
Fat to fit: मोटापा कहने को एक बीमारी है लेकिन समय के साथ ये कई बीमारियों का कारण बन जाती है। सिर्फ मोटापे की वजह से आपको अलग-अलग अंगों की सेहत प्रभावित हो सकती है जैसे कि अलीगढ़ की ममता गुप्ता (Mamta Gupta) के साथ हुआ। दरअसल, मोटापे की वजह से 47 साल की ममता गुप्ता की पैर टेढ़े हो रहे थे और उन्हें चलने-फिरने में दिक्कत हो रही थी। इतना ही नहीं, मोटापे की वजह से उन्हें कई दूसरी बीमारियां भी हो रही थीं। ऐसे में ममता गुप्ता ने वेट लॉस करने की ठानी और पहले न्यूट्रिशन कंट्रोल करके और फिर एक्सरसाइज की मदद से वेट लॉस किया। आइए, जानते हैं उनकी ये पूरी वेट लॉस जर्नी और आज वे क्यों दूसरों के लिए किसी प्रेरणा से कम नहीं हैं।
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जानें वेट कंट्रोल करके ममता गुप्ता ने कैसे बदली अपनी जिंदगी
ममता गुप्ता ने खुद अपनी ये प्रेरणादायक कहानी शेयर करते हुए बताया कि करीब एक से डेढ़ साल पहले उनकी की स्थिति बेहद चिंताजनक थी। उनके घुटनों की हालत इतनी खराब हो चुकी थी कि डॉक्टरों ने घुटने बदलवाने तक की सलाह दे दी थी। उनके पैर अंदर की ओर मुड़ने लगे थे और चलना-फिरना लगभग असंभव हो गया था। हालात ऐसे थे कि उन्हें बिस्तर तक का सहारा लेना पड़ा। ममता बताती हैं कि ''उस दौर में मेरे लिए स्कूटी पर बैठना भी बहुत कठिन हो गया था। थोड़ी-सी ऊंचाई या चबूतरा भी उनके लिए बड़ी बाधा बन जाता था।'' कम उम्र में ही ऐसी परेशानी ने उन्हें मानसिक रूप से भी तोड़ दिया था। उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि आगे क्या होगा और जीवन कैसे आगे बढ़ेगा।
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एक हेल्थ क्लब से जुड़कर बदली ममता की जिंदगी
आगे ममता बताती हैं कि लगातार वेट बढ़ने की वजह से उन्हें शुगर, ब्लड प्रेशर, थायरॉयड और पाइल्स जैसी समस्याएं होने लगी थीं। समय के साथ ये दिक्कत इतनी तेजी से बढ़ रही थी कि उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि करें क्या? इसी बीच उनकी जिदगी में एक सकारात्मक मोड़ आया और वे एक न्यूट्रिशन क्लब से जुड़ीं, जहां उन्हें सही पोषण और जीवनशैली के बारे में जानकारी मिली। इस हेल्थ क्लब से जुड़कर पहले तो उन्होंने अपनी लाइफस्टाइल को सही किया और डाइट कंट्रोल करने की कोशिश की। ममता गुप्ता ने अपनी दिनचर्या में पोषणयुक्त आहार को शामिल किया और यह समझा कि असली सुधार शरीर के अंदर से शुरू होता है।
सही पोषण से 15 किलो वजन कम किया
ममता गुप्ता बताती हैं कि लगातार सही पोषण अपनाने से उन्हें चमत्कारी परिणाम देखने को मिला। जहां उनके लिए 1 किलो वजन कम करना भी मुश्किल था वहां उन्होंने 15 किलो वजन कम किया। केवल 6 महीने डाइट कंट्रोल करके उन्हें अच्छे रिजल्ट्स देखने को मिले और आज भी ममता गुप्ता इस डाइट को फॉलो करके अपने वेट को मेंटेन कर रही है।

80:20 के सिद्धांत को अपनाया
ममता गुप्ता बताती हैं कि वेट लॉस के लिए उन्होंने 80:20 के सिद्धांत को अपनाया। इसमें 80 प्रतिशत सही और संतुलित आहार होता है और 20 प्रतिशत शारीरिक गतिविधि करनी होती है। चूंकि ममता जी के लिए मोटापे की वजह से फिजिकली एक्टिव होना उतना आसान नहीं था, ऐसे में इस फॉर्मूले की वजह से वेट लॉस करना आसान हो गया क्योंकि ज्यादा कंट्रोल डाइट पर करना था।
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आज दूसरों को ऑनलाइन एक्सरसाइज सेशन दे रही हैं ममता गुप्ता
ममता गुप्ता बताती हैं कि शुरुआत में वे चल भी नहीं पाती थीं, इसलिए एक्सरसाइज करना असंभव था लेकिन धीरे-धीरे शरीर में ताकत लौटने लगी। आज की स्थिति यह है कि ममता न सिर्फ नियमित रूप से एक्टिव हैं, बल्कि दूसरों को ऑनलाइन एक्सरसाइज सेशन भी दे रही हैं। ममता गुप्ता के पैर अब पूरी तरह से ठीक हैं और उन्होंने शुगर, ब्लड प्रेशर, थायरॉयड और पाइल्स जैसी समस्याओं पर भी कंट्रोल पा लिया है।
अंत में ममता कहती हैं, “मैं दिल से अपने मार्गदर्शकों और न्यूट्रिशन का धन्यवाद करती हूं, जिन्होंने मुझे दोबारा चलना, मुस्कुराना और जीना सिखाया। आज मैं सच में स्वस्थ, खुश और आत्मनिर्भर महसूस करती हूं।” ममता का कहना है कि जब शरीर को अंदर से सही पोषण मिलता है, तो उसकी हर कोशिका जीवंत हो उठती है। आज उनकी त्वचा में चमक है, चेहरे पर आत्मविश्वास है और जीवन के प्रति एक नई ऊर्जा दिखाई देती है। ममता की यह कहानी उन सभी लोगों के लिए प्रेरणा है जो यह मान बैठे हैं कि बीमारी के बाद जीवन रुक जाता है। सही पोषण और सकारात्मक सोच से जिंदगी को फिर से नई दिशा दी जा सकती है।
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Dec 29, 2025 15:32 IST
Published By : Pallavi Kumari
