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महिलाओं को पोस्टपार्टम पीरियड से जुड़े इन 8 सच के बारे में जरूर होना चाहिए पता, एक्सपर्ट से जानें

पोस्टपार्टम के दौरान महिलाओं को मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य से जुड़ी कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे में आइए जानते हैं इससे जुड़ी कुछ बातें-
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महिलाओं को पोस्टपार्टम पीरियड से जुड़े इन 8 सच के बारे में जरूर होना चाहिए पता, एक्सपर्ट से जानें


प्रेग्नेंसी किसी भी महिला की लाइफ में जितनी खुशियां लेकर आती है, उतनी ही समस्याएं भी होती है। खासकर, बच्चा होने के बाद महिलाएं शारीरिक और मानसिक तौर पर कई समस्याओं का सामना करती हैं। पहले के समय में जॉइंट फैमिली का ट्रेंड चलता था, जिस कारण महिलाओं में पोस्टपार्टम डिप्रेशन कम होता था, क्योंकि बच्चे को संभालने से लेकर मां की सही केयर अच्छी तरह से हो जाती थी। लेकिन, आज के समय में सिंगल फैमिली का चलन है, जिसमें प्रेग्नेंसी के कुछ समय तक ही महिलाओं को सही सपोर्ट और केयर मिल पाती है। इतना ही नहीं इस दौरान कई ऐसी समस्याएं होती है, जिसका सामना अकेला करना महिलाओं के लिए मुश्किल हो सकता है। हालांकि पोस्टपार्टम के दौरान अधिकतर महिलाओं में कुछ बातें सामान्य होती हैं, जिसके बारे में सभी को पता होना जरूरी है। तो आइए गयनेकोलॉजिस्ट और प्रसूति विशेषज्ञ डॉ. चांदनी सहगल से जानते हैं पोस्टपार्टम से जुड़े कुछ फैक्ट्स के बारे में-

पोस्टपार्टम से जुड़ी जरूरी बातें-

1. डिलीवरी के बाद के पहले कुछ दिन हर महिला के जीवन के सबसे कठिन समय में से एक होते हैं, लेकिन सबसे खूबसूरत पल भी होते है।

2. गर्भावस्था के दौरान शरीर को बेहतर बनाए रखने के लिए शरीर में कई हार्मोन बढ़ जाते हैं, ऐसे में डिलीवरी के बाद अचनाक इन हार्मोन्स में गिरावट को कारण आप में मूड स्विंग, तनाव और बार-बार रोना आम है।

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3. स्तनपान कराना हर महिला के लिए आसान नहीं होता है, खासकर अगर आप पहली बार मां बनी हैं तो ब्रेस्टफीडिंग आपके लिए मुश्किल हो सकता है। इसलिए, इसके लिए आपमें धैर्य और निरंतरता की जरूरत होती है।

4. चाहे सी-सेक्शन के द्वारा आपका बच्चा पैदा हुआ हो या नॉर्मल डिलीवरी है, दोनों दर्दनाक होते हैं और ठीक होने में समय लगता है।

5. बच्चा होने के बाद भी महिलाओं को एक मजबूत सपोर्ट सिस्टम की जरूरत होती है। अगर, सपोर्ट की कमी है तो यह पोस्टपार्टम डिप्रेशन का कारण बन सकता है। 50 से 80 प्रतिशत महिलाओं में डिप्रेशन अपने आप दूर हो जाता है और 10-12 प्रतिशत में PPD होता है, जिसके लिए इलाज की जरूरत होती है।

6. डिलीवरी के बाद महिलाओं को कुछ दिनों तक लगातार हैवी ब्लीडिंग की समस्या होना आम है।

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7. डिलीवरी के बाद महिलाओं को पूरी तरह से ठीक होने में 1 साल और खुद को फिर से ठीक महसूस करने में 2 साल तक का समय भी लग सकता है।

8. बेबी होने के बाद लगभग 8 से 10 महीनों तक आपको ज्यादातर दिनों में नींद न आने की समस्या हो सकती है।

पोस्टपार्टम पीरियड के दौरान महिलाओं को एक मजबूत सपोर्ट और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर रखने की जरूरत है। इसलिए आप अपने दोस्तों, पार्टनर या परिवार के अन्य सदस्यों से मदद लेने की कोशिश करें। 

Image Credit: Freepik 

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