
कोरोना की दूसरी लहर ने लोगों को मानसिक और शारीरिक दोनों रूपों में परेशान किया। कोरोना से ठीक होने वाले मरीजों को डॉक्टर्स ने मल्टीविटामिन खाने की सलाह दी। उन मल्टीविटामिन्स में जिंक के भी सप्लीमेंट्स होते हैं। लेकिन अब डॉक्टर्स का शक है कि ज्यादा जिंक सप्लीमेंट्स का सेवन ब्लैक फंगस का भी कारण बन रहा है। इन दिनों देखा गया कि कोरोना से बचने के लिए उन लोगों ने भी जिंक के सप्लिमेंट्स खाए जिनको उसकी जरूरत भी नहीं थी, लेकिन नमामाी लाइफ में न्यूट्रीशनिस्ट डॉक्टर शैली तोमर का कहना है कि सही मात्रा में जिंक का सेवन करने से इम्युनिटी बढ़ती है, लेकिन अनियंत्रित मात्रा में इसके सेवन से डायरिया, जी मिचलाना, उल्टी आना, भूख कम लगना, पेट में दर्द, पेट में मरोड़, सर दर्द और ब्लैक फंगस के बढ़ने की संभावना बढ़ जाती है। डॉ शैली ने ज्यादा जिंक के सेवन से होने वाले नुकसान के बारे में ओन्ली माई हेल्थ को बताया।

क्यों जरूरी हैं जिंक सप्लीमेंट्स?
डॉक्टर शैली का कहना है कि शरीर के लिए जिंक एक जरूरी मिनरल है। उनका कहना है कि हमारे शरीर में जिंक नहीं होता है इसलिए बाहरी सप्लीमेंट्स से इसकी कमी पूरी करनी पड़ती है। इसके उन्होंने निम्न फायदे बताए।
इम्युनिटी बूस्टर
डॉ. शैली का कहना है कि अगर कोई युवा एक दिन में 10 से 15 मिली जिंक और 40 से 50 मिलीग्राम से ज्यादा नहीं लेता है तो उसे जिंक का पूरा फायदा मिलेगा। उन्होंने बताया कि जिंक से इम्युनिटी बूस्ट होती है और यह इम्युन सिस्टम को प्रोपर तरीके से काम करने में मदद करता है।
डॉक्टर शैली का कहना है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक, दुनिया की एक तिहाई आबादी पहले ही जिंक की कमी से जूझ रही है। शरीर में जिंक की कमी की वजह से रेस्पाइरेटरी ट्रैक्ट इंफेक्शन होने का खतरा ज्यादा रहता है। इसलिए इसका सही मात्रा में सेवन जरूरी है।
घाव भरने में
शरीर में जिंक सही मात्रा से घाव जल्दी भर जाते हैं। जिन लोगों के शरीर में जिंक की कमी होती है, उनमें घाव जल्दी नहीं भरते हैं।
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अधिक जिंक सप्लीमेंट्स खाने के नुकसान (side effects of consuming excessive zinc supplements)
डायरिया
गर्मियों में अक्सर डायरिया की समस्या हो जाती है। जरूरत से ज्यादा जिंक का सेवन करने से यह परेशान बढ़ जाती है। डॉ. शैली का कहना है कि गर्मियों में ज्यादा जिंक का सेवन नहीं करना चाहिए। एक दिन में जितना जरूरी है उतना ही जिंक लें।
जी मिचलाना और उल्टी आना
डॉक्टर शैली ने बताया कि ज्यादा जिंक का सेवन करने से शरीर में आयरन की मात्रा बढ़ जाती है। ज्यादा जिंक के सेवन से उल्टी और जी मिचलाना की समस्या हो सकती है। इसके अलावा भूख कम लगना, पेट में दर्द, पेट में मरोड़ और सिर दर्द जैसी परेशानियां भी हो सकती हैं।
ब्लैक फंगस का खतरा
कोरोना की दूसरी लहर के साथ ही कोरोना के बाद ब्लैक फंगस (mucormycosis) का खतरा सामने आया। हालत इतनी बुरी हो गई कि कई राज्यों को ब्लैक फंगस के महामारी घोषित करना पड़ा। अब विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि ज्यादा जिंक का प्रयोग ब्लैक फंगस का कारण बन रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि कोरोना मरीजों को उपचार के रूप में जिंक दिए जाने से ब्लैक फंगस की संभावना बढ़ रही है।

पोषक तत्त्वों की कमी
अमूमन हम कोई भी चीज खाते हैं तो उसे यह देखकर खाते हैं कि इससे हमारे शरीर को जरूरी पोषक तत्त्व प्राप्त हों, लेकिन जब हम किसी चीज का सेवन ज्यादा करने लग जाते हैं तो शरीर में बाकी मिनरल्स की कमी हो जाती है। डॉक्टर शैली ने बताया कि ज्यादा जिंक खाने से जिंक शरीर में कॉपर की मात्रा को कम करता और अच्छे कोलेस्ट्रोल को कम करता है।
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मुंह का स्वाद चले जाना
न्यूट्रीशनिस्ट डॉक्टर शैली तोमर ने बताया कि ज्यादा जिंक का सेवन हाइपोगुसइआ का कारण बनता है। हाइपोगुसइआ के कारण मुंह का स्वाद चला जाता है। इस परेशानी की वजह से मुंह के स्वाद में बदलाव होते हैं। इसलिए इस पेरशानी से बचने के लिए जरूरी है कि जिंक का सही मात्रा में प्रयोग किया जाए।
खून की कमी
ज्यादा जिंक का सेवन करने से शरीर को बाकी पोषक पदार्थ नहीं मिलते हैं। इस वजह से उनकी कमी हो जाती है। न्यूट्रीशनिस्ट डॉ. शैली का मानना है कि ज्यादा जिंक का सेवन करने से शरीर में कॉपर की कमी हो जाती है। कॉपर लाल रक्त कोशिकाओं को बनाने में मदद करता है। जब यह कमी हो जाती है तो एनिमिया की समस्या झेलनी पड़ती है।
पाचन संबंधी परेशानियां
ज्यादा जिंक खाने से शरीर में कॉपर की मात्रा कम होती है, जिसकी वजह से कमजोरी और पाचन संबंधी परेशानियां होती हैं। जिंक के ज्यादा सेवन से दस्त की समस्या होती है, जिसकी वजह से शरीर में पानी की कमी हो जाती है।

जोड़ों की समस्या बढ़े
डॉक्टर शैली का कहना है कि जिन लोगों को जोड़ों के दर्द की समस्या है, जिंक का ज्यादा सेवन करने से यह समस्या और बढ़ जाती है। क्योंकि शरीर में कॉपर की कमी हो जाती है, इसलिए जिंक का ज्यादा सेवन नहीं करना चाहिए।
यौन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक
अधिक मात्रा में जिंक का सेवन करने से शुक्राणुओं पर असर पड़ता है। जिस वजह से यौन स्वास्थ्य पर असर पड़ता है। जिंक के सेवन की मात्रा के बारे में डॉक्टर से अवश्य पूछ लें।
किन खाद्य पदार्थों में पाया जाता है जिंक?
डॉक्टर शैली तोमर का कहना है कि अगर आप जिंक ले भी रहे हैं तो डॉक्टर की सलाह से लें। दूसरा नेचुरल चीजों से ही जिंक की मात्रा को पूरा करें। उन्होंने बताया कि कद्दू के बूज, काजू, सूरजमुखी के बीज, सभी प्रकार की दालें, चनें, राजमा, सीफूड, गेंहू, ओट्स, बाजरा, ज्वार आदि। यह सभी जिंक के नेचुरल स्रोत हैं। इनसे कोई दिक्कत नहीं होती है।
शरीर में संतुलित मात्रा में मिनरल्स, विटामिन्स या अन्य पोषक तत्त्व होने पर शरीर को पूरा फायदा मिलता है। लेकिन जिंक की अधिक मात्रा का सेवन करने से डायरिया, पेट दर्द, खून की कमी से लेकर ब्लैक फंगस का खतरा बढ़ता है। अब विशेषज्ञों का राय है कि कोरोना मरीजों में ज्यादा जिंक का सेवन करने से ब्लैक फंगस का खतरा बढ़ रहा है।
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