
Joint Pain while climbing stairs: जब लोग सीढ़ियां चढ़ते हैं, तो उन्हें घुटनों में या जॉइंट्स में दर्द होने लगता है। इससे सीढ़ियां चढ़ना मुश्किल होने लगता है। अक्सर लोग सोचते हैं कि अगर दर्द हो रहा है, तो सीढ़ियां चढ़ने और उतरने से जॉइंट्स का दर्द कम हो जाएगा, लेकिन इससे घुटनों को ज्यादा नुकसान होता है। इसलिए डॉक्टर्स हमेशा जॉइंट पेन वाले मरीजों को सीढ़ियां चढ़ने से मना करते हैं ताकि दर्द से बचा जा सके। घुटनों के दर्द में सीढ़ियां क्यों नहीं चढ़नी चाहिए? इस बारे में हमने फरीदाबाद के मैरिंगो एशिया हॉस्पिटल्स के आर्थोपेडिक एवं जॉइंट रिप्लेसमेंट विभाग के कंसल्टेंट डॉ. अंकित चावला (Dr Ankit Chawla, Consultant - Orthopaedics & Joint Replacement, Marengo Asia Hospitals, Faridabad) से बात की।
घुटनों के दर्द में सीढ़ियां क्यों नहीं चढ़नी चाहिए?
इस बारे में डॉ. अंकित कहते हैं, ”दरअसल, जब कोई व्यक्ति जॉइंट पेन से जूझ रहा होता है, तो सीढ़ियां चढ़ने से घुटनों पर ज्यादा लोड पड़ता है। इससे सामने वाले पटेलो-फेमोरल कंपार्टमेंट पर एक्स्ट्रा प्रेशर पड़ता है और दर्द बढ़ सकता है। बार-बार इस लोडिंग से सूजन, दर्द और कार्टिलेज का घिसाव बढ़ सकता है। अगर पहले से आर्थराइटिस की समस्या होती है, तो सीढ़ियां चढ़ने-उतरने से कंडीशन और भी ज्यादा खराब हो सकती है। यह समस्या सर्दियों में बहुत ज्यादा बढ़ जाती है, क्योंकि ठंड से मांसपेशियां जकड़ जाती हैं और ब्लड फ्लो धीमा हो जाता है। इसलिए सीढ़ियां चढ़ने के लिए मना किया जाता है। अगर सीढ़ियां चढ़ना जरूरी है, तो धीरे-धीरे और सहारे के साथ चढ़ें, लेकिन इसे रेगुलर आदत न बनाएं।”

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सर्दियों में जॉइंट पेन को मैनेज करने के तरीके
डॉ. अंकित कहते हैं कि सर्दियों में टेम्परेचर कम होने से जोड़ों में दर्द और जकड़न होना बहुत ही आम है। इसलिए ठंड में जोड़ों को गर्म रखना जरूरी है ताकि घुटने एक्टिव रहें। इसके अलावा, डॉ. अंकित ने कुछ जरूरी टिप्स दिए हैं।
- जॉइंट्स और पैरों को ठंडी हवा से बचाने के लिए वार्मर या ऊनी कपड़े पहनें।
- हल्की स्ट्रेचिंग और योगासन से मांसपेशियां एक्टिव रहती हैं और ब्लड फ्लो सही बना रहता है।
- डाइट में ड्राई फ्रूट्स, प्रोटीन और हरी सब्जियों जरूर लें ताकि मसल्स और जॉइंट्स मजबूत रहें।
जॉइंट रिप्लेसमेंट के बाद मरीजों को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
डॉ. अंकित कहते हैं कि अगर किसी का जॉइंट रिप्लेसमेंट हो चुका है, तो मरीजों को कुछ खास प्रिकॉशन अपनाने की जरूरत है। जॉइंट रिप्लेसमेंट के बाद नीचे बैठना या आलती-पालती मारकर बैठना अवॉइड करें। इससे जॉइंट का घिसाव बढ़ सकता है। रिप्लेसमेंट के बाद सीढ़ियां चलना, पैदल चलना या हल्की वॉक डॉक्टर की सलाह पर करें।
जोड़ों में दर्द में क्या नहीं करना चाहिए?
डॉ. अंकित ने जोड़ों के दर्द के मरीजों को कुछ बातों को ध्यान रखने की हिदायत दी है।
- जॉइंट पेन में बार-बार सीढ़ियां चढ़ने या उतरने से बचें।
- नीचे बैठना या झुककर काम करना जैसे पोछा लगाना या पूजा के समय लंबा बैठने से परहेज करें।
- जोड़ों के दर्द में भारी वजन उठाने से जॉइंट्स पर प्रेशर बढ़ता है, जिससे दर्द बढ़ता है।
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घुटनों की मांसपेशियों को मजबूत करने के लिए एक्सरसाइज
डॉ. अंकित चावला बताते हैं कि क्वाड्रिसेप्स यानी थाई की सामने वाली मसल्स को मजबूत बनाना जॉइंट्स को सपोर्ट करता है। इस मजबूत करने के लिए आप कुर्सी पर सीधे बैठकर पैर लटका लें। इसके बाद घुटनों को पूरी तरह से सीधा कर लें। इस पोजीशन को कम से कम 5 सेकंड तक होल्ड करें और फिर मोड़ें। इस बार दो सेट में 25 बार करें। दूसरी एक्सरसाइज भी काफी आसान है। इसके लिए पैरों के नीचे तौलिया रखें और घुटनों को नीचे की ओर दबाएं। 5 सेकंड तक दबाव बनाकर रखें और फिर छोड़ दें। इस कसरत को दो सेट में 25 बार करें। इन दोनों एक्सरसाइज को रोजाना करने से मांसपेशियां एक्टिव रहती हैं और जॉइंट्स पर प्रेशर कम होता है।
जॉइंट्स को कैसे हेल्दी रखें?
डॉ. अंकित ने जॉइंट्स को हेल्दी रखने के कुछ टिप्स दिए हैं।
- सबसे जरूरी है कि लोगों को अपने वजन पर नियंत्रण रखना चाहिए।
- व्यक्ति का जितना किलो वजन है उतने ही ग्राम प्रोटीन रोज लेना चाहिए।
- ड्राई फ्रूट्स जैसे अखरोट और बादाम में ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है जो सूजन को कम करता है।
- जिन लोगों को जॉइंट्स में दर्द होता है, उन्हें खट्टी चीजों से परहेज करना चाहिए।
- सर्दियों में भी बॉडी का मूवमेंट जरूर रखें।
निष्कर्ष
डॉ. अंकित कहते हैं कि घुटनों या जॉइंट्स का दर्द उम्र के साथ आम हो सकता है, लेकिन सही देखभाल, संतुलित डाइट और नियमित व्यायाम से इसे मैनेज किया जा सकता है। अगर जॉइंट्स में दर्द हो, तो सीढ़ियां चढ़ने जैसी गलतियां न करें बल्कि ऑर्थोपेडिक स्पेशलिस्ट से जांच कराएं और अपने लाइफस्टाइल में बदलाव करें।
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Oct 28, 2025 16:37 IST
Published By : Aneesh Rawat