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पाचन से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं इन 5 तरह के कैंसर का संकेत, लक्षणों को न करें नजरअंदाज

लंबे समय से पाचन से जुड़ी कई तरह की परेशानियां कैंसर की ओर संकेत कर सकती हैं। आगे जानते हैं कि पाचन से समस्याओं से किन कैंसर का खतरा हो सकता है।
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पाचन से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं इन 5 तरह के कैंसर का संकेत, लक्षणों को न करें नजरअंदाज

आज के समय पर लोगों की लाइफस्टाइल में बदलाव देखने को मिलता है। दरअसल, लाइफस्टाइल की वजह से ही लोगों के खानपान की आदतों में भी बदलाव आया है। काम की टेंशन के चलते लोग सही समय पर खाना नहीं खा पाते हैं, जिसका असर उनको लंबे समय के बाद देखने को मिलता है। खानपान की अनियमित आदतें और जंक फूड ज्यादा खाने की वजह से लोगों को पाचन से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। आपको बता दें कि पाचन से जुड़ी कई समस्याएं कैंसर की ओर संकेत करती हैं। डाइटिशियन बताती हैं कि पाचन से जुड़ी समस्याओं के हल्के लक्षणों को आसानी से ठीक किया जा सकता है। लेकिन, यदि किसी व्यक्ति को लंबे समय से गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट (पाचन तंत्र) से जुड़ी समस्याएं हैं, तो यह कैंसर का एक संकेत हो सकता है। आगे TGH Onco-Life Cancer Centre की न्यूट्रिशनिस्ट डॉ. प्रिया अग्रवाल से जानते है इस स्थिति में व्यक्ति को किस तरह के कैंसर का जोखिम अधिक होता है। 

पाचन से जुड़ी समस्याएं हो सकती है इन 5 तरह के कैंसर का संकेत - What Kind Of Cancer Causes Digestive Problems In Hindi 

आहार नली का कैंसर (Esophageal Cancer)

इस तरह का कैंसर आहार नली में होता है। यह नली गले से पेट तक भोजन ले जाने का काम करती है। यह महत्वपूर्ण पाचन समस्याओं का कारण बन सकता है। इस स्थिति में व्यक्ति को निगलने में परेशानी हो सकती है। रोगी को भोजन या एसिड मुंह में आने की समस्या होती है। 

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पेट का कैंसर (गैस्ट्रिक कैंसर- Gastric Cancer)

पेट का कैंसर, जिसे गैस्ट्रिक कैंसर भी कहा जाता है, पेट की परत में विकसित होता है। पेट के कैंसर से जुड़ी पाचन संबंधी समस्याओं में अपच, हार्टबर्न, मतली, उल्टी, भूखन न लगना और वजन का तेजी से कम होना शामिल है। यह अनुवांंशिक, हेलिकोबैक्टर पाइलरी इंफेक्शन, क्रोनिक गैस्ट्राइटिस आदि कारण से हो सकती है। 

अग्नाशय कैंसर (Pancreatic Cancer)

पैंक्रियाटिक कैंसर सीधे तौर पर पैंकियाज को प्रभावित करता है, जो पाचन और ब्लड शुगर को नियंत्रित करने का काम करता है। इस प्रकार के कैंसर में व्यक्ति को पीलिया, पेट में दर्द, चिकना व पीला मल त्यागना, वजन तेजी से कम होने की समस्या हो सकती है। 

कोलोरेक्टल कैंसर (Colorectal Cancer)

कोलोरेक्टल कैंसर में कोलन और मलाशय के कैंसर शामिल हैं। इसमें व्यक्ति को दस्त, कब्ज, पेट में लगातार ऐंठन, गैस बनाना, मल में ब्लड का आना, आदि लक्षण देखने को मिल सकते हैं। 

लिवर कैंसर (Liver Cancer)

यह कैंसर लिवर की कोशिकाओं में शुरू होता है। इसके कई कारण हो सकते हैं। इस दौरान मरीज को पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द महसूस होता है। साथ ही, सूजन, उल्टी, आंखे पीली होना, भूख न लगना और वजन तेजी से कम होने की समस्या हो सकती है। 

इसे भी पढ़ें: कैंसर के इलाज के दौरान कैसी होनी चाहिए मरीज की डाइट? जानें क्या खिलाएं और किन चीजों का करें परहेज

पाचन तंत्र से जुड़ी समस्याएं कई तरह के कैंसर का लक्षण हो सकती हैं। इस वजह से किसी भी तरह के लक्षणों को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। रोग की समय पर पहचान करने से कैंसर को शुरुआती चरण में ठीक किया जा सकता है। ऊपर बताए किसी भी तरह के लक्षण महसूस होने पर आप तुरंत डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं। 

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