रूमेटाइड अर्थराइटिस के कारण स्किन रैशेज क्यों होते हैं? रूमेटाइड अर्थराइटिस जोड़ों की बीमारी है जिसका असर हड्डियों और मांसपेशियों के साथ-साथ त्वचा पर भी पड़ता है। इस बीमारी से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी कम हो जाती है इसलिए आपको स्किन एलर्जी होने की आशंका बढ़ जाती है। रूमेटाइड अर्थराइटिस के कारण स्किन में रैशेज की समस्या बढ़ जाती है, अगर आप समय रहते इसका इलाज न करें तो इंफेक्शन फैल सकता है। इस बीमारी के दौरान दवा के असर से और इम्यून सिस्टम के कमजोर होने के कारण स्किन एलर्जी हो जाती है जिसका एक उदाहरण है रैशेज की समस्या। इससे बचने के लिए डॉक्टर आपको एंटीबॉयोटिक्स दवाएं और क्रीम दे सकते हैं पर आपको इंफेक्शन फैलने का इंतजार नहीं करना है नहीं तो ये अल्सर भी बन सकता है और सिस्ट भी होने का खतरा रहता है। इस दौरान आपको साफ-सफाई पर ध्यान देना चाहिए। रैशेज न हो इसके लिए आपको हेल्दी डाइट और कम से कम दिन में 8 गिलास पानी पीना चाहिए। इसके अलावा शरीर से पसीना निकालने के लिए कसरत भी जरूरी है। हम आपको इस लेख में बताएंगे रूमेटाइड अर्थराइटिस के चलते स्किन में रैशेज होने के कारण और उपाय। ज्यादा जानकारी के लिए हमने ओम स्किन क्लीनिक, लखनऊ के वरिष्ठ कंसलटेंट डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ देवेश मिश्रा से बात की।
रूमेटाइड अर्थराइटिस से दौरान क्यों होते हैं स्किन रैशेज? (Why Rheumatoid Arthritis causes skin rashes)
रूमेटाइड अर्थराइटिस का असर हड्डियों और मांसपेशियों के अलावा स्किन और शरीर के बाकि हिस्सों पर भी पड़ता है, इन्हीं में से एक समस्या है स्किन रैशेज। जरूरी नहीं है कि रूमेटाइड अर्थराइटिस से पीड़ित हर व्यक्ति को स्किन रैशेज हों पर कुछ लोगों को इस बीमारी के दौरान रैशेज की समस्या होती है जिसमें स्किन लाल हो जाती है, खुजली होती है और दर्द के साथ-साथ खून भी निकल आता है। कुछ केस में रैशेज अल्सर का रूप ले लेता है जो घाव जैसा दिखने लगता है। रूमेटाइड अर्थराइटिस के दौरान आप जो दवाएं ले रहे हैं उसके कारण भी रैशेज की समस्या हो सकती है।
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रूमेटाइड अर्थराइटिस से दौरान होने वाले रैशेज का इलाज (Treatment of rashes caused by Rheumatoid Arthritis)
आपको रूमेटाइड अर्थराइटिस के दौरान होने वाले रैशेज से बचने के लिए डॉक्टर से मिलना चाहिए। आपको रैशेज के लिए डॉक्टर एंटीबॉयोटिक्स दे सकते हैं। इसके अलावा स्टिरॉइड भी दी जा सकती है ताकि सूजन कम हो। जब रैशेज कम होते हैं तो उसके लिए डॉक्टर स्किन क्रीम आदि देते हैं जिससे खुजली और दर्द कम होता है। इसके अलावा अगर रैशेज के साथ सिस्ट जैसी समस्या है तो डॉक्टर स्किन से पस निकालकर ठीक करते हैं। सिस्ट में तेज दर्द होता है जिसके लिए डॉक्टर आपको इंजेक्शन भी दे सकते हैं।
रूमेटाइड अर्थराइटिस के दौरान स्किन रैशेज से कैसे बचें? (Tips to cure rashes during Rheumatoid Arthritis)
रूमेटाइड अर्थराइटिस के दौरान रैशेज की समस्या से बचने के लिए आप अपनी स्किन को यूवी रेज से बचाकर रखें। ग्लब्स और स्कार्फ बांधकर ही घर से बाहर निकलें। जो लोग स्मोकिंग करते हैं उन्हें भी रैशेज हो सकते हैं इसलिए धूम्रपान छोड़ दें। बहुत ज्यादा ऑयली फूड न खाएं। अपनी डाइट में हर दिन 8 गिलास पानी पिएं। इसके अलावा आपको हर दिन एक्सरसाइज करनी चाहिए ताकि शरीर से पसीना निकले और इंफेक्शन जैसी परेशानी स्किन में न हो। अपनी साफ-सफाई पर भी ध्यान दें। गर्मी के दिनों में 2 बार कपड़ें बदलें इससे आपकी बॉडी फ्रेश फील करेगी।
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रूमेटाइड अर्थराइटिस के दौरान रैशेज से बचाए घरेलू उपाय (Home remedies for rashes caused by Rheumatoid Arthritis)
- 1. दही: रूमेटाइड अर्थराइटिस के दौरान आप कुछ घरेलू उपाय अपना सकते हैं, इससे कोई नुकसान नहीं होगा, हां ये जरूर हो सकता है कि आपकी एलर्जी गंभीर हो तो उपाय का असर कम हो। पहला उपाय है दही का इस्तेमाल। आप रैशेज पर 10 मिनट तक दही लगाकर रखें और फिर ठंडे पानी से धो लें। दिन में 3 बार ऐसा करें तो आराम मिलेगा।
- 2. मुल्तानी मिट्टी: स्किन रैशेज की समस्या के लिए आप 2 चम्मप गुलाबजल में 1 चम्मच मुल्तानी मिट्टी मिलाएं और इफेक्टेड स्किन पर लगाकर सूखने दें। उसके बाद ठंडे पानी से धो लें।
- 3. एलोवेरा: स्किन रैशेज के लिए एलोवेरा जैल का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। एलोवेरा के पत्तों को पीसकर उसे रैशेज वाली जगह पर लगाएं। दिन में 2 बार लगाएं तो आपको आराम मिलेगा।
- 4. नीम: नीम के पत्ते भी रैशेज ठीक करने में मदद करते हैं। आप नीम के पत्तों को पीसकर रैशेज पर लगा लें, इससे इंफेक्शन और नहीं फैलेगा। जब मिश्रण सूख जाए तो स्किन को पानी से धो लें।
- 5. चंदन: स्किन में रैशेज की समस्या से बचने के लिए चंदन पाउडर का इस्तेमाल करें। चंदन पाउडर में हल्दी और गुलाबजल मिलाकर रैशेज पर लगाएं। इससे रैशेज की समस्या से निजात मिलेगा।
- 6. कपूर: रैशेज से बचने का एक और आसान उपाय है कपूर का इस्तेमाल। रैशेज से बचने के लिए कपूर को नारियल के तेल पर मिलाकर लगाएं और सुबह पानी से धो लें। इससे रैशेज ठीक हो जाएंगे।
- 7. फिटकरी: जहां आपको एलर्जी है उस जगह को आप फिटकरी के पानी से धो लें। आप फिटकरी में नारियल तेल मिलाकर भी रैशेज पर लगा सकते हैं, इससे रैशेज जल्दी ठीक हो जाते हैं।
- 8. आम का पल्प: आप आम के पल्प से भी रैश की समस्या दूर कर सकते हैं। आम के पल्प में एलोवेरा जैल मिलाकर प्रभावित हिस्से में लगाएं, इससे एलर्जी, सूजन, दर्द आदि की समस्या दूर हो जाएगी।
- 9. बर्फ: रूमेटाइड अर्थराइटिस के दौरान होने वाले रैशेज से बचने के लिए आप बर्फ को रैशेज पर लगाएं, ये आसान तरीका है रैशेज की समस्या दूर करने का। इससे ड्राई स्किन भी ठीक हो जाएगी।
- 10. नारियल तेल: रैशेज होने से स्किन में खुजली हो सकती है, इससे बचने के लिए नारियल के तेल का इस्तेमाल करें। नारियल के तेल में कपूर मिक्स करें और रैशेज पर लगाएं।
इन आसान उपायों से आपकी स्किन में हो रहे रैशेज ठीक हो जाएंगे पर ये केवल टैम्पोरेरी उपाय है, आपको रूमेटाइड अर्थराइटिस के दौरान हुए रैशेज के इलाज के लिए डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। आप जितना जल्दी इलाज करवाएंगे इंफेक्शन फैलने की आशंका उतनी कम हो जाएगी।
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