रुमेटाइड आर्थराइटिस एक ऐसी स्थिति है जिसमें आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली शरीर के ऊतकों पर हमला करती है। इसके कारण आपके जोड़ों की परतों को काफी नुकसान होता है। आमतौर पर इस कारण आपके जोड़ों, हाथों और पैरों में सूजन और दर्द रहता है, लेकिन इसके साथ आपके अन्य शरीर के जोड़ भी प्रभावित हो सकते हैं। इस रोग में जरूरी नहीं कि आपके सूजन और दर्द ही महसूस हो बल्कि इसके कारण आपके दूसरे हिस्सों को भी बुरा असर झेलना पड़ता है।
रुमेटाइड आर्थराइटिस या गठिया से पीड़ित मरीज का इलाज जरूरी होता है, अगर आप समय पर इसका इलाज नहीं करवाते तो इससे आपकी स्थिति और गंभीर हो सकती है। वहीं, कुछ लोग रुमेटाइड आर्थराइटिस के दौरान होने वाले हाथ-पैरों में दर्द के कारण अलग-अलग नुस्खे अपनाते हैं जबकि कुछ ऐसे नुस्खे हैं जिनका इस दर्द और सूजन से कोई मतलब नहीं होता है। जी हां, इस विषय पर हमने बात की प्रोफेसर और विभागाध्यक्ष शल्य तंत्र, डॉक्टर अनार सिंह आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज और अस्पताल, राखी मेहरा से। जिन्होंने जानकारी दी कि रुमेटाइड आर्थराइटिस या गठिया के दौरान ऐसे कौन से घरेलू तरीके या उपाय लोग इस्तेमाल करते हैं जिनका कोई फायदा नहीं देखा जाता है।
रुमेटाइड आर्थराइटिस में फायदेमंद नहीं है ये घरेलू उपाय (These Home Remedies Are Not Good In Rheumatoid Arthritis In Hindi)
सेब का सिरका
एक्सपर्ट बताते हैं कि अक्सर लोग ज्यादातर बीमारियों के लिए सेब का सिरका इस्तेमाल करते हैं, कई बीमारियों या संक्रमण के दौरान सेब का सिरका काफी फायदेमंद होता है। लेकिन गठिया या हाथ-पैरों में दर्द के दौरान सेब के सिरके का इस्तेमाल फायदेमंद नहीं होता। ऐसा इसलिए क्योंकि अब तक इस बात का कोई सबूत नहीं मिला है कि सेब का सिरका आपके गठिया के दौरान होने वाली सूजन और दर्द को कम करने का काम करता है। बल्कि जो लोग लगातार सेब के सिरके का इस्तेमाल सीधा अपने जोड़ों या त्वचा पर करते हैं उन लोगों को इस बात का ख्याल रखना चाहिए कि इससे आपकी त्वचा जल सकती है।
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कॉपर के कंगन
लंबे समय से लोग इस अफवाह के साथ रह रहे हैं कि रक्त में तांबे की मात्रा रुमेटाइड आर्थराइटिस की बीमारी को कम कर सकता है, जिसकी मदद से दर्द और सूजन में काफी हद तक राहत मिलती है। यही वजह है कि आज भी लोग इस तांबे के कंगन को अपने साथ रखते हैं जिससे की जोड़ों के दर्द में राहत मिल सके। जबकि ऐसा नहीं है साल 2013 में सामने आए एक अध्ययन में ये खुलासी हुआ कि जो लोग रुमेटाइड आर्थराइटिस के दौरान या इस बीमारी से बचाव के लिए तांबे के कंगन पहनते हैं उनके दर्द या सूजन में किसी भी तरह का बदलाव नहीं हुआ।
जेलाटीन
जिगली डेसर्ट में इस्तेमाल किए जाने वाला पाउडर जोड़ों के दर्द और सूजन को कम करने के लिए किसी भी तरह से मददगार नहीं है। जो लोग इस तरह के पाउडर का इस्तेमाल कर रहे हैं वो सिर्फ अपना समय बर्बाद कर रहे हैं और अपने रोग को गंभीर स्थिति में धकेल रहे हैं। आपको बता दें कि जानवरों की हड्डियों, उपास्थि और शरीर के अन्य भागों को उबालकर बनाया जाता है, जिसका आपके जोड़ों पर किसी भी तरह का कोई असर नहीं होता।
हल्दी
हल्दी हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होती है, ये हमे कई गंभीर बीमारियों से बचाने के साथ हमे स्वस्थ रखने में मददगार है। हल्दी कई संक्रमण से लड़ने और हमारे इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाए रखने के लिए फायदेमंद मानी जाती है, लेकिन जो लोग ये मानते हैं कि हल्दी उनके जोड़ों के दर्द को कम करने में मददगार है तो ये सही नहीं है। कुछ अध्ययनों में ये पाया गया है कि हल्दी के साथ दर्द निवारक गोलियां कुछ हद तक प्रभावी थी। लेकिन इसका ये संबंधत नहीं कि हल्दी से दर्द में या बीमारी में सुधार हो सकता है।
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अदरक
हल्दी की तरह ही अदरक भी हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होता है, ये हमे कई बीमारियों से बचाने के साथ हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाने का काम करता है। लेकिन गठिया में राहत पहुंचाने के लिए अदरक असरदार है ये एक अफवाह है जो लोगों के बीच में तेजी से फैल चुका है। एक्सपर्ट के मुताबिक, अदरक किस तरह से गठिया को ठीक करने में मददगार है इसे लेकर सबूत नहीं है। इसलिए ये कहना गलत हो सकता है कि अदरक आपके गठिया या जोड़ों के दर्द में राहत पहुंचा सकता है।
रुमेटाइड आर्थराइटिस में किन घरेलू नुस्खों को अपनाएं?
एक्सपर्ट्स बताते हैं कि जिन लोगों को रुमेटाइड आर्थराइटिस का शिकार होना पड़ा है उन लोगों को हमेशा अपने समय से इलाज करवाना चाहिए जिससे कि वो किसी भी गंभीर समस्या से खुद को बचा सकें। इसके लिए कुछ घरेलू तरीकें हैं जिसकी मदद से वो राहत पा सकते हैं।
ठंडा सेंक
जोड़ों के दर्द और सूजन को कम करने के लिए हल्के ठंडे सेंक को करना आपके लिए मददगार हो सकता है। आप आइस पैक की मदद से अपने दर्द और सूजन से राहत पा सकते हैं, इसके लिए आप रोजाना 30 मिनट सेंक को अपने जोड़ों पर लागू कर सकते हैं। ये आपके दर्द को कम करने में काफी असरदार तरीका हो सकता है।
गर्म सेंक
ठंडे की तरह ही गर्म सेंक भी आपके जोड़ों में होने वाले दर्द और सूजन को कम करने का काम करता है। गर्म सेंक आपकी मांसपेशियों को आराम देने के साथ रक्त प्रवाह को बढ़ाने में मददगार है। आप जोड़ों में दर्द और सूजन कम करने के लिए गर्म सेंक का उपयोग करें। वहीं, अगर आपको उच्च रक्तचाप, हृदय रोग, या गर्भवती हैं तो बस गर्म टब का इस्तेमाल करें।
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नियमित रूप से व्यायाम है जरूरी
शरीर को एक जगह पर टिकाने से जोड़ों में और भी ज्यादा दर्द और सूजन बढ़ सकती है, इससे बचाव के लिए आपको जरूरी है कि रोजाना एक्सरसाइज करना या शारीरिक गतिविधियां जरूरी है। ये आपके जोड़ों के दर्द और सूजन को कम करने में काफी मददगार है, अगर आप एक्सरसाइज करने में असफल हैं तो आप रोजााना 30 मिनट तक पैदल जरूर चलें।
मसाज
मसाज आपकी मांसपेशियों और जोड़ों के दर्द को राहत पहुंचाने में काफी मददगार साबित होती है। लेकिन जरूरी नहीं कि हर किसी के लिए मसाज फायदेमंद साबित हो। इसके लिए आपको पहले अपने डॉक्टर से बात करने के बाद ही इसकी शुरुआत करें। इसके लिए आप सरसों के तेल को हल्का गर्म करके इस्तेमाल करें जो आपके दर्द को कम करने में असरदार होता है।
(इस लेख में दी गई जानकारी प्रोफेसर और विभागाध्यक्ष शल्य तंत्र, डॉक्टर अनार सिंह आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज और अस्पताल, राखी मेहरा से बातचीत पर निर्भर है)।
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