Doctor Verified

शरीर चिपचिपा होने के क्या कारण हैं? डॉक्टर से जानें

आज के बदलते मौसम, खानपान और लाइफस्टाइल के कारण शरीर में कई बार अनचाही समस्याएं सामने आती हैं। यहां जानिए, शरीर चिपचिपा होने के क्या कारण हैं?
  • SHARE
  • FOLLOW
शरीर चिपचिपा होने के क्या कारण हैं? डॉक्टर से जानें


गर्मी के मौसम में चिपचिपे शरीर की समस्या बहुत आम है। तापमान बढ़ने के साथ ही शरीर से पसीना ज्यादा निकलने लगता है और स्किन पर चिपचिपाहट महसूस होती है। यह स्थिति विशेष रूप से उन लोगों के लिए ज्यादा असहज हो जाती है जिनकी स्किन ऑयली होती है या जिन्हें पहले से पसीना ज्यादा आता है। अक्सर लोग इस समस्या से राहत पाने के लिए दिन में कई बार नहाते हैं या बार-बार पसीना पोंछते हैं, लेकिन राहत थोड़ी देर के लिए ही मिलती है। हालांकि गर्मी में चिपचिपे शरीर का एक बड़ा कारण पसीना है, लेकिन इसके अलावा भी कुछ ऐसे कारण होते हैं जिनकी वजह से शरीर जरूरत से ज्यादा चिपचिपा महसूस करने लगता है।

ऐसे में यह जानना जरूरी हो जाता है कि शरीर चिपचिपा क्यों होता है और किन कारणों से यह समस्या बार-बार होती है। सही कारण जानकर हम इस परेशानी से राहत पा सकते हैं और अपने शरीर को गर्मी में भी ताजगी से भरपूर रख सकते हैं। इस लेख में हम एनआईटी फरीदाबाद में स्थित संत भगत सिंह महाराज चैरिटेबल हॉस्पिटल के जनरल फिजिशियन डॉ. सुधीर कुमार भारद्वाज (Dr. Sudhir Kumar Bhardwaj, General Physician, Sant Bhagat Singh Maharaj Charitable Hospital, NIT Faridabad) से जानेंगे कि शरीर चिपचिपा होने के मुख्य कारण क्या हैं और इससे कैसे बचा जा सकता है।

शरीर चिपचिपा होने के क्या कारण हैं? - Sticky Skin Causes

1. मसालेदार या ऑयली खाना

खाने का सीधा असर हमारे शरीर पर पड़ता है। जब हम ज्यादा मसालेदार या ऑयली भोजन करते हैं, तो यह हमारे डाइजेशन और स्किन दोनों को प्रभावित करता है। मसालेदार और ज्यादा तेल से भरपूर भोजन शरीर में गर्माहट बढ़ाता है जिससे पसीना ज्यादा निकलता है। पसीने में मौजूद नमक और तेल मिलकर स्किन को चिपचिपा बना देते हैं। इसके अलावा, मसालेदार खाना खाने के बाद शरीर में जलन भी होती है, जिससे पसीना निकलना बढ़ जाता है और स्किन पर चिपचिपाहट बढ़ती है।

इसे भी पढ़ें: बार-बार ठंडा पसीना आना क्या लो बीपी का संकेत है? जानें डॉक्टर की राय

2. मेटाबॉलिक समस्या और हार्मोन असंतुलन

शरीर की आंतरिक क्रियाओं में किसी तरह की गड़बड़ी भी पसीने की मात्रा बढ़ा सकती है। थायराइड की समस्या में हार्मोन असंतुलन के कारण शरीर की गर्माहट बढ़ जाती है और पसीना ज्यादा आता है। इसी तरह, महिलाओं में पीसीओडी जैसी मेटाबॉलिक समस्याएं भी हार्मोनल बदलाव लाती हैं, जिससे पसीने की ग्रंथियां ज्यादा एक्टिव हो जाती हैं। इस वजह से शरीर ज्यादा पसीना करता है और स्किन चिपचिपी हो जाती है। इसके साथ ही मेटाबॉलिक गड़बड़ियों के कारण भी पसीना बढ़ता है जो शरीर को असहज बना देता है।

3. शरीर से ज्यादा पसीना आना

हाइपरहाइड्रोसिस एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर जरूरत से ज्यादा पसीना करता है। यह समस्या किसी भी उम्र और किसी भी समय हो सकती है। पसीना ज्यादा आने की वजह से स्किन पर नमीयुक्त लेयर बन जाती है, जिससे शरीर चिपचिपा महसूस होता है। हाइपरहाइड्रोसिस के कारण न केवल चिपचिपाहट होती है, बल्कि इससे बैक्टीरिया और फंगल इंफेक्शन का खतरा भी बढ़ जाता है। ऐसा इसलिए, क्योंकि पसीना स्किन को नमी देता है, जो बैक्टीरिया के पनपने का कारण बनता है।

sticky skin causes

इसे भी पढ़ें: बीपी लो होने पर पसीना क्यों आता है? एक्सपर्ट से जानें इस स्थिति में क्या करें

4. ऑयली स्किन

कुछ लोगों की स्किन स्वाभाविक रूप से ऑयली होती है। ऑयली स्किन में चेहरे, पीठ, छाती और अन्य हिस्सों पर ऑयल ग्रंथियां ज्यादा एक्टिव रहती हैं। इससे स्किन लगातार चिकनी और चिपचिपी लगती है। ऑयली स्किन के कारण भी शरीर पर चिपचिपाहट महसूस होती है, खासकर गर्मी के मौसम में। ऑयली स्किन के कारण पिंपल्स और मुंहासों की समस्या भी हो सकती है।

5. डिहाइड्रेशन

डिहाइड्रेशन यानी शरीर में पानी की कमी भी शरीर चिपचिपा होने का एक कारण हो सकता है। जब शरीर में पानी की कमी होती है तो स्किन की प्राकृतिक नमी खत्म होने लगती है और त्वचा रूखी और बेजान हो जाती है। शरीर पानी बचाने के लिए पसीना कम करता है लेकिन कभी-कभी स्किन पर ऑयल ग्रंथियां ज्यादा एक्टिव हो जाती हैं जिससे शरीर चिपचिपा लग सकता है। साथ ही डिहाइड्रेशन के कारण शरीर में विषाक्त पदार्थ जमा होने लगते हैं, जो स्किन की समस्याओं को बढ़ाते हैं।

शरीर को चिपचिपा होने से बचाने के उपाय

  • मसालेदार और ऑयली भोजन से बचें। फल, सब्जियां और प्रोटीन युक्त डाइट लें।
  • रोजाना कम से कम 8-10 गिलास पानी पिएं ताकि शरीर हाइड्रेटेड रहे।
  • अगर पसीना अधिक आता है तो डॉक्टर से जांच करवाएं।
  • नियमित स्नान करें और ऑयली स्किन के लिए उचित साबुन या क्लींजर का इस्तेमाल करें।
  • खुले और सूती कपड़े पहनें, जिससे त्वचा को सांस लेने में मदद मिले और पसीना सूख सके।
  • तनाव कम करें। ऐसा इसलिए, क्योंकि तनाव भी पसीना बढ़ाता है, इसलिए योग और मेडिटेशन करें।

निष्कर्ष

शरीर में चिपचिपाहट महसूस होना एक आम समस्या है, लेकिन अगर यह बार-बार हो रही है और इसके साथ पसीने की ज्यादा मात्रा या दुर्गंध आ रही है, तो इसे नजरअंदाज करना ठीक नहीं। कारण चाहे खानपान हो, हार्मोनल बदलाव या स्किन टाइप, हर स्थिति में नियमित सफाई, बैलेंस डाइट और डॉक्टर की सलाह से राहत मिल सकती है।

All Images Credit- Freepik

FAQ

  • ज्यादा पसीना आने का क्या कारण है?

    ज्यादा पसीना आने के कई कारण हो सकते हैं। गर्मी और उमस में शरीर का तापमान कंट्रोल करने के लिए पसीना आना सामान्य है, लेकिन कुछ लोगों को सामान्य से अधिक पसीना आता है जिसे हाइपरहाइड्रोसिस कहा जाता है। इसके पीछे थायराइड की समस्या, मेटाबॉलिक असंतुलन, हार्मोनल बदलाव, डिहाइड्रेशन, मोटापा या तनाव प्रमुख कारण हो सकते हैं। इसके अलावा कुछ दवाएं या ऑयली खाना भी पसीने को बढ़ा सकते हैं। 
  • चेहरे की चिपचिपाहट को कैसे दूर करें?

    चेहरे की चिपचिपाहट को दूर करने के लिए सबसे पहले दिन में दो से तीन बार हल्के फेसवॉश से चेहरा धोना चाहिए। ऑयली स्किन के लिए जेल बेस्ड या सैलिसिलिक एसिड वाला फेसवॉश फायदेमंद होता है। दिन में एक बार टोनर का इस्तेमाल करें जो पोर्स को टाइट करे। नीम, चंदन या मुल्तानी मिट्टी का फेसपैक हफ्ते में दो बार लगाने से तेल हटता है। ऑयली और मसालेदार भोजन से बचें और खूब पानी पिएं ताकि त्वचा हाइड्रेट रहे। 
  • स्किन को हेल्दी रखने के लिए क्या करें?

    स्किन को हेल्दी रखने के लिए नियमित रूप से सफाई, मॉइश्चराइजिंग और सन प्रोटेक्शन जरूरी है। दिन में दो बार हल्के फेसवॉश से चेहरा धोएं और स्किन टाइप के अनुसार मॉइश्चराइजर लगाएं। धूप में निकलते समय SPF युक्त सनस्क्रीन लगाएं। भरपूर पानी पिएं ताकि स्किन हाइड्रेट रहे। फल, सब्जियां, नट्स और विटामिन-ई युक्त फूड्स का सेवन करें। तनाव कम करें और पर्याप्त नींद लें। ऐसा इसलिए, क्योंकि ये दोनों ही स्किन की हेल्थ पर असर डालते हैं। केमिकल युक्त प्रोडक्ट्स से बचें, योग और प्राणायाम भी स्किन को अंदर से हेल्दी रखने में मदद करते हैं।

 

 

 

Read Next

क्या किडनी स्टोन आपके पाचन तंत्र को प्रभावित कर सकता है? डॉक्टर से जानें

Disclaimer

How we keep this article up to date:

We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.

  • Current Version


TAGS