खसरा (Measles) एक तेजी से फैलने वाली बीमारी है, जो खासतौर पर बच्चों को जल्दी प्रभावित करती है। यह वायरस से फैलती है और एक संक्रमित व्यक्ति की खांसी या छींक से दूसरे को लग सकती है। हालांकि इसका टीका बचपन में लगाया जाता है, लेकिन जानकारी की कमी, जागरूकता का अभाव और अफवाहों के चलते आज भी कई माता-पिता इसे गंभीरता से नहीं लेते। यही वजह है कि कई बार बच्चों को खसरे की चपेट में आना पड़ता है और उनकी सेहत पर गंभीर असर पड़ता है। लखनऊ के केयर इंस्टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फिजिशियन डॉ सीमा यादव ने बताया कि दुर्भाग्य से, खसरे को लेकर समाज में कई गलतफहमियां फैली हुई हैं- जैसे कि यह मामूली बीमारी है, सिर्फ गंदगी से फैलती है या एक बार हो जाए, तो दोबारा नहीं होती। ऐसी धारणाएं न केवल बीमारियों को बढ़ावा देती हैं, बल्कि समय पर इलाज में भी रुकावट बनती हैं। इस लेख में हम डॉक्टरों की राय के आधार पर खसरे से जुड़ी 5 आम गलतफहमियों की सच्चाई जानेंगे ताकि आप अपने बच्चों और परिवार की बेहतर सुरक्षा कर सकें।
1. एक बार खसरा हो गया तो दोबारा नहीं होगा- Measles Does Not Occur Again
यह बात काफी हद तक सही है कि एक बार खसरा (Measles) हो जाने पर शरीर में एंटीबॉडी बन जाते हैं, लेकिन दुर्लभ मामलों में यह दोबारा भी हो सकता है, खासकर जब व्यक्ति की इम्यूनिटी बहुत कमजोर हो। इसलिए सावधानी बरतना जरूरी है।
इसे भी पढ़ें- Mpox vs Measles: बच्चों को भी हो सकती हैं मंंकीपॉक्स और खसरा जैसी बीमारियां, लक्षणों से समझें अंतर
2. घरेलू नुस्खों से खसरा ठीक हो जाता है- Home Remedies Alone Can Cure Measles
कुछ लोग मानते हैं कि तुलसी का काढ़ा या दादी-नानी के नुस्खे से खसरा ठीक हो सकता है। लेकिन हकीकत में यह केवल लक्षणों को थोड़ी राहत दे सकते हैं। खसरा एक वायरल इंफेक्शन है, जिसमें डॉक्टर की सलाह, आराम और उचित देखभाल की जरूरत होती है।
3. खसरा सिर्फ गंदगी से फैलता है- Measles Spreads Only By Poor Hygiene
यह मान लेना कि खसरा सिर्फ गंदगी या गंदे वातावरण में रहने से फैलता है, बिल्कुल गलत है। खसरा एक वायरस जनित रोग है जो संक्रमित व्यक्ति की छींक या खांसी से हवा के जरिए भी फैल सकता है। साफ-सुथरे माहौल में भी इंफेक्शन होना संभव है।
4. खसरा का इलाज एंटीबायोटिक से संभव है- Measles Can Be Treated with Antibiotics
यह एक बड़ी गलतफहमी है। खसरा वायरस से होता है और एंटीबायोटिक्स बैक्टीरिया पर काम करते हैं, वायरस पर नहीं। एंटीबायोटिक केवल सेकेंडरी इंफेक्शन (जैसे कान का इंफेक्शन) के लिए दी जा सकती है, न कि खसरे के इलाज के लिए।
5. खसरा में लाल दाने होना एकमात्र लक्षण हैं- Red Rashes Are The Only Symptom of Measles
यह सोच गलत है कि खसरे में सिर्फ दाने निकलते हैं। असल में खसरे के पहले लक्षणों में बुखार, आंखों में रेडनेस, खांसी, जुकाम और कमजोरी भी शामिल होती है। त्वचा पर दाने, तो आमतौर पर बाद में निकलते हैं।
खसरा एक गंभीर बीमारी है, जिसे नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है। अफवाहों और गलतफहमियों से दूरी बनाकर सही जानकारी अपनाना जरूरी है। अगर आपके बच्चे को समय पर टीका नहीं लगा है या खसरे के लक्षण दिखते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
उम्मीद करते हैं कि आपको यह जानकारी पसंद आई होगी। इस लेख को शेयर करना न भूलें।
FAQ
खसरा कितने दिन तक रहता है?
खसरा सामान्य तौर पर 7 से 10 दिनों तक रहता है। शुरुआत में बुखार, खांसी, जुकाम जैसे लक्षण होते हैं और 3-4 दिन बाद शरीर पर लाल दाने निकलते हैं, जो धीरे-धीरे ठीक होते हैं।खसरा में क्या खाना चाहिए?
खसरे में हल्का और पौष्टिक आहार लेना चाहिए। दाल-चावल, खिचड़ी, ताजे फल, सब्ज़ियों का सूप और भरपूर पानी पिएं। विटामिन-ए युक्त भोजन जैसे पपीता और गाजर का सेवन भी फायदेमंद होता है।खसरा का इलाज क्या है?
खसरा एक वायरल इंफेक्शन है इसलिए लक्षणों को कम करने के लिए बुखार की दवा, आराम, पर्याप्त तरल पदार्थ और पोषक तत्वों का सेवन करने की सलाह दी जाती है। इसमें डॉक्टर की निगरानी जरूरी होती है।