
करवा चौथ का व्रत हर विवाहित महिला के लिए एक भावनात्मक और आध्यात्मिक अनुभव होता है। इस दिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और सुखी जीवन की कामना करते हुए सूर्योदय से लेकर चांद निकलने तक निर्जला उपवास रखती हैं। बिना पानी और अन्न ग्रहण किए पूरे दिन सजधज कर व्रत निभाना न सिर्फ आस्था का प्रतीक है, बल्कि शरीर के लिए भी एक बड़ा संयम है। हालांकि कई महिलाओं के लिए यह उपवास आसान नहीं होता। दिन बढ़ने के साथ कुछ महिलाओं को सिर दर्द, चक्कर, मतली, उल्टी या कमजोरी जैसी दिक्कतें महसूस होने लगती हैं।
आपने अक्सर सुना होगा कि करवाचौथ पर "थोड़ा सिर भारी लग रहा है", "उल्टी जैसा लग रहा है" या "चक्कर आ रहे हैं", ये लक्षण आम हैं, लेकिन इनके पीछे के कारण जानने भी जरूरी हैं। लंबे समय तक भूखे रहने से शरीर में ब्लड शुगर लेवल गिरता है, हाइड्रेशन कम होता है और दिमाग तक पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं पहुंचती। यही कारण है कि कई महिलाएं दोपहर तक आते-आते थकान, सिर दर्द या मतली महसूस करने लगती हैं। इस लेख में मेट्रो अस्पताल, नोएडा के वरिष्ठ सलाहकार, न्यूरोलॉजी, डॉ. नीरज कुमार (Dr. Neeraj Kumar, Sr. Consultant, Neurology, Metro Hospital, Noida) से जानिए, व्रत में सिर दर्द और उल्टी जैसा लगने का क्या कारण है?
व्रत में सिर दर्द और उल्टी जैसा लगने का क्या कारण है? - Why Women Feel Headache Or Nausea During Fasting
डॉ. नीरज कुमार बताते हैं कि फास्टिंग यानी लंबे समय तक कुछ न खाने से शरीर में ग्लूकोज का लेवल कम हो जाता है। ग्लूकोज ही हमारे दिमाग के लिए मुख्य ईंधन का काम करता है और जब ब्लड शुगर गिरती है तो ब्रेन को पर्याप्त एनर्जी नहीं मिल पाती, जिससे सिर दर्द, चक्कर आना या मतली जैसे लक्षण महसूस होते हैं। खासकर जिन महिलाओं को डायबिटीज, लो ब्लड प्रेशर या माइग्रेन की समस्या होती है, उन्हें करवाचौथ जैसे निर्जला व्रत में ये तकलीफें ज्यादा महसूस होती हैं।
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1. डिहाइड्रेशन
करवाचौथ का व्रत बिना पानी के रखा जाता है। इस दौरान शरीर में पानी की कमी तेजी से बढ़ती है, खासकर अगर दिन धूप वाला या गर्म हो। डिहाइड्रेशन से मस्तिष्क तक ऑक्सीजन कम पहुंचती है और सिर दर्द या मतली महसूस हो सकती है। पसीने या बार-बार पेशाब जाने से पहले से ही डिहाइड्रेशन वाले शरीर में व्रत की स्थिति और कठिन हो जाती है।
2. कैफीन विड्रॉल
जो महिलाएं रोजाना चाय या कॉफी लेती हैं, उन्हें करवा चौथ के दिन सिर दर्द की सबसे बड़ी वजह कैफीन विड्रॉल हो सकती है। यानी जब शरीर को नियमित कैफीन नहीं मिलता, तो ब्लड वेसल्स सिकुड़ जाते हैं और ब्रेन में ब्लड फ्लो प्रभावित होता है। इससे सिर में भारीपन और दर्द शुरू हो जाता है। इसलिए व्रत के एक-दो दिन पहले से कैफीन कम करना बेहतर होता है।
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3. हार्मोनल बदलाव
महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन जैसे हार्मोन लगातार बदलते रहते हैं। व्रत के दौरान जब ब्लड शुगर और हाइड्रेशन लेवल गिरते हैं, तो ये हार्मोनल फ्लक्चुएशन और बढ़ जाते हैं। इससे माइग्रेन जैसी स्थिति या मतली महसूस होना सामान्य है।
4. पेट खाली रहने से एसिडिटी
जब पेट लंबे समय तक खाली रहता है, तो उसमें एसिड जमा होने लगता है। यह एसिड जब बढ़ जाता है, तो सीने में जलन, उल्टी या मतली जैसी समस्या पैदा करता है। कुछ महिलाओं को खाली पेट में उल्टी या चक्कर जैसा महसूस होना इसी कारण से होता है।
कब डॉक्टर से संपर्क करें
अगर व्रत के दौरान सिर दर्द बहुत तेज हो, उल्टी के साथ चक्कर आएं या ब्लड प्रेशर गिरने जैसा लगे, तो तुरंत व्रत तोड़ें और डॉक्टर से सलाह लें। खासकर डायबिटीज, लो बीपी या थायराइड की समस्या वाली महिलाओं को बिना डॉक्टर की सलाह के निर्जला व्रत नहीं रखना चाहिए।
निष्कर्ष
करवाचौथ का व्रत प्रेम और विश्वास का प्रतीक है, लेकिन इसे निभाने के साथ शरीर का ध्यान रखना भी उतना ही जरूरी है। अगर आपको बार-बार सिर दर्द, चक्कर या मतली की समस्या होती है, तो व्रत से पहले शरीर को तैयार करें और जरूरत पड़े तो मेडिकल सलाह जरूर लें। थोड़ी सावधानी से आप श्रद्धा और स्वास्थ्य दोनों को संतुलित रख सकती हैं।
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FAQ
करवा चौथ पर सिर दर्द से कैसे बचें?
आज ही करवा चौथ का व्रत है ऐसे में दिनभर में ऐसे काम न करें जिससे कि आपको थकान हो और पसीना आए। इसके अलावा ज्यादा मोबाइल और टीवी भी न देखें। अगर आपको सिर दर्द ज्यादा होता है तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।क्या कैफीन न मिलने से सिरदर्द हो सकता है?
जो महिलाएं रोजाना चाय या कॉफी पीती हैं, उनके लिए उपवास के दिन कैफीन न मिलने से सिरदर्द हो सकता है।क्या गर्भवती महिलाएं करवाचौथ का निर्जला व्रत रख सकती हैं?
गर्भवती महिलाओं को निर्जला व्रत रखने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए। व्रत के दौरान सिरदर्द, मतली या कमजोरी जल्दी हो सकती है।
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Current Version
Oct 10, 2025 13:02 IST
Modified By : Akanksha TiwariOct 10, 2025 12:39 IST
Published By : Akanksha Tiwari