Weight Loss Transformation Journey Of Neetu Singh in Hindi: डिलीवरी के बाद ज्यादातर महिलाएं वजन बढ़ने की समस्या से परेशान रहती हैं। इस दौरान महिलाओं के शरीर में आने वाले बदलावों और हार्मोन्स के बदलावों के कारण महिलाओं का वजन कम करना और भी मुश्किल हो जाता है। वहीं, महिलाएं बच्चे की जिम्मेदारी के साथ खुद पर ज्यादा ध्यान भी नहीं दे पाती हैं, जो उनके लिए स्वास्थ्य संबंधी कई अन्य समस्याओं का कारण भी बन सकता है। ऐसे में आइए नीतू सिंह से जानें डिलीवरी के बाद उनकी वेट लॉस जर्नी के बारे में।
बता दें, ओन्लीमायहेल्थ 'फैट टू फीट' (Fat To Fit) स्पेशल सीरीज चला रहा है, जिसमें हम लोगों की ट्रांसफॉर्मेशन जर्नी के बारे में बताते हैं। ऐसे में आज हम शेयर करेंगे नीतू सिंह (Neetu Singh) की डिलीवरी के बाद की ट्रांसफॉर्मेशन जर्नी के बारे में, जिसमें उन्होंने लगभग 20 किलो तक वजन कम किया है। नीतू सिंह की जिंदगी भी किसी आम भारतीय महिला के जैसी ही थी, शादी, बच्चे और उनकी जिम्मेदारियां। लेकिन जो बात उनको बाकियों से अलग बनाती है वह है उनकी हिम्मत, डिलीवरी के बाद उन्होंने 20 किलो तक वजन घटाया और शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य को भी बेहतर किया है।
शादी के बाद आए बदलाव
नीतू सिंह बताती हैं कि शादी से पहले वे एकदम फिट थीं, जैसे ज्यादातर लड़कियां होती हैं, लेकिन शादी के बाद और फिर मां बनने के बाद उनके शरीर में धीरे-धीरे बदलाव आने लगे थे। पहला बच्चा होने के बाद उनका वजन करीब 78-80 किलो तक पहुंच गया था। इस दौरान न सिर्फ उनका वजन बढ़ा बल्कि पीठ दर्द, रीढ़ की हड्डी में दर्द, थकान और शरीर में कमजोरी जैसी परेशानियां भी शुरु हो गई थीं।
जब रीढ़ की हड्डी में लगातार दर्द बना रहा तो डॉक्टर सा जांच कराई तो उन्होंने बताया कि नीतू को शरीर में कैल्शियम, आयरन और मल्टीविटामिन्स की कमी है। ऐसे में दवाइयां भी ज्यादा नहीं ली जा सकती थीं। नीतू ने बताया कि उस वक्त उन्हें समझ ही नहीं आ रहा था कि क्या खाएं, क्या छोड़ें।
शुरुआती गलतियों से सीखा
नीतू सिंह बताती हैं कि एक मां के रूप में प्राथमिकता सिर्फ बच्चा था। ऐसे में नाश्ता करना का भी समय नहीं मिलता था। ऐसे में कई बार ब्रेकफास्ट स्किप कर देती थी और जब भूख लगती थी, तो जल्दी से सैंडविच या अंडे या ब्रेड जैसा कुछ बनाकर खा लेती थी और साथ में बहुत अधिक चाय पीती थीं। तो ऐसा लगता था कि कम खा रही हूं, लेकिन तब तक यह नहीं पता था कि व्हाइट ब्रेड स्वास्थ्य के लिए कितना नुकसानदायक होता है और यह असल में पोषणहीन खाना है और अनियमित लाइफस्टाइल स्वास्थ्य को और भी खराब कर रहा था।
हल्की वॉक शुरु की
नीतू सिंह ने बताया कि उन्होंने हल्का वर्कआउट शुरु किया, जिसमें नतीजे नहीं मिलने पर निराशा होने लगी। इस दौरान वजन तो कम नहीं हुआ लेकिन उनको सिर दर्द और माइग्रेन जैसी समस्याएं रहने लगती हैं। इस दौरान डॉक्टर से बताया कि यह माइग्रेन की शुरुआत है, साथ ही, सर्वाइकल का दर्द (cervical pain) और कमर का दर्द (back pain) भी बढ़ने लगा था।
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