
डिलीवरी के बाद अक्सर महिलाओं के शरीर में कई तरह के हार्मोनल बदलाव होते हैं, जो त्वचा पर भी गहरा असर डालते हैं। इनमें से एक आम समस्या है चेहरे पर एक्ने का उभरना, जिसे पोस्टपार्टम एक्ने के नाम से जाना जाता है। यह समस्या महिलाओं के लिए तनाव का कारण बन सकती है। ऐसा इसलिए, क्योंकि एक्ने न सिर्फ त्वचा की खूबसूरती को कम करते है बल्कि त्वचा पर दर्द और जलन भी पैदा करते हैं। पोस्टपार्टम एक्ने का मुख्य कारण गर्भावस्था के दौरान शरीर में होने वाले हार्मोनल उतार-चढ़ाव होते हैं, जिससे सीबम का उत्पादन बढ़ जाता है और पोर्स ब्लॉक हो जाते हैं। इसके अलावा, डिलीवरी के बाद नई जिम्मेदारियों और बच्चे की देखभाल के चलते महिलाओं को पर्याप्त नींद नहीं मिल पाती है, जिससे भी त्वचा पर एक्ने की समस्या बढ़ जाती है। आशु कुमार दास को भी बच्चे के जन्म के बाद चेहरे पर पोस्टपार्टम एक्ने की समस्या हुई थी, जिसके कारण उनके माथे एक्ने होने लगे थे। व्यक्तिगत अनुभव और घरेलू उपायों के प्रयोग से आशु ने चावल के फेस पैक का उपयोग कर इस समस्या का हल ढूंढा। आशु का यह फेस पैक न केवल उनके चेहरे पर निखार लाया, बल्कि एक्ने की समस्या से भी राहत दी।
आपको बता दें कि ओन्लीमायहेल्थ Skin Care Diaries सीरीज चला रहा है। आज इस सीरीज में हम आपको बताएंगे कि आशु कुमार दास की होममेड चावल फेस पैक रेमेडी किस तरह स्किन के लिए फायदेमंद साबित हुई।
बच्चे के जन्म के बाद एक्ने की समस्या
आशु कुमार दास की कहानी कई महिलाओं के लिए एक प्रेरणा हो सकती है, जो प्रेग्नेंसी और पोस्टपार्टम के दौरान चेहरे पर होने वाली समस्याओं से परेशान रहती हैं। बच्चे के जन्म के बाद के कई हफ्तों में हार्मोनल बदलाव होते हैं, जिससे त्वचा पर एक्ने जैसी समस्याएं उभर सकती हैं। आशु को भी ऐसे ही मुंहासों का सामना करना पड़ा, जो उनके लिए चिंता का कारण बन गए थे। आशु ने बताया कि पहले तो उन्हें यह एक सामान्य समस्या लगी, लेकिन जब एक्ने बढ़ने लगे, तो उन्होंने घरेलू उपचार पर ध्यान देने का फैसला किया।
इसे भी पढ़ें: Skin Care Diaries: व्हाइटहेड्स होने पर आर्या पांडे ने अपनाया बेसन का ये नुस्खा, कुछ दिनों में दूर हो गई समस्या
चावल का फेस पैक
चावल का फेस पैक न केवल चेहरे से एक्ने हटाने में मदद करता है, बल्कि स्किन को निखारने और उसमें नमी बनाए रखने का भी काम करता है। आशु ने चावल का फेस पैक अपनी स्किन केयर रूटीन में शामिल किया और इसके प्रभाव देखे। आइए जानते हैं इस फेस पैक के फायदे और इसे बनाने का तरीका।

इसे भी पढ़ें: 40 की उम्र में भी अनीश के चेहरे पर दिखता है नेचुरल ग्लो, घरेलू नुस्खों से रखती है स्किन का ध्यान
चावल का फेस पैक बनाने का तरीका
चावल का फेस पैक बनाने के लिए आपको बस कुछ सामान्य सामग्री की आवश्यकता होगी, जो घर में आसानी से मिल जाती हैं।
- 1-2 चम्मच चावल का आटा
- 1 चौथाई चम्मच हल्दी
- 1 चम्मच शहद
- 1-2 चम्मच गुलाब जल (या पानी)
बनाने का तरीका
- सबसे पहले, एक कटोरी में चावल का आटा, हल्दी, शहद और गुलाब जल डालें। इन सभी को अच्छे से मिला लें ताकि एक पेस्ट तैयार हो जाए।
- अब इस पेस्ट को चेहरे और गर्दन पर लगाएं। ध्यान रखें कि यह पैक आंखों के आसपास की नाजुक त्वचा से दूर रखें।
- पैक को 15-20 मिनट तक चेहरे पर छोड़ दें। जब यह सूख जाए, तो ताजे पानी से चेहरे को धो लें।
- इस प्रक्रिया को सप्ताह में 2-3 बार दोहराने से आपको जल्द ही फर्क महसूस होने लगेगा।
इसे भी पढ़ें: Skin Care Diaries: दाग-धब्बे मिटाने के लिए श्रेया ने आजमाया नानी का बताया यह खास नुस्खा, आप भी करें ट्राई
आशु के अनुभव के अनुसार, इस फेस पैक को सप्ताह में दो-तीन बार उपयोग करने से त्वचा में धीरे-धीरे सुधार नजर आने लगता है। नियमित उपयोग से त्वचा पर जमा एक्स्ट्रा ऑयल कंट्रोल होता है, एक्ने कम होते हैं और त्वचा पर नेचुरल निखार आता है। चावल का आटा एक नेचुरल स्क्रब की तरह काम करता है, जिससे त्वचा की रंगत साफ होती है।

आशु ने इस फेस पैक को अपनी त्वचा के प्रकार के अनुसार चुना था। यदि आपकी त्वचा भी एक्ने और पिंपल्स की समस्या से जूझ रही है, तो यह चावल का फेस पैक आपके लिए भी मददगार साबित हो सकता है। हालांकि, यह जरूर देखें कि आपकी त्वचा पर कोई एलर्जी नहीं हो। यदि आपकी त्वचा संवेदनशील यानी सेंसिटिव है या कोई रिएक्शन होता है, तो इस पैक का इस्तेमाल न करें।
निष्कर्ष
पोस्टपार्टम एक्ने के दौरान प्राकृतिक उपचारों का प्रयोग करने से त्वचा को बिना किसी साइड इफेक्ट्स के लाभ मिलते हैं। आशु कुमार दास की चावल फेस पैक रेमेडी एक प्रभावी उपाय है जो न केवल एक्ने को कम करता है बल्कि त्वचा को भी निखारता है। अगर आप भी पोस्टपार्टम के दौरान एक्ने जैसी समस्याओं से जूझ रही हैं, तो इस रेमेडी को आजमा सकती हैं।
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version