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डिलीवरी के बाद वॉक करके और घर का खाना खाकर रेनू गुप्ता ने घटाया 15 किलो वजन, जानें इनकी कहानी

डिलीवरी के बाद बढ़े हुए वजन को कम करने के लिए रेनू ने हेल्दी डाइट फॉलो करने के साथ हेल्दी लाइफस्टाइल को अपनाया। आइए रेनू से ही जानें उनकी वेट लॉस जर्नी।
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डिलीवरी के बाद वॉक करके और घर का खाना खाकर रेनू गुप्ता ने घटाया 15 किलो वजन, जानें इनकी कहानी


Weight Loss Transformation: मां बनना हर महिला के लिए जीवन के सबसे खूबसूरत एहसासों में से एक है। प्रेग्नेंसी से लेकर डिलीवरी तक महिला को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। डिलीवरी के बाद शरीर में कई बदलाव आते हैं जिनमें वजन बढ़ना भी शामिल है। प्रेग्नेंसी में होने वाले हार्मोनल बदलाव और लाइफस्टाइल चेंजेस के कारण डिलीवरी के बाद वजन तेजी से बढ़ने लगता है। पोस्टपार्टम के बाद वजन घटाना महिलाओं के लिए बड़ा टास्क बन जाता है। नवजात की देखभाल और घर की जिम्मेदारियों में फंसकर अधिकतर महिलाएं अपने बढ़े हुए वजन को कम नहीं कर पाती हैं। जिस वजह से उन्हें गंभीर बीमारियों का खतरा होने लगता है। लेकिन अगर डाइट और लाइफस्टाइल को मेंटेन करके रखा जाए, तो डिलीवरी के बाद भी वजन घटाना आसान है। इस बात का जीता-जागता उदाहरण है दिल्ली की रहने वाली रेनू गुप्ता। जिन्होंने डिलीवरी के बाद 6 माह के अंदर 15 किलो वजन कम किया है। अपनी वेट लॉस जर्नी के बारे में बताते हुए रेनू गुप्ता ने वेट लॉस के कुछ टिप्स शेयर किये हैं। आइए ओनलीमायहेल्थ की सीरीज फैट टू फिट (Fat To Fit) के तहत जानें रेनू से उनकी वेट लॉस जर्नी के बारे में।

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प्रेग्नेंसी के दौरान बढ़ने लगा था वजन

रेनू बताती हैं कि प्रेग्नेंसी के दौरान उनकी डाइट और लाइफस्टाइल पूरी तरह से बदल गया था। प्रेग्नेंसी से पहले तक रेनू अपना वेट हमेशा से मेंटेन रखती आई हैं। लेकिन, प्रेग्नेंसी के दौरान उन्होंने डाइट में फैट्स और कार्ब्स वाले खाद्य पदार्थों को ज्यादा शामिल किया था, जिस कारण उनका वजन बढ़ता चला गया। रेनू कहती हैं कि “जब कोई महिला प्रेग्नेंट होती है, तो परिवार वाले और आसपास के लोग कई तरह की चीजें खाने की सलाह देते हैं। ऐसे में सभी की बातें सही भी लगती हैं और डाइट मेंटेन रख पाना मुश्किल हो जाता है।”

डिलीवरी के बाद होने लगी परेशानी

रेनू बताती हैं कि बेबी होने के बाद बॉडी में कई चेंजेस आते हैं। इन्हीं चेंजेस में वेट गेन होना भी शामिल है। डिलीवरी के बाद उनका वजन अचानक से 20 किलो बढ़ गया है। इस कारण बॉडी इमेज के बाद स्ट्रेस भी ज्यादा रहना शुरू हो गया है। कुछ सीढ़िया चढ़ते ही थकावट हो जाती थी। इस दौरान उन्हें कमजोरी और थकावट भी ज्यादा होती थी।

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एक दिन खुद को बदलने की ठानी

बातचीत के दौरान रेनू ने बताया जब तक आप कुछ ठान नहीं लेते, आप उसे पूरा नहीं कर सकते हैं। रेनू कहती हैं कि उन्हें फोटो खींचने का बहुत शौक है। लेकिन, पोस्टपार्टम के बाद बढ़े हुए वजन को देखकर उन्हें अजीब लगता था। अकेले फोटो खिंचवाना भी पंसद नहीं आता था। तब उन्होंने वेट लॉस करने की ठानी और खुद को बदलना शुरू किया।

छोटे-छोटे बदलावों से शरुआत की

रेनू ने बताया कि उन्होंने अचानक से सब कुछ बदलने के बजाय छोटे-छोटे बदलावों से शरुआत की। ऐसा इसलिए, क्योंकि बेबी होने के बाद आपका शेड्यूल पूरी तरह से बदल जाता है। ऐसे में अगर आप हार्ड चेंजेस अपनाते हैं, तो उन्हें लंबे समय तक फॉलो करना मुश्किल हो सकता है। रेनू ने किसी डायटिशियन से डाइट लेने के बजाय खुद की अपनी डाइट तय की। बच्चे की देखभाल के साथ खुद के लिए भी समय निकालना शुरू किया।

जंक फूड और शुगर से बनाई दूरी

रेनू ने जब डाइट फॉलो करना शुरू किया तो उन्होंने सबसे पहले जंक और प्रोसेस्ड फूड खाना बंद किया। रेनू कहती हैं कि डिलीवरी के कुछ समय बाद उन्हें जंक फूड की क्रेविंग ज्यादा होने लगी थी। जिस कारण वो बाहर से खाना मंगवाकर खाती थी और उनका वजन बढ़ता चला गया। इसलिए उन्होंने सबसे पहले जंक और प्रोसेस्ड फूड खाना छोड़ दिया।

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हेल्दी डाइट और लाइफस्टाइल फॉलो किया

रेनू ने अपनी वेट लॉस जर्नी डिलीवरी के चार महीने बाद शुरू की थी। ऐसे में उनकी बॉडी पूरी तरह रिकवर हो चुकी थी। इसके बाद उन्होंने हेल्दी डाइट और लाइफस्टाइल से जुड़ी आदतें फॉलो करना शुरू किया-

  • वेट लॉस के दौरान केवल घर का बना खाना खाया और बाहर का खाना अवॉइड किया।
  • अगर बाहर घूमने जाती थी तो घर से खाना पैक करके ले जाती थी।
  • रोज सुबह और डिनर के बाद आधा घंटा वॉक करने की आदत बनाई।
  • बेबी को सुलाते हुए या फोन पर बात करते हुए एक जगह बैठने के बजाय वॉक करती थी।
  • ठंडा पानी पीने के बजाय गुनगुना पानी पीने की आदत बनाई।
  • सुबह उठकर सबसे पहले भीगे हुए ड्राई फ्रूट्स खाएं, जिससे दिनभर एनर्जेटिक रहने में मदद मिली।
  • स्नैक्स के लिए भूने हुए मखाने और चने खाना शुरू किया।
  • रोजाना दो फलों का सेवन किया और वाटर इनटेक मेंटेन रखा। इससे बॉडी हाइड्रेट रहती थी।
  • चीनी या कोई भी प्रोसेस्ड फूड नहीं खाया। इसके बजाय किशमिश या डार्क चॉकलेट खाती थी।

निष्कर्ष

रेनू की कहानी से सीख मिलती है कि घर की जिम्मेदारियों के बीच खुद को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। परिवार के साथ खुद को भी प्राथमिकता बनाना जरूरी है। बेबी होने के बाद वजन बढ़ना हर किसी के लिए नॉर्मल है। लेकिन अगर इस पर ध्यान न दिया जाए, तो आगे चलकर यह बीमारियों की वजह भी बन सकता है। वेट लॉस के लिए डाइट को हेल्दी रखना जरूरी है। शरीर पर दवाब डाले बिना अगर वॉक या हल्की-फुल्की एक्सरसाइज की आदत बनाई जाए, तो वेट लॉस करना आसान हो सकता है।

FAQ

  • नार्मल डिलीवरी के बाद पेट कैसे कम करें?

    नॉर्मल डिलीवरी के बाद पेट कम करने के लिए खानपान पर खास ध्यान दें। संतुलित आहार लें और थोड़ी-बहुत एक्सरसाइज करने की आदत भी बनाएं। तला-भूना और मसालेदार खाने से परहेज करें। अपनी डाइट में फलों को शामिल करें और गुनगुना पानी जरूर पिएं।  
  • डिलीवरी के बाद तेजी से वजन कैसे कम करें?

    डिलीवरी के बाद वजन कम करने के लिए हेल्दी डाइट और लाइफस्टाइल फॉलो करें। डाइट में मीठा और चिकनाहट खाना कम कर दें। रोज सुबह शाम वॉक करें और एक्सरसाइज करना शुरू करें।  
  • क्या डिलीवरी के 6 महीने बाद पेट कम करना संभव है?

    डॉक्टर के मुताबिक, डिलीवरी के छह महीने बाद वजन कम करना संभव है। लेकिन इसके लिए डाइट और लाइफस्टाइल को मेंटेन करके रखना बहुत जरूरी है। पेट कम करने के लिए हर्बल टी और फैट लॉस ड्रिंक पीना शुरू करें। मीठी चीजें और जंक फूड खाना बंद कर दें। रोज वॉक और एक्सरसाइज जरूर करें। 

 

 

 

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