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सूखा आलूबुखारा किसे नहीं खाना चाहिए? आयुर्वेदाचार्य से जानें

Who Should Avoid Dried Prunes: आलूबुखआरे खाने में बेहद स्वादिष्ट होते हैं और लोग सूखे आलूबुखारे का सेवन करना भी पसंद करते हैं। यहां जानिए, सूखा आलूबुखारा किसे नहीं खाना चाहिए?
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सूखा आलूबुखारा किसे नहीं खाना चाहिए? आयुर्वेदाचार्य से जानें


Who Should Avoid Dried Prunes: आज के दौर में सोशल मीडिया ने हमारी लाइफस्टाइल और खान-पान की आदतों पर गहरा प्रभाव डाला है। लोग इंस्टाग्राम, यूट्यूब और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर दिखाए गए ट्रेंड्स को फॉलो करके कई चीजों का सेवन करने लगते हैं, बिना यह जाने कि वह उनके शरीर के लिए फायदेमंद है या नहीं। ऐसा ही कुछ सूखे आलूबुखारे (प्रून्स) के साथ हो रहा है। सूखे आलूबुखारे को सुपरफूड माना जाता है, क्योंकि यह फाइबर, विटामिन और खनिजों से भरपूर होता है। लेकिन हर व्यक्ति की पाचन क्षमता और शारीरिक जरूरतें अलग होती हैं। आयुर्वेद के अनुसार, कोई भी भोजन या औषधि सभी के लिए उपयुक्त नहीं होती। शरीर की प्रकृति और स्वास्थ्य स्थिति के अनुसार ही आहार का चयन करना चाहिए। इस लेख में रामहंस चेरिटेबल हॉस्पिटल के आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा (Ayurvedic doctor Shrey Sharma from Ramhans Charitable Hospital) से जानिए, सूखा आलूबुखारा किसे नहीं खाना चाहिए?

सूखा आलूबुखारा किसे नहीं खाना चाहिए? - Who Should Avoid Dried Prunes

आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति में हर व्यक्ति की सेहत का ध्यान उसकी प्रकृति (दोष), शरीर के तत्वों और पाचन क्षमता के अनुसार रखा जाता है। आयुर्वेद के अनुसार हर रोग का इलाज डाइट, लाइफस्टाइल और सही उपचार से किया जा सकता है। सूखे आलूबुखारे (प्रून्स) एक ऐसा प्राकृतिक फल है जो पोषण से भरपूर होता है और कई प्रकार के फायदे प्रदान करता है। लेकिन आयुर्वेद में यह भी बताया गया है कि सभी को सूखे आलूबुखारे का सेवन नहीं करना चाहिए। यह उन लोगों के लिए हानिकारक हो सकता है जिन्हें कुछ विशेष स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है।

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1. हाइपर एसिडिटी

आयुर्वेद में हाइपर एसिडिटी को पित्त दोष से संबंधित माना जाता है। सूखे आलूबुखारे का सेवन पित्त को बढ़ा सकता है, जिससे हाइपर एसिडिटी की समस्या और भी गंभीर हो सकती है। यदि किसी व्यक्ति को बार-बार जलन, सीने में जलन या गैस की समस्या होती है, तो उन्हें सूखे आलूबुखारे का सेवन नहीं करना चाहिए। इसका सेवन पाचन तंत्र में ज्यादा एसिड उत्पन्न कर सकता है, जो हाइपर एसिडिटी के लक्षणों को बढ़ा सकता है।

Who Should Avoid Dried Prunes

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2. अल्सर के मरीज

जो लोग अल्सर से पीड़ित होते हैं, उन्हें भी सूखे आलूबुखारे से दूर रहना चाहिए। आयुर्वेद में अल्सर की समस्या को पित्त और वात दोष के असंतुलन से जोड़ा जाता है। सूखे आलूबुखारे का सेवन इस असंतुलन को बढ़ा सकता है और अल्सर के लक्षणों को और भी गंभीर बना सकता है। इससे आंतों में जलन, दर्द और सूजन हो सकती है, जिससे अल्सर की समस्या बढ़ सकती है।

3. गर्भवती महिलाएं

सूखे आलूबुखारे में जरूरी पोषक तत्व होते हैं, लेकिन गर्भवती महिलाओं को इसका सेवन सीमित मात्रा में और डॉक्टर की सलाह पर करना चाहिए। इसके सेवन से पाचन पर असर पड़ सकता है और कुछ मामलों में यह गर्भवती महिला को गैस, सूजन, या बदहजमी जैसी समस्याएं उत्पन्न कर सकता है। इसलिए, गर्भवती महिलाओं को सूखे आलूबुखारे का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।

निष्कर्ष

सूखे आलूबुखारे का सेवन स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकता है, लेकिन इसके सेवन से पहले व्यक्ति की शारीरिक स्थिति और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को ध्यान में रखना जरूरी है। आयुर्वेद में यह बताया गया है कि सूखे आलूबुखारे का सेवन उन लोगों के लिए उपयुक्त है, जिन्हें हल्की एसिडिटी या बदहजमी जैसी समस्याएं होती हैं। लेकिन हाइपर एसिडिटी, अल्सर से ग्रस्त व्यक्तियों को इसे सेवन करने से बचना चाहिए।

All Images Credit- Freepik

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