दिसंबर 2019 से शुरू हुआ कोरोना महामारी अबतक खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। साल 2020 में कई लोगों मे कोरोना से अपनी जान गवाई, तो वहीं कई ऐसे लोग हैं। जो इस महामारी के संक्रमण से जूझ रहे हैं। इस महामारी ने ना सिर्फ संक्रमित लोगों को प्रभावित किया, बल्कि पूरे विश्वभर के लोगों के सेहत और जीवनशैली को प्रभावित किया। दरअसल, महामारी से बचाव के लिए दुनियाभर की सरकारों द्वारा लॉकडाउन का ऐलान किया गया। महामारी में लोकडाउन के कारण कई महीनों तक लोगों को अपने घरों में कैद रहना पड़ा। जिसके हमारी जीवनशैली काफी ज्यादा प्रभावित हुई है। इसके अलावा लॉकडाउन की वजह से आर्थिक तंगी का भी सामना करना पड़ा है। कई लोगों को नौकरियों से निकाला गया, जिसकी वजह से घर में कैद लोगों में मानसिक तनाव जैसी समस्याएं काफी ज्यादा बढ़ी है। इसके साथ ही इस माहामारी काल में लोग घर में काफी लंबे वक्त तक कैद थे, जिसकी वजह से फिजिकल एक्टिविटी में कमी है। डायटिशियन एक्सपर्ट स्वाती बाथवाल बताती हैं कि लॉकडाउन के कारण लोगों के शरीर में काफी ज्यादा बदलाव दिखे हैं। इसका मुख्य कारण घर में कैद रहना और खानपान में बदलाव है। कोरोना की वजह से हुए लॉकडाउन में लोगों को मोटापा, ब्लड प्रेशर, ब्लड शुगर, स्ट्रेस और डायबिटीज जैसी बीमारियां काफी ज्यादा बढ़ी हैं। ताजी हवा में कमी की वजह से स्किन संबंधी समस्याएं भी काफी ज्यादा हुई है। आइए जानते हैं कोरोनाकाल में हुए लॉकडाउन से किस तरह प्रभावित हुए लोग?
मोटापा
कोरोना महारामारी के चलते कई दिनों तक पार्क और जिम में ताला लग गया था, जिसके कारण लोगों को अपने घरों में ही कैद होना पड़ा। फिजिकल एक्टिविटी में कमी के कारण लोगों का मोटापा काफी तेजी से बढ़ा है। एक्सरसाइज छूटने और घर में लंबे समय तक बैठकर ऑफिस का काम करने के कारण लोगों का वजन बहुत ही तेजी से बढ़ा है। हालांकि, अभी परिस्थिति में थोड़ी सी बदलाव आई है। कई जिम और पार्क खुल चुके हैं, लेकिन कोरोना के डर की वजह से लोग घर से बाहर नहीं निकलता चाह रहे हैं। इसलिए भी वजन बढ़ना आज के समय की भी एक समस्या हो चुकी है। घर में बैठे-बैठे शरीर की कैलोरी बर्न नहीं होती है, जिस कारण हमारा मोटापा ज्यादा बढ़ता है। इस वजह से अगर आप अपने मोटापे को कंट्रोल करना चाह रहे हैं और घर से बाहर निकलना भी नहीं चाहते हैं, तो घर के अंदर ही एक्सरसाइज करें।
इसके अलावा आप अपने डाइट में कम कैलोरीयुक्त आहार को शामिल करें। जिसके कम फिजिकल एक्टिविटी होने पर भी आपका वजन नियंत्रित रहेगा। घर एक जगह बैठे-बैठे आप डीप ब्रीथिंग और स्ट्रेच जैसे एक्सरसाइज कर सकते हैं। इन एक्सरसाइज से भले ही आपका वजन तेजी से ना घटे, लेकिन आपका वजन कंट्रोल में जरूर रहेगा।
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मानसिक तनाव
कोरोनाकाल में लोगों की आर्थिक स्थिति काफी ज्यादा बिगड़ी है। महामारी के चलते कई देशों में लॉकडाउन लगा दिया गया है। फिलहाल लॉकडाउन में काफी हद तक ढिलाई की गई है, लेकिन आर्थिक स्थिति में किसी तरह का सुधार नहीं आया है। लॉकडाउन और कोरोना के कारण लोगों का काम ठप्प हो चुका है। वहीं, कई लोगों की नौकरियां जा चुकी है। इस हालात में दोबारा नौकरी मिलने में भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, जिसकी वजह से लोग काफी ज्यादा मानसिक तनाव से ग्रसित हो रहे हैं। कोरोना ने चारो ओर डर का माहौल फैला दिया है, जिसकी वजह से भी लोगों में स्ट्रेस काफी ज्यादा बढ़ रहा है।
अगर आप भी इस मुश्किल के समय में काफी ज्यादा स्ट्रेस ले रहे हैं। तो सतर्क हो जाएं। मानसिक तनाव की वजह से हमारे शरीर में कई सारी समस्याएं हो सकती हैं। स्ट्रेस को दूर करने के लिए नियमित रूप से हल्के-फुल्के एक्सरसाइज करें। परेशानी महसूस होने पर अपने परिवार और दोस्तों से बात करें। कभी भी अपने अंदर बातों को ना रखें, इससे स्ट्रेस काफी ज्यादा बढ़ सकता है।
सांस फूलना
फिजिकल एक्टविटी में कमी के कारण लोगों का मोटापा काफी ज्यादा बढ़ा है। मोटापे के कारण थोड़े से चलने फिरने में भी सांस फूलने की समस्या काफी ज्यादा हो चुकी है। इसके साथ ही मास्क लंबे समय तक पहनने के कारण फेफड़ों पर दबाव बनता है जिसके कारण सांस फूलने और अस्थमा की परेशानियां काफी ज्यादा बढ़ चुकी है। N-95 जैसे मास्क पहनने के कारण लोगों को कई परेशानियां हुई है। ऐसे में हमेशा कॉटन का मास्क पहने। ऐसा मास्क पहनने जिससे आपके नाक तक अच्छी हवा पहुंच सके।
ब्लड प्रेशर
कोरोनाकाल में लोगों को संक्रमित होने का डर काफी ज्यादा सता रहा है। अपने इस डर की वजह से कई लोग ब्लड प्रेशर जैसी समस्याओं से ग्रसित हो रहे हैं। अर्जेंटीना के ब्यूनस आयर्स में स्थापित फावालोरो फाउंडेशन यूनिवर्सिटी अस्पताल के शोधकर्ता के मुताबिक, लॉकडाउन के कारण लोगों में ब्लड प्रेशर और तनाव काफी ज्यादा बढ़ा है। इस रिसर्च में शामिल माटियास फोसको ने कहा, "सोशल आइसोलेशन और हाई ब्लड प्रेशर के बीच संबंध की कई संभावित वजहें हैं।" उन्होंने कहा कि महामारी के कारण लोगों की जीवनशैली में काफी ज्यादा बदलाव आया है। इस वजह से तनाव और सुस्ती काफी ज्यादा बढ़ी है। खानपान और जीवनशैली में बदलाव के कारण वजन में बढ़ोतरी के कारण हाई ब्लड प्रेशर की समस्या हुई है।
ब्लड प्रेशर जैसी समस्याओं से बचाव के लिए आपको सबसे पहले अपने वजन को नियंत्रित रखना बहुत ही जरूरी है। इसके साथ ही आप स्ट्रेस कम लें। लॉकडाउन या फिर कोरोना के फैलने के डर से आप घर से बाहर नहीं जा रहे हैं, तो घर के अंदर ही खुद को व्यस्त रखें। नियमित रूप से एक्सरसाइज करें। अपने खानपान पर अच्छे तरह से ध्यान दें।
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स्किन संबंधी समस्याएं
लंबे समय तक मास्क पहनने के कारण चेहरे पर रैशेज जैसी समस्याएं काफी ज्यादा हो रही हैं। इसके अलावा घर में बैठे-बैठे शरीर को ताजी हवा नहीं मिल पाती है। साथ ही अच्छी तरह से धूप ना मिलने के कारण स्किन पर रुखापन जैसी परेशानियां काफी ज्यादा बढ़ी हैं। स्वाती बाथवाल बताती हैं कि घर में कैद रहने के कारण हमारी स्किन खुलकर ताजी हवा नहीं ले पाती है, जिसकी वजह से लॉकडाउन में कई लोगों को स्किन से जुड़ी परेशानी हुई है। खासतौर पर एंटी एजिंग्स और रुखापन जैसी परेशानियां लॉकडाउन में काफी ज्यादा हुई है।
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