पोषक तत्वों से भरपूर नारियल का सेवन सेहत के लिए बेहद लाभदायक होता है। डॉक्टर और हेल्थ एक्सपर्ट्स ताजा नारियल खाने और नारियल पानी पीने की सलाह देते हैं। ऐसा इसलिए, क्योंकि ताजे नारियल और नारियल पानी में कई तरह के विटामिन्स और मिनरल्स होते हैं, जो शारीरिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हैं। लेकिन ताजे नारियल के मुकाबले सूखे नारियल के पोषक तत्व और तासीर बिल्कुल अलग होती है। सूखा नारियल, जिसे खोपरा के नाम से भी जाना जाता है, भारतीय खानपान में कई तरीकों से प्रयोग किया जाता है। सूखा नारियल यानी ड्राई कोकोनट न केवल खाने का स्वाद बढ़ाता है, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी कई प्रकार से लाभदायक होता है। हालांकि, आयुर्वेद के अनुसार ड्राई कोकोनट का अधिक सेवन व्यक्ति के शरीर में पित्त दोष को बढ़ा सकता है। इस बारे में ज्यादा जानकारी के लिए हमने रामहंस चेरिटेबल हॉस्पिटल के आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा (Ayurvedic doctor Shrey Sharma from Ramhans Charitable Hospital) से बात की है।
पित्त दोष को बढ़ा सकता है सूखा नारियल
डॉक्टर ने बताया कि एक तरफ जहां ताजे नारियल को आयुर्वेद में ठंडा, मीठा, पोषण देने वाला और ताकत बढ़ाने के साथ पित्त दोष को बैलेंस करने वाला और पेट में जलन को कम करने वाला बताया गया है। तो वहीं दूसरी तरह सूखे नारियल जिसे खोपरा और ड्राई नारियल कहा जाता है, इसे आयुर्वेद में पित्त बढ़ाने वाला, विदाही बताया गया है। ड्राई कोकोनट के कारण लोगों को पेट में जलन और एसिडिटी की समस्या हो सकती है, इसके साथ ही कुछ लोगों को ड्राई कोकोनट के सेवन के बाद कब्ज की समस्या भी हो सकती है। डॉक्टर ने बताया कि आपको कौन सा नारियल खाना चाहिए ये अपनी गट हेल्थ के अनुसार चुन सकते हैं।
इसे भी पढ़ें: त्वचा की कई समस्याओं से छुटकारा दिलाते हैं शिरीष के फूल, आयुर्वेद के अनुसार इन 2 तरीकों से करें इस्तेमाल
सूखा नारियल (ड्राई कोकोनट) खाने से क्या लाभ होता है?
1. जिन लोगों को अक्सर थकान और कमजोरी का एहसास होता है उनके लिए सूखे नारियल यानी ड्राई कोकोनट का सेवन लाभकारी हो सकता है। ऐसा इसलिए, क्योंकि ड्राई कोकोनट में मौजूद कैलोरी और हेल्दी फैट एनर्जी का अच्छा सोर्स हैं। इसका सेवन करने से व्यक्ति को थकान का एहसास कम होगा। खासकर जो लोग ज्यादा मेहनत वाले काम करते हैं
2. ड्राई कोकोनट में फाइबर की अच्छी मात्रा होती है, ऐसे में इसके सेवन से पाचन से जुड़ी समस्याएं दूर हो सकती हैं। जिन लोगों को कब्ज की शिकायत रहती है उन्हें ड्राई कोकोनट का सेवन करना चाहिए।
3. ड्राई कोकोनट में मौजूद तत्व शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में सहायक होते हैं, जिससे व्यक्ति कई तरह की मौसमी बीमारियों और संक्रमण से बच सकता है।
4. ड्राई कोकोनट में कैल्शियम के साथ-साथ मैग्नीशियम की अच्छी मात्रा होती है, जो हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करते हैं और कई तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को दूर करने में सहायक हो सकते हैं।
इसे भी पढ़ें: क्या मानसून में जौ की रोटी का सेवन करना चाहिए? आयुर्वेदाचार्य से जानें फायदे और नुकसान
सूखा नारियल खाने के नुकसान
1. आयुर्वेद के अनुसार, ड्राई कोकोनट का ज्यादा सेवन व्यक्ति के शरीर में पित्त दोष को बढ़ा सकता है। जिससे व्यक्ति को पेट और सीने में जलन, गैस, एसिडिटी और त्वचा पर रैशेज जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
2. ड्राई कोकोनट में कैलोरी और फैट होता है, जो वजन बढ़ाने का कारण बन सकती है। अगर आप वजन घटाने की कोशिश कर रहे हैं, तो इसका सेवन संतुलित मात्रा में करें।
3. ड्राई कोकोनट में हेल्दी फैट्स होते हैं लेकिन फिर भी ज्यादा मात्रा में इसका सेवन हार्ट से जुड़ी समस्याओं वाले लोगों के लिए हानिकारक हो सकता है। इसका सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए।
All Images Credit- Freepik