Postpartum Insomnia In Hindi: प्रेग्नेंसी में महिलाओं को कई तरह की शारीरिक बदलाव से गुजरना पड़ता है। प्रेग्नेंसी के शुरुआती दौर से महिलाओं को सेहत के प्रति सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। वहीं, डिलीवरी के बाद महिला को खुद के साथ ही बच्चे की सेहत का भी पूरा ध्यान रखना पड़ता है। डिलीवरी के बाद भी महिलाओं के लाइफस्टाइल में कई तरह के बदलाव आते हैं, जिसकी वजह से उनको अनिद्रा की समस्या हो सकती है। महिलाओं में डिलीवरी के बाद अनिद्रा की समस्या (Postpartum Insomnia) होना एक आम बात है। यदि, सही समय पर इस समस्या का समाधान न किया जाए तो यह महिला के मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती है। इस लेख में साईं पॉलिक्लीनिक की सीनियर गाइनाक्लॉजिस्ट डॉक्टर विभा बंसल से जानते हैं कि डिलीवरी के बाद अनिद्रा के कारण और इलाज कैसे किया जाता है?
क्या डिलीवरी के बाद नींद न आना सामान्य है?
डिलीवरी के बाद भी महिलाओं शरीर में कई तरह के बदलाव आते हैं। इसकी वजह से उनको नींद न आने की समस्या का सामना करना पड़ता है। हाल ही में पैदा हुए बच्चे की देखभाल को लेकर अक्सर महिला चिंता करती है। पहली बार मां बनने वाली महिला को बच्चे के पालन को लेकर ज्यादा चिंता होती है। लगातार बच्चे के बारे में सोचना और उसके लिए सर्तक रहने से महिलाओं की नींद न आने की समस्या लंबे समय तक बनी रह सकती है। यह एक नॉर्मल समस्या है, जो कुछ माह या सप्ताह के बाद अपने आप ठीक हो जाती है।
टॉप स्टोरीज़
डिलीवरी के बाद अनिद्रा के क्या कारण होते हैं? - Causes Of Postpartum Insomnia In Hindi
हार्मोनल बदलाव
बच्चे के जन्म के बाद, शरीर में हार्मोन (जैसे एस्ट्रोजेन और प्रोजेस्टेरोन) के स्तर में तेजी से बदलाव होता है। ये बदलाव नींद के चक्र को बाधित कर सकते हैं। जिसकी वजह से महिलाओं को नींद न आने की समस्या हो सकती है।
बच्चे की देखभाल की चिंता
नवजात शिशु के रोने, दूध पिलाने, और रात में जागने के कारण मां की नींद पूरी नहीं हो पाती। यह अनियमित नींद का कारण बनती है। इस स्थिति में मां को हमेशा बच्चे की चिंता रहती है।
पोस्टपार्टम डिप्रेशन
कुछ महिलाओं को प्रसव के बाद अवसाद (Postpartum Depression) होता है, जो चिंता और अनिद्रा का कारण बनता है। वहीं, कई महिलाएं डिलीवरी के बाद घर के काम को लेकर भी टेंशन करती हैं। इससे भी महिलाओं को नींद प्रभाविति होती है।
शारीरिक परेशानी
प्रसव के बाद होने वाले शारीरिक दर्द, सी-सेक्शन रिकवरी, या शरीर में कमजोरी भी नींद में बाधा डाल सकते हैं। डिलीवरी के बाद महिला के शरीर को नॉर्मल स्थिति में आने के लिए कुछ सप्ताह का समय लगता है। ऐसे में महिला को सी सेक्शन में दर्द, जलन, कमजोरी की वजह से नींद आने में परेशानी होती है।
डिलीवरी के बाद अनिद्रा का उपचार कैसे किया जाता है? - How To Treat Postpartum Insomnia In Hindi
शिशु के स्लिप पैर्टन को समझना
डिलीवरी के बाद शिशु के स्लिप पैर्टन को समझना जरूरी होता है। शिशु दिन में ज्यादातर समय सोता है ऐसे में महिलाओं को भी घर के अन्य सदस्यों की मदद लेनी चाहिए और सोने की कोशिश करनी चाहिए।
कॉग्नेटिव बिहेवरियल थेरेपी
डॉक्टर्स का मानना है कि कई महिलाओं को कॉग्नेटिव बिहेवरियल थेरेपी से डिलीवरी के बाद अनिद्रा की समस्या को दूर किया जाता है। इसमें महिला को शिशु के साथ रहकर तनाव मुक्त रहने और पर्याप्त नींद लेने की थेरेपी दी जाती है।
मसाज करें
डिलीवरी के बाद कुछ महिलाओं की पीठ मसाज करने से फायदे मिलते हैं। ऐरोमाथेरेपी और लोशन से मसाज करने से शरीर में आराम मिलता है और मानसिक शांति मिलती है।
सोने का कमरा आरामदायक बनाएं
सोने के कमरे को ठंडा, अंधेरा और शांत रखें। यह नींद की क्वालिटी बेहतर करने में मदद करता है। साथ ही, सोने वाला बिस्तर सॉफ्ट और हल्का तकिया का उपयोग करें।
योग और हल्के व्यायाम
डिलीवरी के कुछ सप्ताह के बाद आप हल्के व्यायाम और योग, मेडिटेशन कर सकते हैं। इससे मानसिक शांति मिलती है और आपकी चिंता, तनाव और अवसाद कम होता है।
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Postpartum Insomnia In Hindi: डिलीवरी के बाद महिलाओं को नींद न आना एक सामान्य समस्या है, लेकिन इसे समय पर पहचानकर मैनेज करना बेहद जरूरी होता है। इस दौरान महिलाएं घर के सदस्यों का सपोर्ट ले सकती हैं। साथ ही, रिकवरी के लिए पौष्टिक आहार नियमित रूप से लेते रहें। यदि, नींद न आने की समस्या के कारण पेरशानी ज्यादा हो रही है तो ऐसे में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।