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क्या हार्मोन असंतुलन पुरुषों में डिप्रेशन का कारण बन सकता है? डॉक्टर से जानें

स्ट्रेस, अनियमित खानपान और प्रदूषण का असर पुरुषों की सेहत पर भी देखने को मिलता है। यह सभी कारक हार्मोनल असंतुलन का कारण बन सकते हैं। आगे जानते हैं कि क्या हार्मोनल असंतुलन पुरुषों में डिप्रेशन का कारण बन सकता है।
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क्या हार्मोन असंतुलन पुरुषों में डिप्रेशन का कारण बन सकता है? डॉक्टर से जानें


सुबह होते ही बच्चा हो या बढ़ा जब अपने-अपने कामों में लग जाते हैं। किसी को होमवर्क और क्लास में अच्छा पर्फोम करने की टेंशन को तो कोई ऑफिस में टारगेट पूर करने में जुटा हुआ है। सभी अपनी अपनी स्ट्रेस भरी दिनचर्या में लगातार बेहतर कार्य करने के चक्कर में कई बार मानसिक शांति पर ध्यान ही नहीं देते हैं। लेकिन, यह कहना कि केवल मानसिक शांति पर ध्यान न देना ही डिप्रेशन का कारण बन सकता है, थोड़ा गलत होगा। आपको बता दें कि इसके अलावा, शरीर में होने वाले कई बदलाव भी पुरुषों में डिप्रेशन का एक बड़ा कारण बन सकते हैं। जहां महिलाओं में हार्मोनल बदलावों की चर्चा अधिक होती है, वहीं पुरुषों में यह विषय अक्सर नजरअंदाज कर दिया जाता है। लेकिन सच्चाई यह है कि पुरुषों के शरीर में भी कई ऐसे हार्मोन होते हैं, जिनका संतुलन बिगड़ने पर मानसिक स्वास्थ्य पर गहरा असर पड़ सकता है। फिलहाल, इस लेख में एसेंट्रिक्स डाइट क्लीनिक की डाइटिशियन शिवाली गुप्ता से जानते हैं कि पुरुषों में हार्मोनल असंतुलन कैसे डिप्रेशन का कारण बन सकता है, इसके लक्षण क्या होते हैं, और इससे निपटने के लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं।

पुरुषों में प्रमुख हार्मोन जो डिप्रेशन से जुड़े हो सकते हैं? - Common Hormones That Connect With Depression in Men In Hindi

विटामिन और मिनरल्स की तरह ही शरीर में हार्मोन्स की भी मुख्य भूमिका होती है। हार्मोन्स शरीर के अंदर कैमिकल्स मैसेंजर की तरह कार्य करते हैं। यह एनर्जी के लेवल, मूड स्विंग्स को कम करने, पाचन क्रिया को बेहतर करने और मानसिक स्थिति को बैलेंस करने में भी मदद करते हैं। लेकिन, अनियमित खानपान और अनहेल्दी डाइट की वजह से हार्मोनल बदलाव हो सकता है।आगे जानते हैं इसके कुछ सामान्य कारणों के बारे में।  

टेस्टोस्टेरोन (Testosterone)

टेस्टोस्टेरोन सेरोटोनिन (Serotonin) और डोपामाइन (Dopamine) जैसे हैप्पी हार्मोन्स के उत्पादन को बेहतर करता है, जो डिप्रेशन को कम करते हैं। जब, टेस्टोस्टेरोन की कमी से थकान, उदासीनता और एकाग्रता की कमी हो सकती है, जो डिप्रेशन के लक्षणों को बढ़ा सकती है।

can hormonal imbalance cause depression in men in

कोर्टिसोल (Cortisol)

कोर्टिसोल को स्ट्रेस हार्मोन कहा जाता है। अधिक कोर्टिसोल ब्रेन के न्यूरॉन्स को प्रभावित कर सकता है, जिससे डिप्रेशन होने की संभावना बढ़ जाती है।

थायरॉयड हार्मोन (Thyroid hormones)

कई स्टडी से पता चलता है कि थायरॉयड हार्मोन की अधिकता और कमी दोनों ही डिप्रेशन सहित मूड स्विंग्स का कारण बन सकते हैं। वहीं, मुख्य रूप से हाइपोथायरायडिज्म (थायरॉयड की कमी) पुरुषों में थकान और डिप्रेशन जैसे लक्षण पैदा कर सकता है।

सेरोटोनिन और डोपामिन (Serotonin & Dopamine)

सेरोटोनिन और डोपामिन दोनों ही ब्रेन के न्यूरोट्रांसमीटर की तरह कार्य करते हैं, लेकिन इनके स्तर में कमी हार्मोनल असंतुलन के कारण भी हो सकते हैं, जिससे व्यक्ति में निराशा और उदासी की कमी देखी जाती है।

हार्मोनल असंतुलन के दौरान डिप्रेशन होने के लक्षण - Symptoms Of Depression in Hormonal Depression in Hindi

यदि किसी पुरुष में हार्मोनल असंतुलन के कारण डिप्रेशन हो रहा है, तो उसके लक्षण सामान्य डिप्रेशन से थोड़े अलग हो सकते हैं। इसमें लगातार उदासी या चिड़चिड़ापन, बेवजह गुस्सा आना, काम में रुचि न होना, आत्मविश्वास की कमी, थकान और ऊर्जा की कमी, नींद में अनियमितता, एकाग्रता की कमी आदि शामिल किए जाते हैं।

डिप्रेशन में हार्मोनल बदलाव होने का इलाज कैसे किया जाए? - How To Treat Depression With Hormonal Changes In Hindi

  • इलाज में सबसे पहले डॉक्टर व्यक्ति की जांच के लिए ब्लड टेस्ट की सलाह देते हैं। इसमें टेस्टोस्टेरोन, थायरॉयड, और कोर्टिसोल लेवल की जांच की जाती है।
  • यदि टेस्टोस्टेरोन का स्तर बहुत कम पाया जाए, तो डॉक्टर टेस्टोस्टेरोन रिप्लेसमेंट थेरेपी की सलाह दे सकते हैं।
  • इसके अलावा, लाइफस्टाइल में बदलाव के लिए योग, मेडिटेशन, गहरी सांस लेने वाली एक्सरसाइज करने के लिए कही जा सकती है। इससे कार्टिसोल का स्तर नॉर्मल आता है।
  • डाइट में प्रोटीन, स्वस्थ फैट्स, फल और सब्जियां हार्मोन बैलेंस करने में सहायक होते हैं।
  • प्रतिदिन पर्याप्त नींद लेना शुरु करें। इससे भी हार्मोन को संतुलित किया जा सकता है। 

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पुरुषों में हार्मोनल असंतुलन एक छुपा हुआ लेकिन महत्वपूर्ण कारण है जो डिप्रेशन को जन्म दे सकता है। अगर कोई व्यक्ति बार-बार उदासी, चिड़चिड़ापन, थकान और आत्मविश्वास की कमी जैसी समस्याएं महसूस कर रहा है, तो जरूरी है कि वह सिर्फ मानसिक नहीं, बल्कि हार्मोनल स्वास्थ्य की भी जांच करवाए।

FAQ

  • हार्मोनल बदलाव क्यों होता है?

    हार्मोनल बदलाव कई कारणों से हो सकते हैं, जिनमें तनाव, अनहेल्दी डाइट, मेडिकल कंडीशन और उम्र बढ़ना शामिल हैं। 
  • हार्मोन बढ़ाने के लिए कौन सा फल खाना चाहिए?

    हार्मोन के स्तर को सामान्य करने के लिए आप अनार, केला, जामुन (बेरीज), एवोकाडो, आदि फलों का सेवन कर सकते हैं। ये फल एंटीऑक्सिडेंट युक्त होते हैं। इसके अलावा, इनमें विटामिन और मिनरल्स भी भरपूर मात्रा में होते हैं।
  • हार्मोनल असंतुलन से त्वचा और बालों पर क्या असर पड़ सकता है?

    हार्मोनल असंतुलन के कारण कुछ मामलों में मुंहासे, तैलीय त्वचा, बालों का झड़ना, बालों का पतला होना या सफेद होने की समस्या हो सकती है। ऐसे में आपको हार्मोनल बैलेंस करने पर ध्यान देना चाहिए।

 

 

 

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