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थायराइड की बीमारी में t3 और t4 का क्या मतलब है? डॉक्टर से समझें इन दोनों का अंतर

थायराइड की बीमारी आजकल आम होती जाती रही है। लेकिन, रिपोर्ट में अक्सर लोग टी3 और टी4 के बीच का अंतर नहीं समझते। आइए, जानते हैं इस बारे में विस्तार से।
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थायराइड की बीमारी में t3 और t4 का क्या मतलब है? डॉक्टर से समझें इन दोनों का अंतर


थायराइड की बीमारी आजकल आम होती जा रही है। हालांकि, थायराइड एक हार्मोन है जो कि हमारे गले के तितली जैसे ग्लैंड द्वारा प्रड्यूस होती है। जब इस हार्मोन का प्रोडक्शन कम होने लगता है या फिर ज्यादा होने लगता है तो लोगों को थायराइड की बीमारी हो जाती है। लेकिन, यह सबकुछ आप एक आम भाषा में समझ रहे हैं और असल में आपको इस बात के मेडिकल टर्म के बारे में जानकारी नहीं होती। जैसे कि जब आप थायराइड का टेस्ट करवाते हैं रिपोर्ट्स में जिस चीज पर ध्यान देना होता है वह यह है कि t3 और t4 लेवल कितना है। यही दोनों टर्म तय करते हैं कि आपको किस प्रकार का थायराइड है। इस बारे में विस्तार से जानने के लिए हमने Dr. Vijay Negalur, HOD - Diabetology, KIMS Hospitals, Thane से बात की।

थायराइड के काम में T3 और T4 क्या हैं और ये क्यों जरूरी हैं?

T3 यानी ट्राईआयोडोथायरोनिन (Triiodothyronine) और T4 यानी थाइरॉक्सिन (Thyroxine), थायरॉइड ग्रंथि द्वारा निर्मित दो मुख्य हार्मोन हैं। ये आपके शरीर के चयापचय को नियंत्रित करने के लिए महत्वपूर्ण हैं। इसमें आपके हृदय की धड़कन की गति और आपके शरीर द्वारा कैलोरी बर्न करने की गति शामिल है। ये हार्मोन ऊर्जा उत्पादन, तापमान नियंत्रण, मस्तिष्क के विकास और हार्मोनल संतुलन बनाए रखने के लिए जरूरी हैं।

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T3 और T4 में क्या अंतर है?

मुख्य अंतर शक्ति, मात्रा और गतिविधि से संबंधित हैं, जिसे लोग जल्दी समझ नहीं पाते हैं। जैसे कि T4 हार्मोन का निष्क्रिय रूप है और थायराइड द्वारा उत्पादित हार्मोन का लगभग 90% बनाता है। यह एक भंडारण हार्मोन के रूप में कार्य करता है, जो खून में तब तक घूमता रहता है जब तक शरीर को अधिक सक्रिय थायराइड हार्मोन की आवश्यकता नहीं होती। T3 सक्रिय रूप है और बहुत अधिक शक्तिशाली है, हालांकि यह उत्पादित थायराइड हार्मोन का केवल लगभग 10% ही बनाता है। अधिकांश T3 वास्तव में लिवर और अन्य ऊतकों में T4 से परिवर्तित होता है। T4 को कच्चा माल और T3 को सक्रिय कार्यकर्ता समझें। शरीर ज्यादा T4 बनाता है और फिर जरूरत पड़ने पर उसे T3 में बदल देता है ताकि सब कुछ सुचारू रूप से चलता रहे।

t3 and t4

डॉक्टर T3 और T4 दोनों की जांच क्यों करते हैं?

थायराइड के काम की पूरी जानकारी देने के लिए दोनों की जांच की जाती है। असामान्य स्तर हाइपोथायरायडिज्म यानी अंडरएक्टिव थायराइड (hypothyroidism or underactive thyroid) थाइरॉक्सिन या हाइपरथायरायडिज्म यानी ओवरएक्टिव थायरॉइड (hyperthyroidism or overactive thyroid) जैसी स्थितियों का संकेत हो सकते हैं। उदाहरण के लिए, शुरुआती हाइपरथायरायडिज्म में, T4 सामान्य रहने पर भी T3 हाई हो सकता है।

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T3 और T4 के स्तर को क्या प्रभावित कर सकता है?

तनाव, बीमारी, दवाएं, पोषक तत्वों की कमी जैसे आयोडीन या सेलेनियम, और हाशिमोटो या ग्रेव्स रोग जैसी स्व-प्रतिरक्षित बीमारियां थायराइड हार्मोन के स्तर को प्रभावित कर सकती हैं। यहां तक कि लिवर का स्वास्थ्य भी इस बात को प्रभावित करता है कि T4 कितनी अच्छी तरह T3 में परिवर्तित होता है।

एनर्जी, मूड, वजन और समग्र स्वास्थ्य के लिए संतुलित थायराइड हार्मोन संतुलित बनाए रखना जरूरी है। इसके अलावा जरूरी है कि आप नियमित रूप से थायराइड टेस्ट करवाते रहें ताकि आपको अपनी सेहत के बारे में सही जानकारी रहे। अगर आप हर 3 से 6 महीने पर भी टेस्ट करवा लेते हैं तो दवा की मदद से अपने थायराइड लेवल को बैलेंस कर सकते हैं। इसके अलावा थायराइड के लक्षणों खासकर अगर आपको थकान, बालों का झड़ना या वजन में बदलाव जैसे लक्षण दिखाई देते हैं, असंतुलन की जल्द पहचान करने में मदद कर सकते हैं।

इन तमाम चीजों के अलावा आपको अपनी डाइट और लाइफस्टाइल में कुछ बातों का ख्याल रखें तो इन तमाम चीजों से बच सकते हैं। जैसे कि स्ट्रीट फूड्स और बाहरी चीजों के सेवन से बचें। मशरूम खाएं, अलसी और धनिया के बीजों का सेवन करें। इसके अलावा आप आंवला खाएं तो थायराइड की समस्या से बच सकते हैं। इतना ही नहीं तनाव से बचें और अपनी नींद पूरी करें। साथ ही रोजाना नियमित रूप से एक्सरसाइज करें, खासकर उज्जायी प्राणायाम करें जो कि थायराइड की समस्या को कम करने में व्यापक तरीके से मददगार है।

FAQ

  • Normal Thyroid कितना होना चाहिए?

    नॉर्मल थायराइड जिसे TSH के रूप में मापा जाता है, आमतौर पर 0.4 से 4.0 mIU/L के बीच होना चाहिए। अगर इससे ज्यादा है तो आपको थायराइड की बीमारी है और आपको डॉक्टर को दिखाकर दवा लेनी चाहिए।
  • क्या थायराइड में गर्म पानी पीना चाहिए?

    थायराइड में आप गर्म पानी पी सकते हैं लेकिन इससे थायराइड के लेवल पर कोई ज्यादा फर्क नहीं पड़ता बस बॉडी डिटॉक्स में मदद मिलती है और मेटाबॉलिज्म सही हो जाता है।
  • क्या केला थायराइड के लिए ठीक है?

    थायराइड के मरीज रोज 2 केला खा सकते हैं। केले में सेलेनियम होता है जो कि थायराइड हार्मोन के प्रोडक्शन को बढ़ाने और फिर इस बीमारी को कंट्रोल में रखने में मदद कर सकता है।

 

 

 

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