शिशुओं के लिए दूध बहुत ज्यादा जरूरी है। जन्म के साथ ही शिशुओं को मां का दूध दिया जाता है। मां के दूध में कई सारे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो शिशु के मानसिक और शारीरिक विकास के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। जन्म के लगभग 1 साल के बाद शिशु को सॉलिड फूड के साथ गाय और भैंस का दूध पिलाया जाता है। गाय का दूध थोड़ा पतला होता है। इसमें प्रोटीन, कैल्शियम और फास्फोरस अधिक मात्रा में पाया जाता है। ऐसा कहा जाता है कि गाय का दूध आसानी से पच जाता है, इसलिए शिशु को बिना किसी संकोच के दिया जाता है। लेकिन कई बार गाय का दूध (Cow Milk for Baby) पीने के बाद बच्चे उल्टी और मतली कर देते हैं। हेल्थ एक्सपर्ट की मानें तो ऐसा इसलिए होता है क्योंकि बाहर से हेल्दी और फिट दिखने वाला बच्चे का इम्यून सिस्टम काफी कमजोर होता है। ऐसे में गाय का दूध पिला देने से एलर्जी का खतरा बना रहता है।
कुछ वक्त पहले मैंने अपने बेटे को गाय का दूध देना शुरू किया है। लेकिन वो गाय का दूध पचा नहीं पा रहा है। गाय का दूध पीने के बाद मेरे बेटे को उल्टी, दस्त और कई सारी परेशानियां हो रही हैं। जब मैंने दिल्ली के अपोलो अस्पताल की चीफ न्यूट्रिशनिस्ट डॉ. प्रियंका रोहतगी से इस बारे में बात की, तो उन्होंने बताया गाय का दूध हर बच्चे के लिए नहीं है। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि गाय का दूध पीने से शिशुओं को कौन सी समस्याएं हो सकती हैं। आइए जानते हैं इसके बारे में।
क्यों बच्चों को हजम नहीं होता गाय का दूध?
डॉक्टर प्रियंका का कहना है कि हर बच्चे की बॉडी अलग तरह से काम करती है। कई बच्चों का इम्यून सिस्टम काफी कमजोर होता है, जिसकी वजह से वह गाय का दूध हजम नहीं कर पाते हैं। ऐसे बच्चों को लैक्टोज इंटॉलरेंस का सामना करना पड़ता है। गाय के दूध में हाई कॉम्प्लेक्स प्रोटीन होते हैं। यह कॉम्पलेक्स प्रोटीन शिशु की किडनी और आंतों पर भी बुरा असर डालते हैं। जिसकी वजह से बच्चों को डायरिया जैसे कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। हेल्थ एक्सपर्ट का कहना है कि लैक्टोज इंटॉलरेंस से जूझ रहे बच्चों को अगर गाय का दूध दिया जाए, तो इंटेस्टाइनल वॉल में पाए जाने वाले सेल्स का गैप ज्यादा हो जाता है। ऐसे बच्चों को स्किन, फूड और कई तरह की एलर्जी होने का खतरा रहता है।
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बच्चों में इन 3 तरह की एलर्जी का कारण बनता है गाय का दूध
न्यूट्रिशनिस्ट प्रियंका रोहतगी का कहना है कि जिन बच्चों का इम्यून सिस्टम कमजोर हो और उन्हें गाय का दूध दिया जाए, तो इससे कई तरह की एलर्जी हो सकती है।
- रेस्पिरेटरी एलर्जी इस स्थिति में बच्चे को सांस से संबंधित परेशानियां हो सकती हैं। ऐसे बच्चों को भविष्य में अस्थमा जैसी बीमारियों का खतरा भी रहता है।
- स्किन एलर्जी की वजह से त्वचा पर दाने, खुजली और कई बार लाल रैशेज हो सकते हैं।
- गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याओं की वजह से दस्त, उल्टी और पाचन संबंधी बीमारी हो सकती हैं।
बच्चों के लिए कौन सा दूध है सही?
हेल्थ एक्सपर्ट का कहना है कि एक साल से कम उम्र के बच्चों को गाय या किसी भी अन्य जानवर के बच्चे का दूध नहीं देना चाहिए। किन्हीं कारणों से अगर मां के स्तनों में दूध नहीं आता है, तो शिशु के लिए फॉर्मूल मिल्क बेस्ट है। वहीं, एक साल के बाद बच्चे को भैंस या बकरी का दूध दिया जा सकता है। इसके अलावा बाजार में मिलने वाले सोया मिल्क जैसे कई ऑप्शन भी ट्राई कर सकते हैं।