हर मां-बाप चाहते हैं कि उनका बच्चा हेल्दी रहे और उसकी ग्रोथ सही तरह से हो। बचपन से ही दूध को बच्चों के लिए सबसे जरूरी आहार माना जाता है। यह न सिर्फ हड्डियों को मजबूत करता है, बल्कि ब्रेन डेवलपमेंट, इम्यूनिटी और संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए भी जरूरी है। भारत में परंपरागत रूप से गाय का दूध बच्चों की डाइट का हिस्सा रहा है, लेकिन पिछले कुछ सालों में प्लांट-बेस्ड मिल्क यानी बादाम, सोया, ओट्स और नारियल का दूध एक नया विकल्प बनकर सामने आया है। वीगन लाइफस्टाइल, फिटनेस ट्रेंड और लैक्टोज इंटॉलरेंस जैसी समस्याओं के चलते कई पेरेंट्स अब अपने बच्चों को गाय के दूध की जगह प्लांट-बेस्ड मिल्क देने लगे हैं। उन्हें लगता है कि यह ज्यादा हेल्दी, हल्का और मॉडर्न विकल्प है।
लेकिन सवाल यह है कि क्या पौधों से बने ये दूध बच्चों के लिए वास्तव में बेहतर हैं? क्या इनमें गाय के दूध जितना पोषण मौजूद है? और क्या इन्हें बच्चों की रोजाना डाइट में शामिल करना सुरक्षित है? इस बारे में ज्यादा जानकारी के लिए हमने, जयपुर में स्थित Angelcare-A Nutrition and Wellness Center की निदेशक, डाइटिशियन एवं न्यूट्रिशनिस्ट अर्चना जैन (Archana Jain, Dietitian and Nutritionist, Director, Angelcare-A Nutrition and Wellness Center, Jaipur) से बात की-
क्या बच्चों के लिए प्लांट-बेस्ड मिल्क गाय के दूध से ज्यादा हेल्दी है? - Is Plant-Based Milk Healthier Than Cow's Milk For Children
डाइटिशियन एवं न्यूट्रिशनिस्ट अर्चना जैन बताती हैं कि अगर न्यूट्रिशन की बात करें तो गाय के दूध में नेचुरल प्रोटीन और कैल्शियम ज्यादा होता है। वहीं, प्लांट-बेस्ड मिल्क में प्रोटीन और कैल्शियम की मात्रा कम हो सकती है, जब तक कि उन्हें फोर्टिफाइड न किया गया हो। उदाहरण के लिए, सोया मिल्क प्रोटीन के मामले में गाय के दूध के करीब है, जबकि बादाम या ओट्स मिल्क में प्रोटीन कम होता है। इसी तरह विटामिन B12 और विटामिन D गाय के दूध में नेचुरली मौजूद होते हैं, जबकि प्लांट-बेस्ड मिल्क में इन्हें अलग से मिलाया जाता है।
गाय का दूध
गाय का दूध बच्चों के लिए प्रोटीन और कैल्शियम का बेहतरीन सोर्स है। इसमें विटामिन B12 और विटामिन D जैसे पोषक तत्व होते हैं, जो बच्चों के नर्वस सिस्टम और इम्यूनिटी को मजबूत बनाते हैं। साथ ही इसमें मौजूद प्राकृतिक फैट बच्चों के ब्रेन डेवलपमेंट के लिए जरूरी है। एक्सपर्ट के अनुसार 1 साल से ऊपर के बच्चों के लिए गाय का दूध संतुलित आहार का अहम हिस्सा हो सकता है।
इसे भी पढ़ें: कुछ शिशुओं को गाय का दूध हजम क्यों नहीं होता है? एक्सपर्ट से जानें
प्लांट-बेस्ड मिल्क
वीगन डाइट, लैक्टोज इंटॉलरेंस और एलर्जी की समस्याओं के चलते कई पैरेंट्स अब बच्चों को प्लांट-बेस्ड मिल्क देने लगे हैं। बादाम, सोया, ओट्स और नारियल का दूध गाय के दूध का विकल्प बनकर मार्केट में तेजी से फेमस हो रहा है। इनका फायदा यह है कि इनमें लैक्टोज नहीं होता, जिससे पाचन में समस्या या एलर्जी वाले बच्चों को राहत मिलती है।
इसे भी पढ़ें: एक साल से कम उम्र के बच्चों को क्यों नहीं पिलाना चाहिए गाय का दूध? एक्सपर्ट से जानें
एक्सपर्ट की सलाह
न्यूट्रिशनिस्ट अर्चना जैन के अनुसार, ''बच्चों की डाइट में बिना सोचे-समझे गाय के दूध की जगह प्लांट-बेस्ड मिल्क देना सही नहीं है। गाय का दूध नेचुरल न्यूट्रिशन से भरपूर है। हालांकि, अगर बच्चे को एलर्जी है तो सोया या बादाम मिल्क विकल्प हो सकता है, लेकिन इसे भी संतुलित आहार का हिस्सा बनाना चाहिए, न कि पूरा रिप्लेसमेंट।''
निष्कर्ष
गाय का दूध बच्चों के लिए पारंपरिक और पोषण से भरपूर विकल्प है। प्लांट-बेस्ड मिल्क लैक्टोज इंटॉलरेंस या एलर्जी वाले बच्चों के लिए उपयोगी हो सकता है, लेकिन न्यूट्रिशन के लिहाज से यह गाय के दूध की बराबरी नहीं करता। इसलिए माता-पिता को बच्चे की जरूरत और डॉक्टर की राय के आधार पर ही सही चुनाव करना चाहिए।
All Images Credit- Freepik
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version
Sep 18, 2025 13:16 IST
Published By : आकांक्षा तिवारी