
भारत में कई प्रकार की बीमारियों को सिर्फ बच्चों के साथ ही जोड़कर देखा जाता है। कुछ ऐसा ही खसरा नामक बीमारी के साथ भी है। "खसरा" का नाम सुनते ही अक्सर लोगों के मन में यह धारणा बन जाती है कि यह केवल बच्चों की बीमारी है। लेकिन क्या यह सच है? क्या वयस्कों को खसरा नहीं हो सकता? सीएमआरआई कोलकाता की बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. रुचि गोलाश से जानते हैं इस बात की सच्चाई।
खसरा क्या है?- What is Measles?
डॉ. रुचि गोलाश बताती हैं कि खसरा (Measles) एक वायरल संक्रमण है जो मीजल्स वायरस (Measles Virus) के कारण होता है। यह अत्यधिक संक्रामक होता है और हवा के जरिए फैलता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, खसरा का वायरस इतना संक्रामक है कि अगर कोई संक्रमित व्यक्ति खांसता या छींकता है, तो 90% आसपास के लोगों को संक्रमित कर सकता है।
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क्या खसरा सिर्फ बच्चों को होता है?
बाल रोग विशेषज्ञ बताती हैं कि वयस्कों की तुलना में खसरा बच्चों में काफी आम होता है। क्योंकि उनकी इम्युनिटी विकसित हो रही होती है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि वयस्क इससे सुरक्षित हैं। जो व्यस्क वैक्सीनेटेड नहीं हैं, या जिनकी इम्युनिटी कमजोर है, उन्हें भी खसरा हो सकता है। डॉक्टर का कहना है कि ऐसे कई केस सामने आए हैं जहां 20-40 साल के युवा खसरे से संक्रमित हुए। इसके अलावा कुछ गर्भवती महिलाओं में भी खसरे जैसी गंभीर बीमारी देखी गई है। कोरोना काल के बाद जब लोगों की इम्यूनिटी काफी कमजोर हो गई है। इसलिए ये कहना बिल्कुल गलत है कि खसरे का खतरा सिर्फ बच्चों को ही होता है। ये संक्रामक बीमारी किसी भी उम्र के लोगों को हो सकती है।
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क्या वैक्सीनेटेड लोग भी खसरे से संक्रमित हो सकते हैं?
डॉक्टर के अनुसार, MMR (Measles, Mumps, Rubella) वैक्सीन खसरे से 96 से 98 प्रतिशत तक सुरक्षा प्रदान करती है। लेकिन जिन लोगों ने ये वैक्सीन नहीं लगवाई है या एमएमआर वैक्सीन केवल 1 डोज ली तो संक्रमण की संभावना बनी रहती है। कुछ मामलों में वैक्सीनेशन के बावजूद लोग Breakthrough Infection से ग्रसित हो सकते हैं। खसरे से बचाव के लिए बच्चों को एमएमआर वैक्सीन की 2 डोज लेनी चाहिए। अगर किसी वयस्क को बचपन में एमएमआर वैक्सीन नहीं लगी है, तो उसे डॉक्टर की सलाह पर ये वैक्सीन लगवानी चाहिए। कई लोगों को यह गलतफहमी रही कि खसरे से सुरक्षा के लिए वैक्सीन सिर्फ बच्चों के लिए है, जिससे वयस्कों की इम्युनिटी कमजोर रही। लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है।
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कैसे पता करें कि MMR वैक्सीन लगी है या नहीं?
डॉक्टर बताती हैं कि अगर आपको याद नहीं है कि आपने बचपन में MMR वैक्सीन ली या नहीं, तो आप ब्लड टेस्ट करवा सकते हैं – जिसे Measles Antibody Titer कहा जाता है। इस टेस्ट के आधार पर इस बात की जानकारी मिल जाती है कि आपके शरीर में एंटीबॉडी मौजूद है या नहीं। इस टेस्ट के आधार पर आप एमएमआर वैक्सीन लगवा सकते हैं।
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निष्कर्ष
खसरा एक खतरनाक लेकिन पूरी तरह से रोके जा सकने वाली बीमारी है। समाज में फैली ये धारणा कि खसरा केवल बच्चों तक सीमित है, गलत और खतरनाक है। वयस्कों में इसका संक्रमण अधिक गंभीर रूप ले सकता है और कभी-कभी जानलेवा भी हो सकता है। इसलिए अगर आपने या आपके परिवार के किसी सदस्य ने MMR वैक्सीन नहीं ली है, या इसकी स्थिति स्पष्ट नहीं है, तो डॉक्टर से बातचीत करें।
FAQ
खसरे के समय क्या खाना चाहिए और क्या परहेज करें?
खसरा होने पर हल्का और आसानी से पचने वाला खाना ही खाना चाहिए। खाने के अलावा खसरे की स्थिति में आप फलों का रस, हल्का दलिया और नींबू पानी भी पी सकते हैं।क्या प्रेग्नेंसी में भी खसरा हो सकता है?
स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. आस्था दयाल कहती हैं कि खसरा गर्भवती महिला और गर्भस्थ शिशु दोनों के लिए गंभीर हो सकता है। यह गर्भपात या समय से पहले प्रसव का कारण बन सकता है।
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