकता है।
धूल-मिट्टी चिपकती है- Dust
सड़क किनारे बिकने वाला भुट्टा इसलिए भी सेफ नहीं है, क्योंकि इसमें धूल-मिट्टी आसानी से चिपक जाती है। भुट्टे को पहले से उबालकर रखने से इसमें धूल-मिट्टी लगने या मक्खी-मच्छर के संपर्क में आने की संभावना ज्यादा होती है। इस कारण बैक्टीरियल इंफेक्शन बढ़ जाता है और आप ज्यादा बीमार हो सकते हैं।
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खराब मसाले या भुट्टा इस्तेमाल करना- Spoiled Masala or Corn
कई बार भुट्टा बेचने वाले खराब भुट्टे पर भी मसाला लगाकर दे देते हैं। इससे खराब भुट्टे का पता नहीं चल पाता और यह बीमार होने की वजह बन सकता है। इसके अलावा, खराब मसाला या नींबू लगाने के कारण भी बीमारी का खतरा हो सकता है। इनके कारण उल्टी, मतली और फूड पॉइजनिंग हो सकती है।
निष्कर्ष
लेख में हमने जाना सड़क पर बिकने वाला भुट्टा सेहत को कैसे नुकसान कर सकता है। सड़क पर धूल-मिट्टी के संपर्क में आने और गंदे पानी में धुलने के कारण ये सेहत को नुकसान कर सकते हैं। इन्हें खाने के कारण पाचन से जुड़ी समस्याएं या वायरल इंफेक्शन तक हो सकता है। बार-बार भुट्टे को गर्म करने या पकाने से पेट खराब हो सकता है। इस कारण फूड पॉइजनिंग और अपच जैसी समस्याएं हो सकती हैं। लेख में दी गई जानकारी पसंद आई हो, तो इसे शेयर करना न भूलें।
FAQ
भुट्टे खाने से क्या होता है?
भुट्टे खाने से सेहत को कई फायदे मिलते हैं। यह पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने और इम्यूनिटी बूस्ट करने के लिए फायदेमंद है। इसके सेवन से वेट लॉस होने और ब्लड प्रेशर कंट्रोल रखने में मदद मिलती है।भुट्टा खाने से कौन सी बीमारी ठीक होती है?
भुट्टा पाचन तंत्र के लिए फायदेमंद माना जाता है। इसके सेवन से पाचन से जुड़ी समस्याओं से राहत मिलती है। इसे हार्ट हेल्थ और वेट लॉस के लिए भी फायदेमंद माना जाता है। इसे एनर्जी लेवल बूस्ट करने और आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए भी असरदार माना जाता है।1 दिन में कितना भुट्टा खाना चाहिए?
एक दिन में आप 1 से 2 भुट्टा खा सकते हैं। इसमें कैलोरी की मात्रा कम होती है जिससे वेट लॉस करना आसान होता है। लेकिन अगर आप ज्यादा मात्रा में इसका सेवन करते हैं, तो आपका पाचन तंत्र भी खराब हो सकता है।