Can Sleeping Next to Your Phone Cause Brain Cancer: आज मोबाइल फोन हमारे जीवन का हिस्सा बन चुका है। दिन हो या रात, हम अपने मोबाइल पर कभी कॉलिंग, टेक्सटिंग और वीडियो स्क्रॉलिंग के बहाने फोन से जुड़े हुए रहते हैं। कई लोग रात में फोन का इस्तेमाल करते-करते उसे तकिए के नीचे या सिरहाने रखकर ही सो जाते हैं। लेकिन मोबाइल फोन को सिरहाने रखकर सोना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है। मोबाइल फोन को सिरहाने रखकर सोने वाले लोग अक्सर ये सवाल करते हैं कि क्या इससे ब्रेन कैंसर (Brain Cancer) का खतरा बढ़ता है? अगर आपके मन में भी ये सवाल है, तो हम आपको इस लेख के माध्यम से बताने जा रहे हैं मोबाइल फोन सिरहाने रखकर सोने से ब्रेन कैंसर होता है या नहीं, इसके बारे में।
मोबाइल फोन को सिरहाने रखने पर क्या कहती है रिसर्च
विश्व स्वास्थ्य संगठन की संस्था International Agency for Research on Cancer (IARC) द्वारा किए गए शोध के अनुसार, मोबाइल फोन से विशेष प्रकार का रेडिएशन निकलता है। इस रेडिएशन को आरएफ कहा जाता है। इस संस्था ने RF रेडिएशन को "संभावित कैंसरजन्य" (Possibly Carcinogenic to Humans - Group 2B) की श्रेणी में रखा है। इसका अर्थ ये है कि मोबाइल फोन के इस्तेमाल से भविष्य में कैंसर के मामले सामने आ सकते हैं।
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क्या सिरहाने मोबाइल रखकर सोने से ब्रेन कैंसर हो सकता है- Can Sleeping Next to Your Phone Cause Brain Cancer
दिल्ली के इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल के न्यूरोलॉजी विभाग के वरिष्ठ सलाहकार डॉ. पीएन रेनजेन (Dr PN Renjen, Senior Consultant, Neurology, Indraprastha Apollo Hospitals) का कहना है कि अक्सर, हम अपने फोन को अपने तकिए के नीचे या रात में बेडसाइड टेबल पर भी रखते हैं। लेकिन रात को सोते समय तकिये के नीचे मोबाइल फोन रखकर सोने से ब्रेन कैंसर या ब्रेन ट्यूमर का खतरा बढ़ता है, इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।
डॉक्टर कहते हैं कि मोबाइल फोन रेडियो फ्रीक्वेंसी (आरएफ) विकिरण का उत्सर्जन करते हैं। यह एक प्रकार का गैर-आईओनिसिंग विकिरण है। आसान भाषा में कहा जाए तो मोबाइल फोन से निकलने वाला रेडिएशन इंसान के डीएन को नुकसान नहीं पहुंचाता है, इसलिए ये कैंसर का कारण नहीं बन सकता है। फोन सिरहाने रखने से नींद और मस्तिष्क की कार्यप्रणाली प्रभावित हो सकती है। RF रेडिएशन का असर कमजोर इम्यून सिस्टम वालों पर ज्यादा हो सकता है, हालांकि कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जोड़ने के लिए पर्याप्त प्रमाण नहीं हैं।
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सिर के नीचे मोबाइल रखकर सोने से क्या होता है- Sir Ke Neeche Mobile Rakh kar Sone se Kya Hota hai
हेल्थ एक्सपर्ट बताते हैं कि सिर के नीचे मोबाइल रखकर सोने से दो समस्याएं पैदा होती हैं। इसमें शामिल हैः
1. रेडिएशन का सिर के करीब होना
फोन से निकलने वाली RF रेडिएशन सिर के ज्यादा पास होने के कारण ये न्यूरॉन्स को प्रभावित कर सकती है। इससे सिर में दर्द, नींद की कमी, याददाश्त में कमी और दिमाग में अत्यधिक उत्तेजना जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
2. नींद में खलल
मोबाइल की ब्लू लाइट मेलाटोनिन हार्मोन को बाधित करती है, जिससे नींद की गुणवत्ता पर असर पड़ता है। जो लोग मोबाइल सिरहाने रखते हैं, वे बार-बार नोटिफिकेशन या रिंगटोन से जाग सकते हैं। इस तरह की परेशानी लंबे समय तक होने से मानसिक थकान और स्ट्रेस हो सकता है।
3. आग लगने का खतरा
फोन को तकिए के नीचे रखने से वेंटिलेशन नहीं होता, जिससे बैटरी गर्म हो सकती है और आग लगने का खतरा हो सकता है। गंभीर मामलों में तकिये के नीचे मोबाइल रखकर सोने से बैटरी फट भी सकती है और व्यक्ति की मौत हो सकती है।
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मोबाइल को कैसे रखें ताकि खतरा न बढ़े- How to keep mobile so that the danger does not increase
डॉ. पीएन रेनजेन कहते हैं कि बेशक से मोबाइल फोन को सिरहाने रखने से ब्रेन कैंसर नहीं होता है, लेकिन सिरहाने फोन रखकर सोना कोई अच्छी आदत नहीं है। मोबाइल फोन पर बजने वाला नोटिफिकेशन नींद को डिस्टर्ब करता है, इससे स्लीप साइकल खराब होता और कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याएं होती हैं। आइए जानते है मोबाइल को कैसे रखें, ताकि सेहत को खतरा न हों।
- मोबाइल को सोते समय सिर से कम से कम 1-2 फीट दूर रखें।
- साइड टेबल पर फोन को “एयरप्लेन मोड” पर रखें जब आप सो रहे हों।
- अगर साइड टेबल पर फोन रखें, तो ब्लूटूथ और Wi-Fi बंद कर दें ।
- यदि अलार्म के लिए फोन जरूरी है, तो उसे सिर से दूर टेबल पर रखें।
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निष्कर्ष
रिसर्च और डॉक्टर के साथ बातचीत के आधार पर हम ये कह सकते हैं कि मोबाइल फोन को सिरहाने रखकर सोने से ब्रेन कैंसर का खतरा नहीं बनता है। लेकिन सिरहाने फोन रखकर सोना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है। रात को मोबाइल पर आने वाले नोटिफिकेशन नींद को खराब कर देते हैं और दिमागी बीमारियों का कारण बनते हैं। इसलिए जहां तक संभव हो, रात को मोबाइल को दूर रखकर ही सोएं।
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FAQ
क्या मोबाइल देखने से ब्रेन कैंसर होता है?
मोबाइल देखने से सीधे ब्रेन कैंसर नहीं होता, लेकिन लंबे समय तक इसके रेडिएशन के संपर्क में रहने से कई प्रकार की समस्याएं हो सकती हैं। डॉक्टर बताते हैं कि मोबाइल देखने से नींद प्रभावित होती है, जिससे ब्रेन की सोचने और समझने की क्षमता कम हो जाती है।सिर के पास मोबाइल रखकर सोने से क्या होता है?
सिर के पास मोबाइल रखने से बार-बार नोटिफिकेशन आते हैं। इससे स्लीप साइकिल खराब होता है। जब नींद सही नहीं होती है, तो हार्मोनल इंबैलेंस होते हैं और कई प्रकार की गंभीर बीमारियों का कारण बनते हैं।