
बदलते मौसम में गले और फेफड़ों से जुड़ी बीमारियां तेजी से बढ़ती हैं। इन्हीं में से एक है ब्रोंकाइटिस (Bronchitis)। अक्सर लोग इसे वायरल इंफेक्शन या सामान्य सर्दी-जुकाम समझ लेते हैं, लेकिन एक्सपर्ट्स के मुताबिक यह दोनों अलग होते हैं। ब्रोंकाइटिस में मुख्य रूप से ब्रोंकियल ट्यूब्स यानी फेफड़ों तक हवा ले जाने वाली नलियां सूज जाती हैं, जिससे खांसी, बलगम और सांस लेने में दिक्कत होती है। वहीं, वायरल इंफेक्शन गले, नाक या पूरे श्वसन तंत्र में हो सकता है, जिसमें बुखार, सिरदर्द और शरीर में दर्द भी महसूस होता है। सही पहचान और समय पर इलाज से न केवल लक्षणों को कम किया जा सकता है, बल्कि फेफड़ों को लंबे समय तक स्वस्थ रखा जा सकता है। आइए जानते हैं डॉक्टरों के अनुसार ब्रोंकाइटिस और वायरल इंफेक्शन के बीच क्या फर्क है। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के केयर इंस्टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फिजिशियन डॉ. सीमा यादव से बात की।
ब्रोंकाइटिस और सर्दी-जुकाम के लक्षणों में अंतर- Symptoms Difference Between Bronchitis vs Viral Infection

- ब्रोंकाइटिस के लक्षण: लगातार खांसी, मोटा बलगम, सीने में जकड़न, हल्का बुखार, सांस लेने में कठिनाई।
- सर्दी-जुकाम के लक्षण: गले में खराश, नाक बहना, तेज बुखार, सिरदर्द, शरीर में दर्द, कभी-कभी खांसी आना।
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ब्रोंकाइटिस और सर्दी-जुकाम के कारण अलग हैं- Causes Of Bronchitis vs Viral Infection
- लंबे समय तक धूल, धुआं, तंबाकू, प्रदूषण या बैक्टीरियल या वायरल इंफेक्शन की वजह से ब्रोंकियल ट्यूब्स में सूजन आ जाती है।
- वहीं सर्दी-जुकाम वायरल इंफेक्शन के कारण होता है और जल्दी फैल जाता है।
ब्रोंकाइटिस और सर्दी-जुकाम की अवधि- Duration Of Bronchitis vs Viral Infection
- एक्यूट ब्रोंकाइटिस आमतौर पर 2-3 हफ्ते तक रहता है, जबकि क्रॉनिक ब्रोंकाइटिस महीनों तक बना रह सकता है।
- सर्दी-जुकाम जैसे वायरल इंफेक्शन 5-7 दिन में ज्यादातर लक्षण कम हो जाते हैं।
ब्रोंकाइटिस और सर्दी-जुकाम का रिस्क- Complications Of Bronchitis vs Viral Infection
- ब्रोंकाइटिस समय पर इलाज न हो, तो फेफड़ों की क्षमता कम हो सकती है, बार-बार इंफेक्शन और सीओपीडी का खतरा बढ़ता है।
- सर्दी-जुकाम आमतौर पर खुद ही ठीक हो जाता है, लेकिन इम्यूनिटी कम हो, तो निमोनिया जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
ब्रोंकाइटिस और सर्दी-जुकाम का इलाज- Treatment Of Bronchitis vs Viral Infection
- ब्रोंकाइटिस में डॉक्टर इनहेलर, खांसी कम करने की दवाएं और जरूरत पड़ने पर एंटीबायोटिक देते हैं।
- वायरल इंफेक्शन होने पर आराम, तरल पदार्थ, पैरासिटामोल, विटामिन-सी युक्त आहार देते हैं।
डॉक्टर से कब मिलें?- When To See A Doctor
अगर खांसी 3 हफ्ते से ज्यादा रहे, सांस लेने में तकलीफ बढ़े, तेज बुखार हो या बलगम में खून आए तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
निष्कर्ष:
ब्रोंकाइटिस और वायरल इंफेक्शन के लक्षण भले ही एक जैसे लगते हों, लेकिन कारण, अवधि और इलाज अलग-अलग हैं। सही पहचान और समय पर इलाज से गंभीर समस्याओं से बचा जा सकता है।
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Current Version
Nov 05, 2025 19:45 IST
Modified By : Anurag GuptaNov 05, 2025 19:45 IST
Published By : Anurag Gupta