कोरोना की दूसरी लहर के बाद देश में फैल रहे ब्लैक फंगस के अब तक आठ हजार से ज्यादा केस सामने आ चुके हैं। कोविड मरीजों में दिख रहे इस फंगस इंफेक्शन को महामारी का नाम दिया गया है। इसके साथ ही शोधकर्ता और डॉक्टरों से इस विषय पर रिसर्च बढ़ा दी है कि आखिर कोविड मरीजों में ब्लैक फंगस होने का क्या कारण है। कुछ एक्सपर्ट्स का कहना है कि स्टेरॉयड का इस्तेमाल, असंतुलित डायबिटीज, कमजोर इम्यूनिटी, एंटीबॉयोटिक्स के ज्यादा इस्तेमाल से ये फंगल बॉडी में फैलता है। इसके अलावा अब कुछ डॉक्टर ये भी कह रहे हैं कि कोविड मरीजों में जिंक सप्लीमेंट के ज्यादा इस्तेमाल से ब्लैक फंगस हो रहा है जबकि कोविड मरीजों की इम्यूनिटी बेहतर बनाने में जिंक एक जरूरी सप्लीमेंट है। चलिए जानते हैं ब्लैक फंगस और जिंक में क्या कनेक्शन हो सकता है और क्या वाकई जिंक सप्लीमेंट, ब्लैक फंगस का कारण हो सकता है, इस पर ज्यादा जानकारी के लिए हमने लखनऊ के झलकारीबाई अस्पताल के चीफ फॉर्मासिस्ट एसएन सिंह से बात की।
जिंक और ब्लैक फंगस का क्या कनेक्शन है? (Is there any connection between zinc and black fungus)
हाल में ही इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष डॉ राजीव जयवर्धन ने ट्वीट कर बताया कि जिंक (zinc) और ब्लैक फंगस (black fungus) में कनेक्शन हो सकता है। इस ट्वीट के बाद मेडिकल एक्सपर्ट्स में इस बात को लेकर चर्चा तेज है कि क्या वाकई ऐसा हो सकता है। डॉ राजीव जयवर्धन ने अपने ट्वीट के जरिए बताया है कि जिंक की मदद से ब्लैक फंगस के फंगी ग्रो करते है और इंफेक्शन बॉडी में फैलता है, इसलिए हमें इस पर रिसर्च तेज कर देनी चाहिए। इस बात को सपोर्ट करने के लिए डॉ राजीव ने कुछ पूर्व रिसर्च पेपर साझा किए हैं जिनमें फंगी और जिंक का कनेक्शन बताया गया है, इसी के आधार पर डॉ राजीव ने बताया है कि ब्लैक वायरस का कारण जिंक हो सकता है।
इसे भी पढ़ें- क्या है ब्लैक फंगस और कोविड मरीजों में क्यों बढ़ रहे हैं इसके मामले? देखें वीडियो
टॉप स्टोरीज़
Are Zinc supplements to blame for "Black Fungus"? (this is an interesting hypothesis, NOT an assertion) See thread for summaries of papers from 1996, 2013.
Fact: Fungi feed on Zinc.
Mammalian cells try to escape fungal invasion by "starving" the fungus of zinc, by hiding it.
1/9
कोविड मरीजों को क्यों दिया जाता है जिंक सप्लीमेंट? (Why zinc supplement is essential for covid patients)
डॉक्टर्स कोविड मरीजों को 50 मिलीग्राम जिंक देने का समर्थन करते हैं। डॉक्टरों का मानना है कि जिंक के इस्तेमाल से इम्यूनिटी मजबूत रहती है और कोरोना के वायरस से लड़ने में बॉडी को मदद मिलती है। असंतुलित डायबिटीज, जिंक के इस्तेमाल को ब्लैक फंगस से अधिक खतरा बताया जा रहा है जबकि कुछ स्टडीज के मुताबिक जिंक ग्लूकोज का लेवल भी कंट्रोल करता है। हालांकि जिंक की ओवरडोज ठीक नहीं है। डॉक्टर के सलाह पर ही इसे मरीज को दिया जाता है।
इसे भी पढ़ें- Black Fungus: ब्लैक फंगस (म्यूकोरमायकोसिस) क्या है? डॉक्टर से जानें कोविड मरीजों में इसके लक्षण, खतरे और इलाज
डॉक्टरों की मांग, जिंक और ब्लैक फंगस पर जल्द हो रिसर्च
डॉ एसएन सिंह ने बताया कि अब तक हमारे पास कोई डेटा या रिसर्च मौजूद नहीं है जिसके आधार पर हम कह सकें कि कोविड के मरीजों में ब्लैक फंगस (म्यूकोरमायकोसिस) का कारण जिंक हो सकता है क्योंकि कोविड मरीजों के लिए जिंक एक जरूरी सप्लीमेंट है। इससे उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। अगर वाकई जिंक का कनेक्शन ब्लैक फंगस से है तो हमें कोविड मरीजों के लिए दूसरे विकल्प तैयार रखने होंगे। इस बीच केंद्र सरकार से ब्लैक फंगस के इलाज के लिए एम्फोटेरिसिन-बी दवा का आवंटन तेज कर दिया है। केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री डीवी सदानंद गौड़ा ने एम्फोटेरिसिन-बी की 23,680 अतिरिक्त शीशियों को अलग-अलग राज्यों में भेजने की घोषणा की है।
ब्लैक फंगस के गंभीर बीमारी है, इससे सावधान रहें। कोविड के मरीजों में जिंक के इस्तेमाल और ब्लैक फंगस के साथ जिंक के कनेक्शन पर रिसर्च जारी है तब तक आप किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें। डॉक्टर के कहे मुताबिक ही इलाज करवाएं।
Read more on Health News in Hindi