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Connection Between High Blood Pressure And Coronary Heart Disease In Hindi: हाई ब्लड प्रेशर अपने आप में एक गंभीर समस्या है। हाई ब्लड प्रेशर होने पर व्यक्ति को कई अन्य समस्याओं का भी सामना करना पड़ सकता है, जैसे सिरदर्द, सीने में दर्द, चक्कर आना, सांस लेने में तकलीफ और नजर का धुंधला हो जाता है। वैसे तो हाई ब्लड प्रेशर की समस्या क्यों होती है, यह कहा नहीं जा सकता है। लेकिन, विशेषज्ञों का कहना है कि एन्वायरमेंटल फैक्टर, जेनेटिक्स और कुछ मेडिकल कंडीशन इसके मुख्य कारक हो सकते हैं। बहरहाल, हाई ब्लड प्रेशर के कारण कई गंभीर समस्याएं भी हो सकती हैं। जैसे कि माना जाता है कि हाई ब्लड प्रेशर के कारण कोरोनरी हार्ट डिजीज का रिस्क बढ़ जाता है। सवाल है, इनके बीच क्या कनेक्शन है। आइए, ग्रेटर नोएडा वेस्ट स्थित सर्वोदय हॉस्पिटल में सलाहकार-कार्डियोलॉजी डॉ. तुषार अग्रवाल से समझते हैं।
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हाई ब्लड प्रेशर कोरोनरी हार्ट डिजीज के खतरे को कैसे बढ़ा सकता है?- How Does High Blood Pressure Increase The Risk Of Coronary Heart Disease In Hindi
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आर्टरी वॉल्स को डैमेज करता है
अगर लंबे समय तक किसी को हाई ब्लड प्रेशर की दिक्कत रहती है, तो इसकी वजह से ब्लड वेसल्स की अंदरूनी लाइनिंग प्रभावित हो सकती है। यहां तक कि ब्लड वेसल्स में छोटे-छोटे छेद हो सकते हैं, जो कि ब्लड फ्लो के लिए सही नहीं है। इसके अलावा, आर्टरी वॉल डैमेज होने के कारण उसमें सूजन आ सकती है, प्लाक बन सकता है और ब्लड क्लॉटिंग की समस्या भी हो सकती है। इस तरह कोरोनरी हार्ट डिजीज होने का रिस्क बढ़ जाता है।
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आर्टरी संकुचित हो जाती हैं
ब्लड प्रेशर के कारण आर्टरी वॉल डैमेज हो जाती हैं। इसका जिक्र हमने पहले ही किया है। इस स्थिति में आर्टरी संकुचित होने लगती है। क्या आप जानते हैं कि ऐसा क्यों होता है? असल में, आर्टरी वॉल के डैमेज होने के कारण उसमें प्लाक जमने लगता है। प्लाक जमने के कारण ब्लड वेसल्स संकुचित होने लगती हैं।
ब्लड फ्लो का बाधित होना
जब आर्टरी वॉल के डैमेज होने पर ब्लड वेसल्स डैमेज्ड हो जाती हैं। ऐसे में ब्लड फ्लो बाधित होने लगती है। दरअसल, हाई ब्लड प्रेशर की वजह से ब्लड वेसल्स में ब्लड क्लॉट होने लगता है। यह बहुत ही घातक कंडीशन पैदा करती है। वास्तव में जब ब्लड वेसल्स में ब्लड क्लॉट होने लगता है, तो इस स्थिति में हार्ट अटैक का रिस्क बढ़ जाता है।
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हार्ट स्ट्रेन
हाई ब्लड प्रेशर होने की वजह से हार्ट पर बहुत ज्यादा दबाव पड़ जाता है। सही तरह से ब्लड फ्लो नहीं होता है, जो कि कई अन्य समस्याओं का कारण बनने लगता है। जब हार्ट को ब्लड पंप करने में अतिरिक्त मेहनत लगती है, तो इस वजह से हार्ट मसल्स थिक और एन्लार्ज यानी सामान्य से बड़ी हो जाती हैं। यह स्थिति भी हार्ट फेलियर और हार्ट अटैक का कारण बन सकती हैं।
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अन्य समस्याओं का जोखिम
हाई ब्लड प्रेशर के कारण सिर्फ हार्ट अटैक या हार्ट फेलियर की दिक्कतें ही नहीं होती हैं। इसके साथ ही अनियमित हृदय अतालता की समस्या भी हो सकती है। कुल मिलाकर कहने की बात यह है कि हाई ब्लड प्रेशर बहुत ही हार्ट हेल्थ के लिए बहुत ही खतरनाक है। ऐसे में जरूरी है कि हाई ब्लड प्रेशर के मरीज अपनी स्थिति को मैनेज करें और नियमित रूप से डॉक्टर से अपनी जांच करवाएं। जरूरी हो, तो दवाओं के डोजेज में भी फेरबदल करवाएं।
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FAQ
बीपी को जड़ से खत्म कैसे करें?
बीपी को जड़ से खत्म नहीं किया जा सकता है। यहां लाइफस्टाइल जनित बीमारी है। इसे मैनेज करने की कोशिश की जाती है। इसके लिए जरूरी है कि आप अच्छी डाइट फॉलो करें और लाइफस्टाइल से जुड़ी बुरी आदतों को छोड़ दें।क्या उच्च रक्तचाप से कोरोनरी हृदय रोग हो सकता है?
हाई ब्लड प्रेशर के कारण हार्ट पर अतिरिक्त दबाव बनता है, ब्लड वेसल्स प्रभावित होती हैं, वेसल्स टियर हो सकती हैं। ऐसे में कहा जा सकता है कि हाई ब्लड प्रेशर से कोरोनरी हार्ट डिजीज का रिस्क बना रहता है।हार्ट अटैक और ब्लड प्रेशर में क्या संबंध है?
हार्ट अटैक और ब्लड प्रेशर का आपस में गहरा संबंध है। जब ब्लड प्रेशर स्थिर नहीं होता है, तो इसकी वजह से हार्ट को अतिरिक्त काम करना पड़ता है, ऐसे में ब्लड फ्लो बाधित हो सकता है। अगर हार्ट में ब्लड सप्लाई सही न हो, तो हार्ट फेलियर या हार्ट अटैक आने का जोखिम बना रहता है।
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Dec 14, 2025 07:00 IST
Published By : Meera Tagore