
आपने गौर किया होगा कि अगर आप व्यस्क हैं तो दूध के पीने के बाद आपको गैस की समस्या हो जाती होगी। कुछ नहीं तो दूध पीने के बाद आपको हर समय ब्लोटिंग और एसिडिटी की समस्या महसूस होती होगी। दरअसल, ये तमाम लक्षण इस बात का संकेत है कि आपको शरीर दूध सही से नहीं पचा पा रहा है लेकिन इस स्थिति में सवाल ये उठता है कि आखिरकार एडल्ट बॉडी दूध नहीं पचा पाती? इसका कारण क्या है और अगर आपको ये दिक्कत हो रही है तो क्या करें (Why can’t adults digest milk)? जानते हैं इस बारे में Ms. Edwina Raj, Head of Services - Clinical Nutrition & Dietetics, Aster CMI Hospital, Bangalore से।
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क्यों एडल्ट बॉडी दूध नहीं पचा पाती-Why can’t adults digest milk?
Nutritionist Edwina Raj बताती हैं कि कई वयस्क दूध पचा नहीं पाते क्योंकि उनके शरीर में लैक्टोज का उत्पादन कम हो जाता है, जो दूध में मौजूद नेचुरल शुगर, लैक्टोज को तोड़ने के लिए जरूरी एंजाइम है। जब लैक्टोज का स्तर गिरता है तो लैक्टोज आंत में बिना पचा रह जाता है और गैस, पेट फूलना, पेट दर्द और दस्त का कारण बनता है। इस स्थिति को लैक्टोज असहिष्णुता (lactose intolerance) कहा जाता है, जो दुनिया भर के वयस्कों में बहुत आम है। डॉक्टर बताते हैं कि ऐसा इसलिए होता है क्योंकि बचपन के बाद, शरीर स्वाभाविक रूप से लैक्टेज का उत्पादन कम कर देता है क्योंकि दूध पोषण का मुख्य स्रोत नहीं रह जाता। कुछ लोगों में यह गिरावट कम होती है, इसलिए वे बिना किसी समस्या के दूध पी सकते हैं, लेकिन कई अन्य लोगों में यह गिरावट ज्यादा होती है, जिससे दूध पचाना मुश्किल हो जाता है। विशेषज्ञों का यह भी कहना है कि आनुवंशिकी भी एक बड़ी भूमिका निभाती है क्योंकि कुछ लोगों में वयस्क होने तक लैक्टेज बना रहता है जबकि कुछ में नहीं, और यही कारण है कि अलग-अलग व्यक्तियों में लक्षण इतने भिन्न हो सकते हैं।

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दूध न पचे तो क्या करें-What to do if you can't digest milk
डॉक्टर उन वयस्कों की मदद के लिए कुछ आसान सुझाव देते हैं जिन्हें दूध पचाने में परेशानी होती है जैसे कि एक उपयोगी सुझाव यह है कि एक बार में पूरा गिलास पीने के बजाय, बहुत कम मात्रा में दूध से शुरुआत करें ताकि शरीर की प्रतिक्रिया का पता चल सके। एक और सुझाव है कि कम लैक्टोज वाला या लैक्टोज-मुक्त दूध चुनें, जो पचाने में आसान होता है और स्वाद में भी लगभग सामान्य दूध जैसा ही होता है। विशेषज्ञ भी भोजन के साथ दूध पीने की सलाह देते हैं क्योंकि ठोस भोजन पाचन क्रिया को धीमा कर देता है और बेचैनी को कम कर सकता है।
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कई वयस्कों को यह भी लगता है कि दही, योगर्ट, छाछ और कुछ चीज जैसे किण्वित डेयरी उत्पाद पेट के लिए ज्यादा आसान होते हैं क्योंकि इनमें स्वाभाविक रूप से कम लैक्टोज होता है और पाचन में सहायक प्रोबायोटिक्स होते हैं। डॉक्टरों का कहना है कि दूध पीने से पहले लैक्टेज एंजाइम की गोलियां लेने से भी कुछ लोगों को लैक्टोज को बेहतर ढंग से पचाने में मदद मिल सकती है। वे वयस्कों को अपने लक्षणों पर ध्यान देने, अपने आहार में दूध को जबरदस्ती शामिल न करने और अगर नियमित दूध से समस्याएं बनी रहती हैं, तो रागी, बादाम, तिल, पत्तेदार सब्जियां और फोर्टिफाइड प्लांट मिल्क जैसे कैल्शियम युक्त अन्य खाद्य पदार्थों का सेवन करने की भी सलाह देते हैं।
तो इस प्रकार से दूध न पचे तो परेशान न हों बल्कि इन टिप्स को डाइट में शामिल कर सकते हैं जो किस इस स्थिति में आपके लिए बेहद मददगार साबित हो सकते हैं।
FAQ
क्या दूध प्रोटीन एलर्जी स्थायी है?
दूध प्रोटीन से एलर्जी जिन लोगों को भी होती है वे इससे जल्दी उभर नहीं पाते। NIH के अनुसार ऐसे में दूध के विकल्प आपके लिए मददगार साबित हो सकते हैं।क्या डेयरी से सीने में दर्द हो सकता है?
डेयरी से सीने में दर्द की समस्या हो सकती है खासकर एसिडिटी होने पर। अगर आपको लैक्टोज असहिष्णुता है तो भी ये दिक्कत हो सकती है।क्या दूध जीईआरडी के लक्षणों को ट्रिगर कर सकता है?
दूध से GERD के लक्षण हो सकते हैं जो कि एसिडिटी के रूप में लंबे समय तक परेशान कर सकते हैं।
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Nov 24, 2025 18:11 IST
Published By : Pallavi Kumari