Expert

Cow Milk Vs Plant Milk: क्या प्लांट बेस्ड दूध गाय के दूध से ज्यादा फायदेमंद होता है? जानें एक्सपर्ट से

Cow Milk Or Plant Based Milk Which Is Better In Hindi: सेहत के लिए गाय का दूध ज्यादा फायदेमंद है या प्लांट बेस्ड, एक्सपर्ट से जानें।
  • SHARE
  • FOLLOW
Cow Milk Vs Plant Milk: क्या प्लांट बेस्ड दूध गाय के दूध से ज्यादा फायदेमंद होता है? जानें एक्सपर्ट से


Cow Milk Or Plant Based Milk Which Is Better In Hindi: दूध को सबसे स्वास्थ्यवर्धक ड्रिंक में से एक माना जाता है। इसका सेवन संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभकारी माना जाता है। यह एक ऐसा अद्भुत ड्रिंक है, जिसका व्यक्ति जन्म से लेकर व्यक्ति की मृत्यु तक सेवन करता है। साथ ही, हेल्थ एक्सपर्ट भी यह सलाह देते हैं कि हरेक व्यक्ति को रोज एक गिलास दूध जरूर पीना चाहिए। एक गिलास दूध का सेवन एक संपूर्ण मील यानी एक समय के भोजन के समान माना जाता है, क्योंकि इसमें एक समय के भोजन के समान पोषक तत्व मौजूद होते हैं। यह हेल्दी फैट्स, प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट के साथ-साथ कई अन्य माइक्रोन्यूट्रिएंट्स भरपूर मात्रा में होते हैं। यह शरीर को आंतरिक रूप से मजबूत बनाने, हड्डियों व मांसपेशियों को मजबूत बनाने और शारीरिक व मानसिक विकास में मदद करता है।

लेकिन आजकल हम देखते हैं कि कुछ लोगों में दूध एलर्जी या लैक्टोज इन्टॉलरेंस की समस्या काफी बढ़ रही है, वहीं जिन महिलाओं को पीरियड्स या हार्मोनल असंतुलन से जुड़ी समस्याएं रहती हैं, वे गाय का दूध पीने से परहेज करते हैं। गाय के दूध के बजाए वे प्लांट बेस्ट मिल्क जैसे बादाम का दूध, सोया मिल्क, ओट मिल्क आदि का सेवन करते हैं। क्योंकि इनमें लैक्टोज नहीं होता है और इनसे हार्मोनल समस्याएं भी नहीं होती हैं। लेकिन अक्सर लोग इस बात को लेकर काफी असमंजस में रहते हैं कि क्या वाकई प्लांट बेस्ट मिल्क गाय के दूध से अधिक फायदेमंद होता है? आयुर्वेदिक चिकित्सक और थायराइड एक्सपर्ट डॉ. अल्का विजयन ने एक इंस्टाग्राम पोस्ट में बताया है कि सेहत के लिए दोनों में से कौन सा दूध अधिक फायदेमंद है। इस लेख में हम आपको इनके बारे में विस्तार से बता रहे हैं..

Cow Milk Or Plant Based Milk Which Is Better In Hindi

सेहत के लिए गाय का दूध ज्यादा फायदेमंद है या प्लांट बेस्ड दूध?- Cow Milk Or Plant Based Milk Which Is Better In Hindi

डॉ. अल्का विजयन बताती हैं कि वे हमेशा गाय का दूध पीने की सलाह देती हैं। वे गाय का दूध किसी समस्या के इलाज के लिए के लिए भी डाइट में शामिल करने की सलाह देती हैं। उनके अनुसार गाय के दूध के स्थान पर आधारित दूध का सेवन करने का कोई मतलब नहीं है। क्योंकि गाय का दूध "वात-पित्त को संतुलित करने वाला ठंडा, वसा युक्त, पौष्टिक पेय" ड्रिंक है, इसके स्थान पर "पौधे का अर्क" लेने का कोई मतलब नहीं है। बहुत से लोग सिर्फ इसलिए प्लांट आधारित दूध का सेवन करते हैं, क्योंकि ये सिर्फ दिखने में गाय के दूध के समान होते हैं, साथ ही कुछ-कुछ पोषक तत्व भी समान होते हैं। लेकिन आपको समझने की जरूरत है, कि किसी चीज को विकल्प के रूप में योग्य होने के लिए सिर्फ उसमें समान 'गुण' होना ही या सिर्फ दिखना भर ही काफी नहीं है। आइए अब दूध के सामान्य विकल्पों के गुणों को समझने का प्रयास करें: बादाम मिल्क,  ओट मिल्क और सोया मिल्क। ये सर्वोत्तम विकल्प क्यों नहीं हैं:

1. बादाम का दूध काफी भारी ('गुरु') और गर्म ('उष्ण' वीर्य) होता है, जिससे आसानी से अपच की समस्या हो जाती है और बार-बार / दैनिक सेवन से पाचन खराब होता है और पाचन संबंधी समस्याएं होती हैं।

2. ओट मिल्क अनाज का अर्क होता है, जो ठंडा और भारी होता है, अधिक मात्रा में (जैसे कि 100 मिलीलीटर से अधिक) सेवन करने पर यह ब्लोटिंग और सूजन का कारण बनता है।

3. सोयाबीन का अर्क होने के कारण सोया दूध अत्यधिक सूजन (रक्त-दुष्टि का कारण बनता है) है और मुंहासे, फोड़े, केलोइड, सोरायसिस, एक्जिमा आदि जैसे बार-बार होने वाले त्वचा रोगों से पीड़ित लोगों के लिए इसे दूर रहना सबसे अच्छा है।

इसे भी पढ़ें: जोड़ों के दर्द से राहत दिलाएगा देसी गाय का घी, आयुर्वेद के अनुसार वात दोष को करता है संतुलित

तो क्या प्लांट मिल्क का सेवन नहीं करना चाहिए?

  • इनका सेवन कम मात्रा में, कभी-कभार करें।
  • जब आप नमक युक्त भोजन के साथ दूध का प्रयोग करना चाहते हैं, तो प्लांट मिल्क को दूध के विकल्प के रूप में प्रयोग कर सकते हैं।

इसे भी पढ़ें: गाय का घी खाने से दूर होते हैं कई रोग, जानें विभिन्न समस्याओं से बचने के लिए कैसे करें इसका सेवन

अगर किसी को गाय के दूध से एलर्जी है तो क्या करें?

अगर किसी व्यक्ति को दूध से एलर्जी (लैक्टोज इंटॉलरेंस) है, तो वे आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों की मदद से और यदि आवश्यक हो तो पंचकर्म चिकित्सा की मदद से अपनी आंत स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं और अपनी स्थिति में सुधार कर सकते हैं।

अगर किसी व्यक्ति को जन्म से दूध से एलर्जी नहीं है और बाद के समय में उनके साथ यह समस्या हुई है,  तो वह आसानी बाद के समय में फिर से अपनी आंत स्वास्थ्य में सुधार करके दूध का आनंद ले सकते हैं।

All Image Source: Freepik

Read Next

सर्दियों में खाएं अंजीर के लड्डू, झटपट बनेगी ये रेसिपी, सेहत को भी मिलेंगे कई फायदे

Disclaimer