Doctor Verified

Postpartum Headache: डिलीवरी के बाद इन 5 कारणों से हो सकता है सिरदर्द, जानें बचाव के उपाय

Postpartum Headache: डिलीवरी के बाद पहले कुछ सप्ताह तक महिलाओं को सिर में दर्द की समस्या हो सकती है। आगे जानते हैं इसके कारण और बचाव के तरीके
  • SHARE
  • FOLLOW
Postpartum Headache: डिलीवरी के बाद इन 5 कारणों से हो सकता है सिरदर्द, जानें बचाव के उपाय


Causes Of Postpartum Headache In Hindi: डिलीवरी के बाद महिलाओं के शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं। इस दौरान महिलाओं को कई तरह के शारीरिक और मानसिक बदलावों से गुजरना पड़ता है। साथ ही, हार्मोन में होने वाले बदलाव, नींद और पोषक तत्वों की कमी महिलाओं में सिरदर्द का कारण बन सकती हैं। इसके अलावा, डिलीवरी के बाद तनाव के कारण भी कुछ महिलाओं को सिरदर्द की समस्या हो सकती है। डिलीवरी के बाद महिलाओं को सिरदर्द के लक्षण (कम या ज्यादा) अलग-अलग हो सकते हैं। हल्के या मध्यम सिरदर्द में डॉक्टर आपको दवाएं दे सकते हैं। वहीं, प्रीएक्लेम्पिसया की वजह से महिलाओं के सिरदर्द गंभीर हो सकता है। यह स्थिति गंभीर हो सकती है। इस लेख में साईं पॉलीक्लीनिक की वरिष्ठ स्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर विभा बसंल से आगे जानते हैं कि महिलाओं को डिलीवरी के बाद सिरदर्द क्यों होता है? साथ ही, इससे बचाव कैसे किया जा सकता है? 

प्रसवोत्तर सिरदर्द के कारण - Causes Of Postpartum Headache In Hindi 

हार्मोनल उतार-चढ़ाव - Hormonal Imbalance 

प्रेग्नेंसी के दौरान और बाद में होने वाले हार्मोनल परिवर्तन (Changes in Hormone) कुछ महिलाओं में सिरदर्द की वजह बन सकते हैं। प्रसव के बाद एस्ट्रोजन के स्तर में अचानक गिरावट सिरदर्द पैदा करने का कार्य करता है, क्योंकि शरीर दोबारा से हार्मोन के नॉर्मल स्तर पर आ रहा होता है। ऐसे में महिलाओं को सिरदर्द की समस्या हो सकती है।  

postpartum headache causes in hindi

डिहाइड्रेशन - Dehydration 

डिलीवरी और स्तनपान की मांग नई माताओं को डिहाइड्रेशन के प्रति संवेदनशील बना सकती है। ऐसे में पर्याप्त तरल न लेने से महिलाओं को सिरदर्द हो सकता है, क्योंकि डिहाइड्रेशन ब्लड सर्कुलेशन (Blood Circulation) को प्रभावित करता है, जिसके परिणामस्वरूप ब्रेन में ऑक्सीजन का प्रवाह कम हो जाता है।

तनाव और थकान 

डिलीवरी के शारीरिक और भावनात्मक प्रभाव के साथ-साथ नवजात शिशु की देखभाल की जिम्मेदारी की वजह से महिलाओं को तनाव और थकान (Fatigue And Tiredness) बढ़ सकती है। इसकी वजह से मांसपेशियों में तनाव में हो सकता है। ऐसे में तनाव सिरदर्द को ट्रिगर करता है। 

स्पाइनल सिरदर्द (पोस्ट-ड्यूरल पंचर सिरदर्द) 

जो महिलाएं प्रसव के दौरान एपिड्यूरल या स्पाइनल ब्लॉक जैसे हिस्से में एनेस्थीसिया लेती हैं, उनमें प्रसव के बाद स्पाइनल सिरदर्द (Spinal Headache) होने का खतरा अधिक होता है। इस प्रकार का सिरदर्द आमतौर पर तब होता है जब रीढ़ की हड्डी में पंचर वाली जगह से स्पाइनल फ्लूयड का रिसाव होता है। ऐसे में महिलाओं को बैठने या खड़े होने पर तेज सिरदर्द महसूस हो सकता है। 

पहले से मौजूद समस्याएं  

कुछ मामलों में, प्रसवोत्तर सिरदर्द (Postpartum Headache) अंतर्निहित समस्याएं जैसे माइग्रेन, हाई ब्लड प्रेशर या प्रीक्लेम्पसिया का संकेत हो सकता है। इन स्थितियों में मां और नवजात शिशु दोनों की सुरक्षा के लिए तत्काल मेडिकल देखभाल की आवश्यकता होती है। 

पोस्टपार्टम सिरदर्द से बचाव के उपाय - Prevention Tips Of Postpartum Headache In Hindi 

  • डिलीवरी के बाद डिहाइड्रेशन से बचने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं।
  • स्ट्रेस और तनाव से दूर रहें
  • कैफीन का सेवन कम करें 
  • संतुलित और सुपाच्य डाइट लें
  • पर्याप्त नींद लें, आदि। 

इसे भी पढ़ें : गर्मियों में होने वाले सिरदर्द से बचाव के लिए अपनाएं ये 5 टिप्स, जल्दी मिलेगा आराम

PostPartum Headache in Hindi: डिलीवरी के बाद अधिकतर महिलाओं को सिरदर्द की समस्या हो सकती है। इसके लिए कई कारण जिम्मेदार हो सकते हैं। इससे बचने के लिए आप डाइट और लाइफस्टाइल में बदलाव कर सकते हैं। आप योग या प्राणायाम से इसके प्रभावों से बच सकते हैं। साथ ही, गंभीर समस्या में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। 

Read Next

क्या गर्मी का मौसम पीरियड्स को प्रभावित करता है? डॉक्टर से जानें

Disclaimer