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Stair Climbing With Arthritis: सीढ़िया चढ़ना-उतरना बेहतरीन एक्सरसाइज है। इसे वजन कम करने के लिए भी किया जा सकता है। इसके अलावा, रेगुलर सीढ़िया चढ़ने-उतरने से मसल्स मजबूत होती हैं और फ्लेक्सिबिलिटी भी बढ़ती है। हालांकि, जिन लोगों को घुटनों से संबंधित समस्या है, उन्हें सीढ़िया चढ़ने-उतरने की सलाह नहीं दी जाती है। ऐसे में यह सवाल जरूर उठता है कि क्या अर्थराइटिस के रोगियों के लिए सीढ़िया चढ़ना-उतरना फायदेमंद है? कहीं इस एक्सरसाइज की वजह से अर्थराइटिस के मरीजों की कंडीशन तो नहीं बिगड़ जाती है। आइए, जानते हैं इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल और हिलिंग टच क्लीनिक के ऑर्थोपेडिक सर्जन और स्पोर्ट्स इंजरी स्पेशलिस्ट डॉ. अभिषेक वैश से।
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क्या सीढ़ियां चढ़ना अर्थराइटिस के मरीजों के लिए फायदेमंद होता है?- Is Stair Climbing Bad For Arthritic Knees
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विशेषज्ञों की मानें, तो अर्थराइटिस के रोगियों के लिए सीढ़िया चढ़ना-उतरना फायदेमंद माना जा सकता है। ऐसा इसलिए कहा जाता है, क्योंकि इसकी वजह से बाॅडी में फ्लेक्सिबिलिटी बढ़ती है और हड्डियों को मजबूती भी मिलती है। हालांकि, अर्थराइटिस के मरीजों को अत्यधिक सीढ़िया चढ़ना-उतरना नहीं चाहिए। इस तरह की एक्टिविटी सीमित मात्रा में ही करें। अधिक मात्रा में सीढ़िया चढ़ना-उतरना करने से जोड़ों पर दबाव बढ़ सकता है, जिससे दर्द बढ़ जाता है और अर्थराइटिस के रोगियों के लिए यह कंडीशन सही नहीं है। हार्वर्ड मेडिकल स्कूल में प्रकाशित एक लेख से भी यह सलाह मिलती है कि अतिरिक्त सीढ़ियां चढ़ने से घुटनों पर प्रेशर बढ़ सकता है, जो की स्थिति को गंभीर बना सकता है।
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अर्थराइटिस के मरीजों के लिए सीढ़ियां चढ़ने के फायदे- Benefits Of Stair Climbing For Arthritis
मजबूत मांसपेशियां
सीढ़ियां चढ़ने के दौरान शरीर के कई हिस्सों पर जोर पड़ता है, जैसे क्वाड्रिसेप्स, हैमस्ट्रिंग्स और ग्लूट्स। ये सभी महत्वपूर्ण मसल्स हैं, जो घुटनों को चलने-फिरने में सपोर्ट करती हैं। सीढ़ियां चढ़ने-उतरने पर इन पर जरूरी दबाव बनता है, जो मांसपेशियों को मजबूत बनाने में अहम योगदान निभाता है।
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फ्लेक्सिबिलिटी में सुधार
जब आप नियमित रूप से और माॅडरेशन में सीढ़ियां चढ़ते-उतरते हैं, तो इस स्थिति में घुटनों की फ्लेक्सिबिलिटी बढ़ती है। ऐसा एक ही तरह की एक्टिविटी को लंबे समय तक करने की वजह से होता है। इससे आपके पैरों के मोशन में भी सुधार होता है और अर्थराइटिस के मरीजों के लिए भी यह लाभकारी साबित होता है।
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वजन का संतुलन
अर्थराइटिस के मरीजों के लिए बहुत जरूरी है कि वे अपने वजन को कंट्रोल में रखें। ध्यान रखें कि वजन बढ़ने के कारण जोड़ों पर दबाव बढ़ने लगता है, जिससे दर्द बढ़ जाता है। वहीं, अर्थराइटिस में जब आप एक्सरसाइज के रूप में सीढ़िया चढ़ते-उतरते हैं, तो इसकी वजह से वजन संतुलित रहता है। इससे घुटनों के दर्द में आराम भी मिलता है।
निष्कर्ष
कुल मिलाकर, कहने की बात ये है कि अर्थराइटिस के मरीज माॅडरेशन में सीढ़ियां चढ़ने-उतरने की एक्सरसाइज कर सकते हैं। इससे उनकी हड्डियों को मजबूती मिलती है, मांसपेशियों की स्ट्रेंथ बढ़ती है और वजन भी संतुलित रहता है। इस तरह, सीढ़ियां चढ़ना-उतरना उनके लिए फायदेमंद हैं। हां, अगर डाॅक्टर ने आपको सीढ़ियां चढने-उतरने से मना किया है, तो इस तरह का वर्कआउट किया जाना सही नहीं है।
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FAQ
क्या सीढ़ी चढ़ना ऑस्टियोअर्थराइटिस के लिए अच्छा है?
विशेषज्ञों का कहना है कि नियमित रूप से सीढ़ियां चढ़ना-उतरना पैरों के लिए अच्छा होता है। हालांकि, ऑस्टियोअर्थराइटिस की कंडीशन में ऐसा किया जाना सही नहीं है। इससे, उनके पैरों की इंफ्लेमेशन यानी सूजन बढ़ सकती है, जिससे जोड़ों में जलन और तकलीफ हो सकती है।रोज सीढ़ियां चढ़ने से क्या होता है?
अगर आप स्वस्थ व्यक्ति हैं, आको हड्डियों और पैरों से संबंधित कोई समस्या नहीं है, तो रोजाना सीढ़ियां चढ़ना-उतरना स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है। विशेषज्ञ कहते हैं कि रोजाना सिर्फ 20 मिनट के इस एक्टिविटी के कारण से बोन डेंसिटी बढ़ती है, बाॅडी फ्लेक्सिबल होती है और मांसपेशियां मजबूत हाती हैं।अर्थराइटिस की समस्या को दूर करने के लिए कौन सा प्राणायाम उत्तम है?
अर्थराइटिस की समस्या को जड़ से खत्म नहीं किया जा सकता है। इसके दर्द को कम करने के लिए आप सुखासन और प्राणायाम कर सकते हैं। इसकी मदद से तनाव कम होता है। स्ट्रेस के कारण शरीर में सूजन बढ़ सकती है, जो अर्थराइटिस की समस्या को बढ़ा सकती है। इसलिए गठिया के मरीजों के लिए ये दोनों योगासन काफी फायदेमंद हैं।
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Nov 22, 2025 15:45 IST
Published By : Meera Tagore