
Fat to Fit: एटा, उत्तर प्रदेश की तृप्ति वार्ष्णेय (Tripti Varshney) को कभी लगा भी नहीं था कि जिंदगी एक दिन उन्हें बिस्तर तक सीमित कर देगी। लगातार बढ़ती बैक प्रॉब्लम ने स्थिति इतनी बिगाड़ी कि वह कई महीनों तक चलने-फिरने में भी असमर्थ हो गईं। इसी दौरान उनका वजन बढ़ता गया और इसके साथ कई स्वास्थ्य समस्याओं ने एक साथ हमला कर दिया लेकिन उन्होंने इस स्थिति से समझौता नहीं किया। बिना हार माने तृप्ति वार्ष्णेय उठ खड़ी हुईं और सबसे पहले वेट लॉस करने की ठानी। दरअसल, ये वेट लॉस स्टोरी हर उस इंसान के लिए प्रेरणा है जो कि 80% डाइट की मदद से अपना वेट लॉस करना चाहते हैं। इतना ही नहीं, इस वेट लॉस स्टोरी में आपको कुछ ऐसे टिप्स भी मिलेंगे जो कि मेटाबॉलिज्म को तेज करने के साथ फैट लॉस में प्रभावी हैं, तो आइए जानते हैं 6 महीने में 20 किलो वजन कैसे कम करें तृप्ति वार्ष्णेय ने?
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कैसे बढ़ा तृप्ति वार्ष्णेय का मोटापा?
तृप्ति वार्ष्णेय से ये पूछने पर कि उनका मोटापा कैसे बढ़ा, वह बताती हैं कि ''मोटापा बढ़ने की असली वजह उनकी बैक प्रॉब्लम थी जिसकी शुरुआत पीठ के निचले हिस्से में स्पाइनल सेगमेंट L4 L5 L6 के डैमेज से हुई।'' इसकी वजह से वह सही से चल फिर भी नहीं पा रही थीं और धीमे-धीमे उन्होंने पूरी तरह से बिस्तर पकड़ लिया जिसके कारण उनका वेट 95 केजी के ऊपर हो गया।
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धीरे-धीरे उनके शरीर के सभी पैरामीटर बिगड़ने लगे जैसे लगातार कमजोरी की शिकायत रहने लगी, विटामिन D की कमी हो गई, यूरिक एसिड बढ़ गया और सबसे चिंताजनक उन्हें डायबिटीज की बीमारी हो गई। शुगर की समस्या थी तो हाई बीपी की दिक्कत भी हो गई और शुगर व बीपी का लेवल इतना ज्यादा बढ़ गया कि डॉक्टर भी चिंतित हो गए लेकिन उन्होंने अपनी उम्मीद नहीं छोड़ी और नए सफर की शुरुआत की।

95 केजी से 75 तक, 20 किलो वजन कैसे कम किया?
तृप्ति ने समझा कि उनकी बीमारी की असली जड़ उनकी लाइफस्टाइल और वजन था इसलिए उन्होंने अपने जीवन में एक बड़ा बदलाव शुरू किया-क्या खाना है, कब खाना है और कैसे खाना है? वेट लॉस के लिए तृप्ति ने खुद के लिए कुछ तय नियम बनाए और उन्हें फॉलो करना शुरू किया। खाने के अलावा उन्होंने तय किया कि उन्हें शरीर को कब आराम और कब पोषण देना है? यह सब उन्होंने नियमित रूप से सीखना शुरू किया। सही भोजन, बॉडी डिटॉक्स, टाइम मैनेजमेंट और अनुशासन के साथ तृप्ति ने धीरे-धीरे अपने शरीर को वापस ट्रैक पर लाना शुरू कर दिया और इसके लिए उन्होंने खासतौर पर इन बातों का ध्यान रखा।
-सबसे पहले बैलेंस डाइट लिया और इसमें कैलोरी, प्रोटीन और मिनरल्स की मात्रा को तय किया। तृप्ति ने अपने BMI के अनुसार 1200 कैलोरी को 3 भाग में बांटकर, दिन के 3 समय के लिए डाइट को प्लान किया।
-वॉटर रिटेंशन यानी शरीर में पानी के लेवल पर खास ध्यान दिया क्योंकि ये भी वजन बढ़ाने का काम करता है जैसे कि अगर आपका वजन 20 किलो है तो 1 लीटर पानी पिएं। इस तरह से 95 किलो वजन वाली तृप्ति ने दिनभर में 4 से 4.30 लीटर पानी पीना तय किया।
-तृप्ति कहती हैं कि शाम से पहले आखिरी खाना खा लें क्योंकि जब तक सूरज रहता है तब तक मेटाबॉलिज्म तेज रहता है।
-20% एक्सरसाइज पर ध्यान दिया।
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Raw food diet कैसे फॉलो करना चाहिए?
तृप्ति वार्ष्णेय ने बताया कि वेट लॉस के लिए उन्होंने खासतौर पर रॉ फूड डाइट (कच्चा भोजन आहार) फॉलो किया जो कि काफी मददगार साबित हुआ। तृप्ति वार्ष्णेय ने हफ्ते में 2 दिन कच्चा डाइट फॉलो किया जिसमें कि तीनों टाइम कच्चे फूड का सेवन किया जैसे कि दूध, दही, खीरा, सब्जियां, पनीर, अंकुरित अनाज और फल। यही है उनकी वेट लॉस की खास टिप्स।

आज तृप्ति पूरी तरह स्वस्थ हैं। कुछ ही महीनों में तृप्ति की मेहनत रंग लाई। उनका वजन नियंत्रित हो गया, सभी पैरामीटर नॉर्मल हो गए, शुगर, यूरिक एसिड, विटामिन D सब कुछ बिल्कुल सही हो गया। डॉक्टर की सलाह अनुसार उन्होंने अपनी सभी दवाएं बंद कर दीं। बैक प्रॉब्लम से जूझती तृप्ति आज पहले से कहीं ज्यादा एक्टिव, ऊर्जावान और आत्मविश्वासी हैं।
अंत में तृप्ति कहते हैं कि ''अगर मैं अपनी हालत से बाहर आ सकती हूं, तो हर व्यक्ति निकल सकता है। बस सही जानकारी, सही पोषण और थोड़ी सी नियमितता—यही सबसे बड़ी दवा है।'' तृप्ति की कहानी यह साबित करती है कि स्वास्थ्य कोई एक दिन में मिलने वाला चमत्कार नहीं, बल्कि रोज की छोटी-छोटी मेहनतों का बड़ा परिणाम है।
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Nov 17, 2025 14:14 IST
Modified By : Pallavi KumariNov 17, 2025 14:01 IST
Published By : Pallavi Kumari