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सावन में मसालेदार चीजें खाना पड़ सकता है सेहत पर भारी, एक्‍सपर्ट से जानें इसके 7 नुकसान

सावन में मसालेदार खाना पेट के ल‍िए अच्‍छा नहीं है। तीखा, तेल में तला हुआ और म‍िर्च वाला खाना, इम्‍यून‍िटी को कमजोर करके आपको बीमार बना सकता है। 
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सावन में मसालेदार चीजें खाना पड़ सकता है सेहत पर भारी, एक्‍सपर्ट से जानें इसके 7 नुकसान

सावन का महीना, हमारे पाचन तंत्र के लिए सेंस‍िट‍िव होता है। इस मौसम में नमी ज्‍यादा होती है, जिससे शरीर की अग्नि (डाइजेस्टिव फायर) कमजोर हो जाती है। यही कारण है कि इस समय कई एक्सपर्ट मसालेदार, तली-भुनी और भारी चीजों से परहेज करने की सलाह देते हैं। लखनऊ के व‍िकास नगर में स्‍थ‍ित‍ न्‍यूट्र‍िवाइज क्‍लीन‍िक की न्‍यूट्र‍िशन‍िस्‍ट नेहा स‍िन्‍हा ने बताया क‍ि मसाले जैसे मिर्च, गरम मसाले, तले हुए पापड़, समोसे और चटपटी चाट न केवल पेट को परेशान कर सकते हैं, बल्कि शरीर में सूजन, एसिडिटी, स्किन एलर्जी और इम्यूनिटी कम होने जैसी समस्याएं भी बढ़ा सकते हैं। आयुर्वेद के अनुसार भी सावन में शरीर वात-दोष के प्रभाव में आ जाता है और पाचन कमजोर हो जाता है। ऐसे में ज्यादा तीखे या मसालेदार भोजन सेहत पर भारी पड़ सकते हैं। इस लेख में आपको बताएंगे कि सावन में मसालेदार चीजें क्यों छोड़नी चाहिए और इसके नुकसान क्या हो सकते हैं।

1. कमजोर पाचन शक्ति- Weak Digestion

सावन में वातावरण की नमी और ठंडक की वजह से हमारी पाचन शक्ति कमजोर हो जाती है। मसालेदार भोजन इस कमजोर डाइजेस्टिव सिस्टम पर अतिरिक्त दबाव डालता है जिससे अपच, गैस, पेट दर्द और एसिडिटी की समस्या हो सकती है।

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2. एसिडिटी और सीने में जलन- Acidity and Heartburn

ज्‍यादा मिर्च और गरम मसालों से बने फूड्स, पेट में एस‍िड को बढ़ाते हैं। इससे सीने में जलन, खट्टी डकारें और पेट में जलन जैसी समस्याएं आम हो जाती हैं, जो मानसून में और भी गंभीर रूप ले सकती हैं।

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3. त्वचा की समस्याएं- Skin Problems

मसालेदार चीजें शरीर में गर्मी पैदा करती हैं जो स्किन एलर्जी, फोड़े-फुंसी, दाने और एक्ने जैसी समस्याओं का कारण बन सकती हैं। खासकर जिनकी स्किन पहले से सेंसेटिव है, उनके लिए यह और खतरनाक हो सकता है।

4. डिहाइड्रेशन और ज्‍यादा पसीना आना- Excessive Sweating and Dehydration

मसालेदार भोजन, शरीर के तापमान को बढ़ाता है जिससे ज्‍यादा पसीना आता है। सावन की उमस में यह शरीर में पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी का कारण बन सकता है, जिससे कमजोरी और चक्कर आने जैसी दिक्कतें हो सकती हैं।

5. कमजोर इम्यूनिटी- Weak Immunity

मसालेदार और ऑयली खाना शरीर में सूजन को बढ़ाता है और पाचन में रुकावट डालता है। इससे शरीर, पोषक तत्वों को सही से एब्‍सॉर्ब नहीं कर पाता और इम्यूनिटी कमजोर हो जाती है, जो मानसून में इंफेक्‍शन का खतरा बढ़ा देती है।

6. ब्लड प्रेशर बढ़ना- High Blood Pressure

कुछ मसाले जैसे लाल मिर्च, गरम मसाला और ज्यादा नमक वाली चीजें, हाई ब्लड प्रेशर का कारण बन सकती हैं। हाई बीपी वाले लोगों के लिए यह और भी खतरनाक साबित हो सकता है क्योंकि मानसून में हार्ट और किडनी से जुड़ी समस्याएं पहले से बढ़ जाती हैं।

7. पेट में अल्सर या आंतों में सूजन- Risk of Ulcers and Gut Inflammation

लगातार तीखा और मसालेदार खाना खाने से आंतों में सूजन, म्यूकस लाइनिंग में नुकसान और अल्सर बनने का खतरा रहता है। इससे डायरिया, आंतों में जलन और मल में खून जैसी परेशानियां हो सकती हैं।

सावन में क्या खाना चाहिए?- What to Eat in Sawan

1. हल्की खिचड़ी- Light Khichdi

सावन में मूंग दाल और चावल से बनी खिचड़ी पचने में आसान होती है और पेट को आराम देती है। इसमें हल्का देसी घी और थोड़े से मसाले डालें।

2. ताजी हरी सब्जियां- Fresh Green Vegetables

तोरी, लौकी, टिंडा जैसी सब्जियां सावन में शरीर को ठंडक देती हैं और पाचन में मदद करती हैं। इन्हें उबालकर या हल्की भाजी की तरह खाएं।

3. दिन में दही खाएं- Consume Curd in Daytime

दोपहर में ताजा दही खाना इम्यूनिटी और पाचन के लिए अच्छा होता है, लेकिन दही को रात में न खाएं क्योंकि यह सर्दी-जुकाम की वजह बन सकता है।

4. फलों का सेवन करें- Eat Seasonal Fruits

सेब, नाशपाती, पपीता और अनार जैसे फलों में फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो सावन में इम्यूनिटी बढ़ाते हैं और पेट को स्वस्थ रखते हैं।

5. सादा और कम मसाले वाला भोजन- Plain and Low-Spice Food

भोजन में कम तेल और मसाले का इस्तेमाल करें। रोटी, दलिया, उबली सब्जी जैसे विकल्प चुनें जो पेट पर दबाव न डालें।

6. उबला हुआ पानी- Boiled Drinking Water

सावन में पानी की शुद्धता का ध्यान रखें। उबला हुआ या फिल्टर किया गया पानी ही पिएं ताकि बैक्टीरियल इंफेक्शन से बचा जा सके।

7. सत्तू और बेल शरबत- Sattu and Bael Sherbet

सत्तू शरीर को ठंडक देता है और बेल का शरबत पाचन सुधारता है। ये दोनों ड्र‍िंक्‍स, सावन में एसिडिटी से राहत देते हैं।

8. घर का बना खाना खाएं- Prefer Home-Cooked Meals

बाहर का चाट, समोसा या स्ट्रीट फूड न खाएं। घर पर बना साफ और ताजा खाना पाचन और हेल्थ दोनों के लिए फायदेमंद है।

सावन में मसालेदार चीजों से दूरी बनाकर हल्का, आसानी से पचने वाला और कम मसालों वाला भोजन अपनाना ही बेहतर है। खिचड़ी, दही, हरी सब्जियां, लौकी और ताजे फलों का सेवन आपकी सेहत को मजबूत बनाएगा और आपको बीमारियों से बचाएगा।

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FAQ

  • सावन महीने में कौन सी चीज नहीं खानी चाहिए?

    सावन में तली-भुनी चीजें, ज्यादा मसालेदार खाना, मीट, ज्‍यादा नमक, पनीर और स्ट्रीट फूड नहीं खाना चाहिए। ये चीजें पाचन और इम्यूनिटी पर असर डालती हैं।
  • ज्यादा मसालेदार खाना खाने से क्या होता है?

    ज्‍यादा मसालेदार खाना पेट में जलन, गैस, एसिडिटी, स्किन एलर्जी और ब्लड प्रेशर बढ़ाने का कारण बन सकता है। यह डाइजेशन और लिवर पर भी असर डालता है।
  • मसालेदार खाना खाने के बाद मेरा पेट क्यों जलने लगता है?

    मसालेदार खाने से पेट में एसिड का लेवल बढ़ जाता है, जिससे पेट की आंतरिक परत पर जलन होती है। इससे सीने में जलन और अपच की समस्या होती है।

 

 

 

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