आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में जहां समय की कमी है, वहीं लोगों की लाइफस्टाइल भी अनहेल्दी होती जा रही है। देर रात तक काम करना, एक्सरसाइज न करना, अनियमित खानपान, जंक फूड का ज्यादा सेवन और तनाव भरी दिनचर्या, ये सभी ऐसे कारक हैं जो न सिर्फ मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करते हैं, बल्कि हार्ट यानी दिल की सेहत पर भी गंभीर असर डालते हैं। इसका सबसे बड़ा उदाहरण है, बढ़ती हार्ट डिजीज के मामले, जिनमें अब युवाओं की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। ऐसे में अक्सर लोगों के मन में यह सवाल उठता है कि क्या कोई विशेष लक्षण, जैसे कि अचानक और ज्यादा पसीना आना, दिल के दौरे यानी हार्ट अटैक का संकेत हो सकता है? यह सवाल जरूरी इसलिए भी है क्योंकि पसीना आना एक आम शारीरिक प्रक्रिया है, परंतु अगर यह बिना किसी शारीरिक मेहनत या गर्मी के हो और उसके साथ कमजोरी या घबराहट महसूस हो रही हो, तो यह चिंता का कारण बन सकता है। इस लेख में एनआईटी फरीदाबाद में स्थित संत भगत सिंह महाराज चैरिटेबल हॉस्पिटल के जनरल फिजिशियन डॉ. सुधीर कुमार भारद्वाज (Dr. Sudhir Kumar Bhardwaj, General Physician, Sant Bhagat Singh Maharaj Charitable Hospital, NIT Faridabad) से जानिए, क्या अचानक पसीना आना हार्ट अटैक का लक्षण हो सकता है?
क्या अचानक पसीना आना हार्ट अटैक का लक्षण हो सकता है? - Can Sudden Sweating Be A Sign Of Heart Attack
पसीना आना शरीर की प्राकृतिक क्रिया है, जो शरीर के तापमान को कंट्रोल करने में मदद करता है। जब तापमान बढ़ता है या शरीर को ठंडक चाहिए होती है, तो स्वेद ग्रंथियां (sweat glands) एक्टिव हो जाती हैं। आमतौर पर एक्सरसाइज, गर्म मौसम, चिंता या डर की स्थिति में पसीना आता है। परंतु अगर किसी व्यक्ति को बिना किसी स्पष्ट कारण के ठंडा या चिपचिपा पसीना आने लगे, तो यह हार्ट फंक्शन में गड़बड़ी का संकेत हो सकता है। हार्ट अटैक, तब होता है जब दिल की मांसपेशियों तक ब्लड फ्लो बाधित हो जाता है। इससे दिल के ऊतक यानी टिश्यू डैमेज हो सकते हैं। इसके कुछ सामान्य लक्षणों में सीने में दबाव, दर्द या असहजता, गर्दन, पीठ या बाएं हाथ में दर्द, सांस फूलना और अचानक ठंडा पसीना आना शामिल हैं।
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डॉक्टर के अनुसार, 40 प्रतिशत से अधिक मरीजों को हार्ट अटैक से पहले ज्यादा पसीना आने की शिकायत होती है, खासकर जब यह पसीना रात में बिना किसी मेहनत के आता है। यह लक्षण पुरुषों और महिलाओं दोनों में देखा गया है, लेकिन अक्सर महिलाएं इसे नजरअंदाज कर देती हैं। बिना कारण पसीना आना और कमजोरी हार्ट अटैक का संकेत हो सकता है, खासकर यदि व्यक्ति को डायबिटीज या हाई ब्लड प्रेशर की समस्या पहले से हो। इन लक्षणों को नजरअंदाज न करें और समय पर डॉक्टर से सलाह लें।
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किन लोगों को ज्यादा खतरा होता है?
- उम्रदराज लोगों में लक्षण हल्के हो सकते हैं, परंतु पसीना आना प्रमुख लक्षणों में से एक हो सकता है।
- महिलाओं में हार्ट अटैक के लक्षण पुरुषों से अलग हो सकते हैं। सीने में दर्द कम और थकावट, उलझन और पसीना आना ज्यादा हो सकता है।
निष्कर्ष
पसीना आना एक सामान्य प्रक्रिया है, लेकिन अगर यह अचानक, ज्यादा और बिना किसी कारण के हो, तो इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए। यह दिल की बीमारी, खासकर हार्ट अटैक का एक गंभीर चेतावनी संकेत हो सकता है। समय पर पहचान और इलाज से जान बचाई जा सकती है। जागरूक रहना और अपने शरीर के संकेतों को समझना हर किसी के लिए जरूरी है।
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FAQ
हार्ट अटैक का दर्द कहां होता है?
हार्ट अटैक का दर्द सामान्यतौर पर छाती के बीचोंबीच या बाईं ओर महसूस होता है। यह दर्द दबाव, जकड़न, भारीपन या जलन जैसा हो सकता है। कई बार यह दर्द गर्दन, जबड़े, बाएं कंधे, पीठ या दोनों हाथों में फैल सकता है। कुछ लोगों को उलझन, पसीना, सांस की तकलीफ, मतली या चक्कर भी महसूस होते हैं। यह दर्द कुछ मिनटों तक रह सकता है या बार-बार आ सकता है। हर व्यक्ति में लक्षण अलग हो सकते हैं, खासकर महिलाओं और डायबिटीज के रोगियों में। ऐसे किसी भी लक्षण के दिखने पर तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।हार्ट ब्लॉकेज के शुरुआती लक्षण क्या हैं?
हार्ट ब्लॉकेज के शुरुआती लक्षण धीरे-धीरे विकसित होते हैं और इन्हें नजरअंदाज करना आसान होता है। आम लक्षणों में सीने में हल्का दर्द या असहजता, थकान, सांस फूलना, दिल की धड़कन तेज होना, चक्कर आना और पसीना आना शामिल हैं। कुछ लोगों को जबड़े, गर्दन, पीठ या हाथों में भी दर्द महसूस हो सकता है। शुरुआती अवस्था में ये लक्षण हल्के हो सकते हैं, लेकिन समय के साथ गंभीर हो सकते हैं। यदि बार-बार सीने में दबाव या थकान महसूस हो रही है, तो तुरंत डॉक्टर से जांच कराना जरूरी होता है।हार्ट में ब्लॉकेज होने के क्या कारण होते हैं?
हार्ट में ब्लॉकेज के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें खराब लाइफस्टाइल, खानपान भी शामिल है। हार्ट में ब्लॉकेज के सही कारणों का पता टेस्ट के बाद चलता है।