आज के समय में लोग डेयरी प्रोडक्ट के बजाय प्लांट-बेस्ड विकल्पों की ओर ज्यादा ध्यान देने लगे हैं और इसी क्रम में बादाम का दूध (Almond Milk) काफी फेमस हो गया है। यह स्वाद में हल्का, लो-फैट और कोलेस्ट्रॉल फ्री होता है, जिससे वजन कंट्रोल रखने और दिल की सेहत सुधारने में मदद मिलती है। लेकिन सवाल यह है कि क्या यह किडनी रोगियों के लिए भी सुरक्षित है? किडनी शरीर का वह अंग है जो खून को फिल्टर करने का काम करती है। जब किडनी सही तरीके से काम नहीं करती, तो शरीर में पोषक तत्वों का संतुलन बिगड़ सकता है और छोटे बदलाव भी स्वास्थ्य पर असर डाल सकते हैं। ऐसे में हर फूड्स और ड्रिंक्स का चयन बहुत सोच-समझकर करना पड़ता है। इस लेख में जयपुर स्थित Angelcare-A Nutrition and Wellness Center की निदेशक, डाइटिशियन एवं न्यूट्रिशनिस्ट अर्चना जैन (Archana Jain, Dietitian and Nutritionist, Director, Angelcare-A Nutrition and Wellness Center, Jaipur) से जानिए, किडनी रोगियों के लिए बादाम दूध सुरक्षित है या नहीं?
किडनी रोगियों के लिए बादाम दूध सुरक्षित है या नहीं? - Is Almond Milk Safe For Kidney Patients
डाइटिशियन एवं न्यूट्रिशनिस्ट अर्चना जैन बताती हैं कि किडनी रोगियों के लिए मुख्य चिंता पोटेशियम और फॉस्फोरस की होती है। ज्यादा पोटेशियम शरीर में खतरनाक लेवल तक पहुंच सकता है और दिल की धड़कन को प्रभावित कर सकता है। बादाम के दूध में सामान्य दूध के मुकाबले पोटेशियम की मात्रा कम होती है। हालांकि, प्रोसेस्ड या फ्लेवर्ड बादाम दूध में कुछ ब्रांड एडेड शुगर और अन्य प्रिजर्वेटिव्स डालते हैं, जो किडनी रोगियों के लिए हानिकारक हो सकते हैं। इसलिए डॉक्टर और डाइटिशियन की सलाह से ही सही ब्रांड और मात्रा का चयन करना चाहिए।
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सेवन की सही मात्रा
बादाम का दूध बादाम और पानी से बनाया जाता है। इसमें आमतौर पर कोलेस्ट्रॉल नहीं होता, फैट कम होता है और कैलोरी भी दूध की तुलना में कम होती है। बाजार में बिकने वाले ब्रांडेड बादाम दूध में कभी-कभी कैल्शियम, विटामिन D और प्रोटीन बढ़ाने के लिए फोर्टिफिकेशन किया जाता है, जबकि घर पर तैयार दूध में ये मात्रा कम होती है।
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- हल्के किडनी रोगियों के लिए दिन में 100-150 मिलीलीटर बादाम दूध सुरक्षित माना जाता है।
- एन्ड-स्टेज किडनी डिजीज या डायलिसिस पर रहने वाले मरीज को सेवन से पहले डॉक्टर या न्यूट्रिशनिस्ट से सलाह के बाद ही इसे लेना चाहिए।
- घर पर बनाया गया बादाम दूध बिना चीनी और नमक का होना चाहिए।
निष्कर्ष
बादाम का दूध किडनी रोगियों के लिए आमतौर पर सुरक्षित माना जाता है, खासकर जब यह नमक और शुगर मुक्त हो। हल्की मात्रा में सेवन करने से यह दिल, हड्डियों और पाचन के लिए भी फायदेमंद है। लेकिन प्रोसेस्ड या फोर्टिफाइड ब्रांड्स में एडेड शुगर, फॉस्फोरस या प्रिजर्वेटिव्स होने की वजह से सावधानी जरूरी है। इसलिए हमेशा डॉक्टर और डाइटिशियन की सलाह के अनुसार बादाम दूध का चुनाव करें और सीमित मात्रा में सेवन करें।
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FAQ
क्या फ्लेवर्ड या फोर्टिफाइड बादाम दूध पी सकते हैं?
फ्लेवर और फोर्टिफिकेशन वाले बादाम दूध में अक्सर शुगर, नमक और प्रिजर्वेटिव्स होते हैं, जो किडनी रोगियों के लिए हानिकारक हो सकते हैं। ऐसे प्रोडक्ट केवल डॉक्टर की सलाह से ही लें।घर पर बनाया हुआ बादाम दूध सुरक्षित है?
हां, घर पर बिना शुगर वाला बादाम दूध किडनी रोगियों के लिए सुरक्षित और पोषण से भरपूर विकल्प है।किडनी रोगियों को बादाम दूध कब नहीं पीना चाहिए?
अगर किडनी की बीमारी एडवांस स्टेज में है या डायलिसिस पर हैं, तो बादाम दूध लेने से पहले डॉक्टर या न्यूट्रिशनिस्ट की सलाह लेना जरूरी है।
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Sep 26, 2025 18:16 IST
Published By : Akanksha Tiwari