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सिर्फ डाइट नहीं, ये 3 वजहें बना रही हैं टीनएज लड़कियों को विटामिन B12 की कमी का शिकार, जानें कैसे बचें

आज के समय में हेल्थ के प्रति जागरूकता बढ़ी है, लेकिन फिर भी विटामिन B12 की कमी एक आम लेकिन अनदेखी समस्या बनी हुई है। यहां जानिए, टीनएज लड़कियों में विटामिन B12 की कमी के कारण, लक्षण और बचाव के तरीके।
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सिर्फ डाइट नहीं, ये 3 वजहें बना रही हैं टीनएज लड़कियों को विटामिन B12 की कमी का शिकार, जानें कैसे बचें


आज के समय में हमारे खानपान और लाइफस्टाइल में तेजी से बदलाव आया है। खासतौर पर टीनएज लड़के-लड़कियों की आदतें पहले से बिलकुल अलग हो चुकी हैं। घर का बना पौष्टिक खाना जैसे दाल, सब्ज़ी, रोटी और हरी पत्तेदार सब्जियां अब कम पसंद की जाती हैं, जबकि पास्ता, पिज्जा, बर्गर और डिब्बाबंद जंक फूड को ज्यादा तरजीह दी जा रही है। इस तरह के खाने से स्वाद तो मिल जाता है, लेकिन शरीर को जरूरी पोषण नहीं मिल पाता। इसी के चलते पिछले कुछ सालों में टीनएज लड़कियों में विटामिन B12 की कमी बड़ी आम समस्या बनकर उभरी है। यह विटामिन शरीर के लिए बेहद जरूरी होता है क्योंकि यह दिमागी विकास, नर्व सिस्टम और खून के निर्माण में अहम भूमिका निभाता है। इसकी कमी से थकान, चक्कर आना, एकाग्रता की कमी, नींद में समस्या और यहां तक कि मानसिक तनाव भी हो सकता है।

टीनएज लड़कियों के शरीर में हार्मोनल बदलाव पहले से ही चलते रहते हैं, ऐसे में अगर पोषण की कमी हो जाए तो स्वास्थ्य पर दोहरा असर पड़ता है। विटामिन B12 की कमी को समय रहते पहचानना और सही उपाय अपनाना बेहद जरूरी है ताकि भविष्य में कोई गंभीर बीमारी न हो। इस लेख में एनआईटी फरीदाबाद में स्थित संत भगत सिंह महाराज चैरिटेबल हॉस्पिटल के जनरल फिजिशियन डॉ. सुधीर कुमार भारद्वाज (Dr. Sudhir Kumar Bhardwaj, General Physician, Sant Bhagat Singh Maharaj Charitable Hospital, NIT Faridabad) से जानिए, टीनएज लड़कियों में विटामिन B12 की कमी के कारण, लक्षण और बचाव के तरीके क्या हैं?

टीनएज लड़कियों में विटामिन B12 की कमी के कारण - Teenage Girls Vitamin B12 Deficiency Reason

  • रोजाना पोषक तत्वों से भरपूर भोजन न करने के कारण टीनएज लड़कियों में विटामिन B12 की कमी हो सकती है। शाकाहारी भोजन में विटामिन B12 की मात्रा कम होती है क्योंकि यह मुख्यतौर पर मांसाहारी फूड्स में पाया जाता है।
  • गैस्ट्रिक एसिड की कमी या पाचन रोग, जैसे गैस्ट्राइटिस या इन्फ्लेमेशन, जिससे विटामिन B12 का अवशोषण कम हो जाता है।
  • आयरन और फोलिक एसिड ये दोनों विटामिन B12 के साथ मिलकर ब्लड बनाने में सहायक होते हैं, इनकी कमी भी B12 की कमी बढ़ा सकती है।
  • टीनएज में मासिक धर्म यानी पीरियड्स शुरू होने से ब्लड की हानि होती है, जिससे विटामिन B12 की जरूरत बढ़ जाती है।
  • ज्यादा तनाव और मानसिक दबाव भी शरीर की विटामिन्स की कमी का कारण बन सकता है।

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विटामिन B12 की कमी के लक्षण - What happens when your vitamin B12 is low

टीनएज लड़कियों में विटामिन B12 की कमी के संकेत समय रहते पहचानना बेहद जरूरी है ताकि गंभीर समस्याओं से बचा जा सके।

  • शरीर में एनर्जी की कमी महसूस होना, जो सामान्य नींद से भी ठीक नहीं होती।
  • सिर दर्द और चक्कर आना, खासकर पढ़ाई या काम के दौरान ध्यान केंद्रित न कर पाना।
  • मानसिक तनाव और बेचैनी के कारण नींद का प्रभावित होना।
  • जीभ लाल और सूजी हुई दिख सकती है।
  • शरीर में ऑक्सीजन की कमी के कारण, दिल की धड़कन तेज होना।
  • मूड स्विंग्स और डिप्रेशन की समस्या हो सकती है।
  • स्किन का पीला पड़ जाना।
  • हाथ-पैर में सूजन, सुन्नपन या झुनझुनी, जो कि नर्व डैमेज के संकेत भी हैं।

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vitamin B12 ki kami

बचाव और उपचार के तरीके - What is the prevention of vitamin B12

टीनएज लड़कियों में विटामिन B12 की कमी को रोकने और सुधारने के लिए निम्नलिखित उपाय बहुत प्रभावी साबित होते हैं:

1. पौष्टिक और संतुलित डाइट

विटामिन B12 मांस, मछली, अंडे, पनीर, दूध, और दही जैसे प्रोडक्ट्स में भरपूर (vitamin b12 foods) पाया जाता है। यदि शाकाहारी हैं तो बेक्ड सोया, अनाज और फोर्टिफाइड फूड्स का सेवन बढ़ाएं। इसके अलावा हरी सब्जियां, नट्स, और सीड्स भी सेहत के लिए जरूरी हैं।

2. सप्लीमेंट्स का सेवन

डॉक्टर की सलाह से विटामिन B12 के टैबलेट या इंजेक्शन लेना फायदेमंद हो सकता है, खासकर जब डाइट से पर्याप्त मात्रा न मिले।

3. पाचन तंत्र की देखभाल

पाचन से जुड़ी समस्याएं हो तो उनका इलाज कराएं ताकि विटामिन B12 का अवशोषण ठीक से हो सके।

4. नियमित स्वास्थ्य जांच

समय-समय पर ब्लड टेस्ट करवाते रहें ताकि विटामिन B12 और हीमोग्लोबिन का लेवल जांचा जा सके।

5. मानसिक तनाव कम करें

योग, ध्यान और पर्याप्त नींद से मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होगा जिससे विटामिन्स का अवशोषण भी ठीक रहेगा।

यदि टीनएज लड़की में थकान, चक्कर, मूड स्विंग्स, मुंह में जलन या स्किन का पीला पड़ना जैसे लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें। समय रहते सही जांच और उपचार न होने पर विटामिन B12 की कमी गंभीर रूप ले सकती है।

निष्कर्ष

टीनएज लड़कियों के लिए विटामिन B12 की कमी एक आम लेकिन खतरे वाली समस्या है, जिसका समय पर पता लगाना और सही इलाज करना बेहद जरूरी है। बैलेंस डाइट, नियमित जांच और डॉक्टर की सलाह से इस कमी को आसानी से पूरा किया जा सकता है।

All Images Credit- Freepik

FAQ

  • क्या विटामिन B12 की कमी से पीरियड्स पर असर पड़ता है?

    हां, विटामिन B12 की कमी का असर हार्मोनल बैलेंस पर भी पड़ सकता है जिससे पीरियड्स अनियमित हो सकते हैं। साथ ही थकान और कमजोरी के कारण मासिक धर्म के दौरान ज्यादा परेशानी भी हो सकती है।
  • विटामिन B12 की कमी के लक्षण टीनएज लड़कियों में कैसे दिखते हैं?

    इसकी कमी से थकान, कमजोरी, चक्कर आना, मुँह में जलन, एकाग्रता में कमी, नींद न आना और हाथ-पैरों में झुनझुनी जैसे लक्षण देखे जा सकते हैं। कई बार ये लक्षण मानसिक तनाव या डिप्रेशन जैसे भी लगते हैं।
  • टीनएज लड़कियों में विटामिन B12 की कमी को कैसे दूर करें?

    इस कमी को दूर करने के लिए डेयरी उत्पाद (दूध, दही, पनीर), अंडे, सोया मिल्क और विटामिन B12 से भरपूर फोर्टिफाइड फूड्स का सेवन करें। अगर कमी ज्यादा हो तो डॉक्टर की सलाह से सप्लीमेंट्स लिए जा सकते हैं।

 

 

 

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