भारत में हर साल ब्लड प्रेशर के मरीजों की संख्या में भारी इजाफा देखने को मिलता है। दरअसल, लोगों की बदलती जीवनशैली के कारण उनको कई तरह के रोग होने का जोखिम अधिक होता है। हाई ब्लड प्रेशर को आज के समय में आप साइलेंट किलर कह सकते हैं। यह समस्या शरीर के अन्य अंगों को भी प्रभावित करती है। इससे हार्ट, किडनी और ब्रेन को नुकसान होने की संभावना बढ़ जाती है। हालांकि, जीवनशैली में बदलाव, खानपान में सुधार और नियमित व्यायाम या योगासन इसका प्राकृतिक और प्रभावशाली समाधान बन सकते हैं। वज्रासन आसानी से किये जाने वाला आसन है, एक्सपर्ट्स बताते हैं कि व्रजासन हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए फायदेमंद हो सकता है। इस लेख मे एएस फिटनेस सेंटर के हेल्थ कोच और योगाचार्य साईं श्रीवास्तव से जानते हैं कि हाई ब्लड प्रेशर में व्रजासन किस तरह से फायदेमंद हो सकता है।
हाई ब्लड प्रेशर में वज्रासन कैसे लाभकारी है? - Vajrasana Benefits For High In Hindi
वज्रासन को संस्कृत में ‘वज्र’ यानी ‘बिजली या ताकत’ और ‘आसन’ यानी ‘बैठने की मुद्रा’ कहा गया है। इसे Thunderbolt Pose या Diamond Pose भी कहा जाता है। यह एकमात्र ऐसा आसन है जिसे खाने के तुरंत बाद भी किया जा सकता है, और यह पाचन से लेकर मानसिक शांति तक अनेक लाभ देता है।
तंत्रिका तंत्र को शांत करता है
वज्रासन करने से मस्तिष्क को अधिक ऑक्सीजन मिलती है, जिससे तंत्रिका तंत्र शांत होता है। यह मानसिक तनाव और चिंता को कम करता है, जो हाई ब्लड प्रेशर के प्रमुख कारणों में से एक है।
ब्लड सर्कुलेशन में सुधार
वज्रासन शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को संतुलित करता है। यह हृदय पर पड़ने वाले दबाव को कम करता है और रक्त वाहिकाओं को आराम देने में मदद करता है, जिससे ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है।
पाचन तंत्र मजबूत करता है
हाई बीपी से पीड़ित लोगों को अक्सर अपाचन, एसिडिटी या गैस की समस्या भी होती है। वज्रासन खाने के बाद किया जा सकता है और यह पाचन को सुधारकर शरीर में तनाव कम करता है।
वजन घटाने में सहायक
मोटापा हाई बीपी का एक मुख्य कारण है। वज्रासन करने से मेटाबॉलिज्म तेज होता है और पेट के आसपास की चर्बी घटने में मदद मिलती है।
मानसिक स्थिरता के लिए आवश्यक
वज्रासन के दौरान ध्यान केंद्रित करने से मन शांत होता है। यह मनोवैज्ञानिक रूप से बहुत असरदार होता है, जिससे क्रोध, चिड़चिड़ापन और घबराहट में कमी आती है, ये सभी हाई बीपी को बढ़ाने वाले फैक्टर हैं।
अन्य स्वास्थ्य लाभ
- कब्ज और गैस की समस्या से राहत
- पीठ दर्द और साइटिका में आराम
- घुटनों की मजबूती
- डायबिटीज में भी सहायक आदि।
वज्रासन करने का तरीका (स्टेप बाय स्टेप) - Vajrasana Steps In Hindi
- किसी शांत स्थान पर योगा मैट बिछाएं।
- घुटनों को मोड़ते हुए दोनों पैरों को पीछे की ओर मोड़ें और एड़ियों को कूल्हों पर टिका लें।
- दोनों हाथों को घुटनों पर रखें, हथेलियां नीचे की ओर।
- रीढ़ को सीधा रखते हुए, आंखें बंद कर लें और गहरी सांस लें।
- धीरे-धीरे सांस छोड़ते रहें।
- इस अवस्था में कम से कम 5 से 10 मिनट बैठें। नियमित अभ्यास के साथ इसे 15–20 मिनट तक बढ़ाया जा सकता है।
- लोगों को घुटनों में दर्द, हर्निया या रीढ़ की हड्डी से संबंधित गंभीर समस्याएं हैं, वे इस आसन को करने से पहले डॉक्टर या योग प्रशिक्षक की सलाह लें।
- शुरुआत में ज्यादा देर तक न बैठें, धीरे-धीरे समय बढ़ाएं।
- अत्यधिक मोटे व्यक्ति को वज्रासन में असुविधा हो सकती है, उन्हें सहारा लेकर अभ्यास करना चाहिए।
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हाई ब्लड प्रेशर आज एक सामान्य लेकिन गंभीर समस्या बन गई है। केवल दवाओं पर निर्भर रहना पर्याप्त नहीं, बल्कि जीवनशैली में सुधार करना आवश्यक है। वज्रासन एक ऐसा योगासन है जो ना केवल शारीरिक बल्कि मानसिक स्वास्थ्य को भी सशक्त बनाता है। यह हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए एक प्राकृतिक, सुरक्षित और प्रभावी उपाय है।
FAQ
हाई बीपी को तुरंत कैसे ठीक करें?
हाई बीपी को कंट्रोल करने के लिए आप ठंडा सिर और पैरों पर डालें, ब्रिदिंग एक्सरसाइज करें, नमक और मसाले का सेवन करें। इससे हाई बीपी को कंट्रोल करने में मदद मिलती है।बीपी ज्यादा हो तो क्या पीना चाहिए?
घर में अचानक से बीपी बढ़ जाए तो उस पेशेंट को नींबू पानी पीने दे सकते हैं। इसके अलावा नारियल पानी पीना भी फायदेमंद हो सकता है।बीपी बढ़ने से शरीर में क्या दिक्कत होती है?
हाई ब्लड प्रेशर होने पर व्यक्ति को हृदय रोग, स्ट्रोक, किडनी रोग, और आंखों की समस्याओं का जोखिम रहता है। इसके अलावा, हाई ब्लड प्रेशर के कारण थकान, सिरदर्द, चक्कर आना, और सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं।