समय के साथ महिलाओं के शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं। बीते कुछ वर्षों से महिलाओं की लाइफस्टाइल में आए बदलाव की वजह से उनको पीरियड्स और अन्य समस्याओं जैसे कि पीसीओएस (PCOS), पीसीओडी (PCOD), फाइब्रॉइड, ओवेरियन सिस्ट आदि के होने का जोखिम बढ़ गया है। यही वजह है कि इन दिनों हर दूसरी महिला पीसीओएस व प्रजनन स्वास्थ्य से जुड़ी किसी न किसी तरह की समस्या का ग्रस्त हो रही हैं। इन्हीं में ओवेरियन सिस्ट (Ovarian Cyst) के मामलों में भी बढ़ोतरी देखने को मिली है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि ओवेरियन सिस्ट केवल शारीरिक परेशानी ही नहीं, बल्कि आपके हार्मोन्स में भी बड़ा बदलाव ला सकती है? इस लेख में साईं पॉलिक्लीनिक की स्री रोग विशेषज्ञ से जानते हैं कि ओवेरियन सिस्ट किन कारणों से होते हैं और कैसे यह हार्मोनल असंतुलन पैदा कर सकते हैं।
ओवेरियन सिस्ट के क्या कारण हो सकते हैं? - Ovarian Cyst Cause In Hindi
जब महिलाओं की ओवरी में छोटे-छोटे तरल से भरी थैलियां बन जाती है तो इन्हें ओवेरियन सिस्ट कहा जाता है। यह सिस्ट सामान्य रूप से पीरियड्स के दौरान बन सकती है और अक्सर अपने आप ही ठीक हो जाती है। लेकिन कुछ मामलों में यह सिस्ट बड़ी हो सकती है, जो महिलों के लिए दर्द की वजह बन सकती है। साथ ही, यह हार्मोनल गड़बड़ी का कारण बन सकती है। ओवेरियन सिस्ट कई प्रकार के होते हैं, इसमें फॉलिक्युलर सिस्ट, कॉर्पस ल्यूटियम सिस्ट:डर्मॉइड सिस्ट (Dermoid Cyst), सिस्टेडेनोमा (Cystadenoma), और एंडोमेट्रियोमा (Endometrioma) और पॉलीसिस्टिक ओवरी (PCOS) को शामिल किया जाता है।
क्या ओवेरियन सिस्ट हार्मोनल बदलाव ला सकती है? - Can An Ovarian Cyst Cause Hormonal Changes in Hindi
डॉक्टर्स और एक्पर्ट्स बताते हैं कि कई प्रकार की ओवेरियन सिस्ट हार्मोन के उत्पादन और संतुलन को प्रभावित कर सकते हैं। विशेषकर जो सिस्ट हार्मोन-निर्माण वाले टिश्यू में बने होते हैं, वह हार्मोन्स को प्रभावित कर सकते हैं। सिस्ट के कारण महिलाओं को एग्स रिलीज करने में परेशानी हो सकती है। जिसकी वजह से प्रोजेस्टोरोन हार्मोन का स्तर कम हो सकता है, जबकि एस्ट्रोजन अधिक हो सकता है। आने जानते हैं कि सिस्ट होने पर हर्मोन कैसे प्रभावित होते हैं।
- हार्मोनल असंतुलन के कारण पीरियड्स में अनियमितता हो सकती है। यह बहुत कम या बहुत अधिक होते हैं।
- PCOS में ओवरी में अधिक मात्रा में एंड्रोजन (पुरुष हार्मोन) बनाते हैं, जिससे मुंहासे, बाल झड़ना और चेहरे पर बाल बढ़ने जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
- कुछ प्रकार की सिस्ट (जैसे कि PCOS) शरीर में इंसुलिन को सही से उपयोग नहीं करने देते, जिससे डायबिटीज जैसी स्थिति बन सकती है।
ओवेरियन सिस्ट से जुड़े लक्षण - Symptoms Of Ovarian Cyst In Hindi
- पीरियड्स का देर से आना या बिल्कुल न आना
- अत्यधिक या बहुत कम ब्लीडिंग
- पेट के निचले हिस्से में दर्द या भारीपन
- यौन संबंध के दौरान दर्द
- वजन बढ़ना (विशेषकर पेट के आसपास)
- मुंहासे और स्किन ऑयली होना
- गर्भधारण में कठिनाई
- स्तनों में दर्द बने रहना, आदि।
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इस स्थिति में महिलाओं की मौजूदा स्थिति के आधार पर डॉक्टर हार्मोनल थेरेपी और कुछ गंभीर मामलों में सर्जरी की भी सलाह दे सकते हैं। ओवेरियन सिस्ट एक सामान्य स्थिति हो सकती है, लेकिन यह हार्मोनल असंतुलन का बड़ा कारण भी बन सकती है। इसकी वजह से महिला के मासिक धर्म, त्वचा, वजन और प्रजनन क्षमता पर गहरा असर पड़ सकता है। सही समय पर इलाज और जीवनशैली में बदलाव से इस स्थिति को पूरी तरह से नियंत्रण में लाया जा सकता है।
FAQ
महिलाओं में हार्मोनल समस्याएं क्या हैं?
महिलाओं में हार्मोन असंतुलन का मतलब है शरीर में हार्मोन्स का संतुलन खराब होना। यह शरीर के विभिन्न कार्यों को प्रभावित कर सकता है, जैसे कि मासिक धर्म, वजन, त्वचा और बाल।लड़कियों में हार्मोनल परिवर्तन के क्या लक्षण हैं?
लड़कियों में हार्मोनल परिवर्तन एक नेचुरल प्रोसेस है जो किशोर के दौरान शुरू होती है। यह परिवर्तन शरीर की ग्रोथ और फर्टिलिटी क्षमता को प्रभावित करता है। हार्मोन, विशेष रूप से एस्ट्रोजन और प्रोजेस्ट्रोन, लड़कियों के शरीर में कई महत्वपूर्ण परिवर्तन लाते हैं।हार्मोन ठीक करने के लिए क्या खाएं?
हार्मोन को ठीक करने के लिए आप स्वस्थ आहार जैसे विभिन्न प्रकार की सब्जियां, फल, और हेल्दी फैट को डाइट में शामिल कर सकते हैं। ओमेगा 3 फैटी एसिड, जैसे मछली, अलसी के बीज, अखरोट डाइट में शामिल कर सकते हैं।