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अगर आप कूल्हे के दर्द को नजरअंदाज करते हैं तो हो सकती है ये 4 समस्याएं

कूल्हे के दर्द को नजरअंदाज करना कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। कूल्हों में होने वाला दर्द चलने-फिरने में कठिनाई का कारण बनने के साथ ही साथ कई मामलों में शरीर में जकड़न का भी कारण बन सकता है। 
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अगर आप कूल्हे के दर्द को नजरअंदाज करते हैं तो हो सकती है ये 4 समस्याएं


Problems that can happen if you Ignore hip Pain in Hindi: शरीर के किसी भी हिस्से में दर्द होना आपके लिए असहजता का कारण बन सकता है। कुछ मामलों में अगर दर्द तेज है तो वो आपकी शरीर को झकझोर कर रख देता है। कई बार कूल्हे में दर्द होता है, जिसे लोग आम समस्या समझकर नजरअंदाज कर देते हैं। अगर आप भी कूल्हों में होने वाले दर्द को नजरअंदाज कर रहे हैं तो ऐसी गलती करने से बचें। कूल्हे के दर्द को नजरअंदाज करना कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है।

कूल्हों में होने वाला दर्द चलने-फिरने में कठिनाई का कारण बनने के साथ ही साथ कई मामलों में शरीर में जकड़न का भी कारण बन सकता है। लेकिन, लंबे समय तक इसे नजरअंदाज करने से आपको एवेस्कुलर नेक्रॉसिस जैसी गंभीर समस्या का भी सामना करना पड़ सकता है। इसलिए ऐसे में सतर्क रहना बेहद जरूरी होता है। इस विषय के बारे में ज्यादा जानकारी लेने के लिए हमने ग्रेटर नोएडा स्थित सर्वोदय अस्पताल में Consultant-Internal medicine स्वप्निल शिखा से बातचीत की। (Hip Pain Ko Ignore Kyu Nahi Karna Chahiye) - 

कूल्हे के दर्द को नजरअंदाज करने से होने वाली समस्याएं?

1. चलने-फिरने में कठिनाई होना

अगर आप लंबे समय तक कूल्हे के दर्द को नजरअंदाज करते हैं तो ऐसे में चलने-फिरने में कठिनाई का भी सामना करना पड़ सकता है। अगर आपको हिप पेन है या कूल्हों में किसी तरह की इंजरी है तो ऐसे में धीरे-धीरे करके आपका दर्द और ज्यादा बढ़ सकता है। इसके अलावा कूल्हे में होने वाले दर्द को नजरअंदाज करने से आपको रोजमर्रा के काम को करने में भी कठिनाई का सामना करना पड़ सकता है। 

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2. शरीर में जकड़न

अगर आपको लंबे समय से कूल्हों में दर्द होता है तो यह कहीं न कहीं शरीर के अलग-अलग हिस्सों में जकड़न होने का कारण भी बन सकता है। अगर आप कूल्हों के दर्द का स्थायी इलाज नहीं करा रहे हैं तो ऐसे में कमर के आस-पास, गर्दन और पीठ में जकड़न महसूस (Back Stiffness Causes) हो सकती है। दरअसल, ऐसी स्थिति में शरीर में स्कार टिशु बनने लगते हैं, जिससे आपको जकड़न महसूस हो सकती है। वहीं, अगर आपको कूल्हों में फ्रैक्चर हुआ है तो ऐसे में मांसपेशियों में खिंचाव आने के साथ ही सूजन भी आ सकती है। 

3. एवैस्कुलर नेक्रोसिस

लंबे समय तक कूल्हों में होने वाले दर्द को नजरअंदाज करना आपके लिए एवैस्कुलर नेक्रोसिस की समस्या का भी कारण बन सकता है। एवैस्कुलर नेक्रोसिस एक प्रकार की ऐसी समस्या है, जिसमें हड्डियों में रुक-रुककर दर्द होने लगता है। दरअसल, यह बीमारी या समस्या आमतौर पर तब होती है, जब कूल्हों की हड्डी तक ब्लड फ्लो ठीक तरीके से नहीं पहुंच पाता है। इससे कई बार हड्डियों में मौजूद टिशु खराब और नष्ट हो जाते हैं। इससे एवैस्कुलर नेक्रोसिस की समस्या बढ़ सकती है। इसलिए जल्दी से जल्दी आपको कूल्हों के दर्द को ठीक करना चाहिए। 

इसे भी पढ़ें - कमजोर हड्डियों वाले लोगों को रहता है हिप फ्रैक्चर का ज्यादा खतरा, जानें इसके लक्षण 

4. मांसपेशियों में कमजोरी

हड्डियों को स्वस्थ रखने के लिए मांसपेशियों का स्वस्थ रहना भी बेहद जरूरी होता है। अगर आपको लंबे समय से कूल्हों में दर्द रहता है तो यह मांसपेशियों में कमजोरी का भी कारण बन सकता है। कूल्हों में दर्द होने से आपकी मांसपेशियां कमजोर हो सकती हैं और शारीरिक कमजोरी और थकान का भी सामना करना पड़ सकता है। मांसपेशियां कमजोर होने से आपकी शारीरिक एक्टिविटी भी कम हो जाती है, जिसके चलते आपको शरीर में ऊर्जा की कमी भी महसूस हो सकती है।

FAQ

  • कूल्हे का दर्द कितने दिन तक रहता है?

    कूल्हे का दर्द कितने दिनों तक रहता है इस बात का कोई सटीक अंदाजा नहीं है। आमतौर पर कूल्हे का दर्द कुछ दिनों तक ही रहता है। व्यायाम और लाइफस्टाइल में बदलाव करने से कूल्हे का दर्द ठीक रहता है। 
  • कूल्हे की नस दबने के क्या लक्षण हैं?

    कूल्हे की नस दबने के कई कारण हो सकते हैं जैसे शरीर में झुनझुनी, मांसपेशियों में कमजोरी और शरीर के कुछ हिस्सों का सुन्न होना भी शामिल है। इसलिए आपको इसके लक्षणों पर ध्यान रखना चाहिए। 
  • कूल्हे में दर्द को दूर करने के लिए क्या करें?

    कूल्हे में दर्द को दूर करने के लिए आपको कूल्हों पर बर्फ या गर्म पानी की सिकाई करनी चाहिए। इसके साथ ही आपको एक्सरसाइज करने पर भी ध्यान देना चाहिए। 

 

 

 

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