What to do and what to avoid in child measles : खसरा एक गंभीर वायरल संक्रमण है। आमतौर पर खसरा बच्चों को अधिक प्रभावित करता है। अगर किसी बच्चे को खसरा हो जाए, तो तेज बुखार, शरीर पर लाल चकत्ते आना, आंखों का लाल होना और आंखों से पानी आने की समस्या होती है। खसरा एक ऐसा संक्रमण है जिसका इलाज अगर इसके इलाज में थोड़ी सी भी लापरवाही की जाए तो, यह निमोनिया, डायरिया, कुपोषण, अंधापन और दिमाग जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है। इस लेख में हम आपको बताने जा रहे हैं खसरा होने पर क्या करना चाहिए और किन चीजों से बचना चाहिए।
खसरा क्या है- What is Measles
सीएमआरआई कोलकाता की बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. रुचि गोलाश के अनुसार, खसरा एक अत्यधिक संक्रामक वायरल बीमारी है। यह रोग आमतौर पर संक्रमित व्यक्ति के खांसने या छींकने से हवा में फैलता है। खसरा का वायरस अत्यधिक संक्रामक होता है और हवा में कई घंटों तक जीवित रह सकता है। किसी भी बच्चे के खसरा से संक्रमित होने पर ये धीरे-धीरे फैलता है और 10 से 12 दिनों तक बच्चे को परेशान कर सकता है।
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खसरे के लक्षण- Symptoms of Measles
डॉ. रुचि गोलाश का कहना है कि खसरे के लक्षण आमतौर पर संक्रमण के 10-12 दिन बाद दिखाई देते हैं। खसरे के प्रमुख लक्षणों में शामिल है :
- तेज बुखार (101°F से ऊपर)
- नाक बहना और खांसी
- आंखों में लालिमा
- आंखो से पीना आना
- चौथे दिन तक बच्चे को लाल पसलियों पर दाने होना
- गालों के अंदर छोटे सफेद दाने
- 3-5 दिन बाद पूरे शरीर पर लाल रंग के दाने
- भूख कम लगना
- कभी-कभी दस्त और उल्टी की परेशानी
- अगर आपको बच्चे में या स्वयं में इस तरह के लक्षण 2 से 5 दिनों तक बनें रहते हैं तो इस विषय पर डॉक्टर से बात करें।
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खसरे में क्या करना चाहिए- what to do in Measles
- खसरे के दौरान बच्चा शारीरिक और मानसिक तौर पर ज्यादा बीमार लग सकता है। इस स्थिति में तुरंत बाल एवं शिशु रोग विशेषज्ञ से संपर्क करें। डॉक्टर खसरे के लक्षणों को कम करने के लिए विटामिन A की खुराक लेने की सलाह दे सकते हैं।
- बाल रोग विशेषज्ञ का कहना है कि खसरा अत्यधिक संक्रामक होता है, इसलिए संक्रमित बच्चे को 7-10 दिन तक अन्य बच्चों से दूर रखें।
- खसरा संक्रमण के दौरान बच्चे के शरीर में पानी की कमी हो जाती है। इस स्थिति में बच्चे को नियमित तौर पर पानी पिलाएं। पानी के साथ-साथ बच्चे के नारियल पानी, नींबू और ओआरएस पिलाएं। इससे शरीर पर्याप्त मात्रा में हाइड्रेट रहता है।
- खसरा होने पर बच्चे को ज्यादा खेलने और दौड़ने न दें। बच्चे को पूरा आराम करने दें। डॉक्टर का कहना है कि पर्याप्त आराम करने से बच्चे की इम्यूनिटी को वायरस से लड़ने में मदद मिलती है।
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- इस संक्रमण में बच्चे की इम्यूनिटी कमजोर हो जाती है। ऐसे में उनके खाने में खिचड़ी, दलिया, दाल-चावल, सादी सब्जियों को शामिल करें। बच्चों की डाइट में ऐसी चीजों को शामिल करें, जिनमें पर्याप्त मात्रा में विटामिन ए और सी पाया जाता हो।
- संक्रमित बच्चे के कपड़े, तौलिए, बर्तन अलग रखें और उन्हें उबाल कर धोएं। बच्चे के आस-पास की सतहों को नियमित रूप से सैनिटाइज करें, ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।
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खसरा होने पर क्या नहीं करना चाहिए- What not to do if you have measles
- खसरे में बुखार होने पर पेरासिटामोल या कोई भी अन्य पेन किलर देने से बचें।
- खांसी और बुखार जैसे लक्षण अगर लंबे समय तक बने रहते हैं, तो इसे बिल्कुल भी नजरअंदाज न करें।
- बच्चों में ऐस्पिरिन बिल्कुल न दें। ये दवा 'Reye's Syndrome' जैसी स्थिति का कारण बनता है।
- खसरे में पाचन तंत्र कमजोर हो जाता है, इसलिए ज्यादा तेल और मसाले वाला खाना देने से बचें।
- खसरे में आंखें संवेदनशील हो जाती हैं। ऐसे में तेज धूप या किसी तेज रोशनी में जाने से बचें।
- आंखों पर जोर न पड़े इसलिए मोबाइल और टीवी से दूरी बनाएं।
बच्चों में खसरे से बचाव का तरीका- How to prevent measles in children
डॉ. रुचि गोलाश खसरे जैसी संक्रामक बीमारी का इलाज रोकथाम है। MMR (Measles, Mumps, Rubella)टीका वैक्सीन के जरिए बच्चे को खसरे से बचाया जा सकता है। एमएमआर वैक्सीन की पहली खुराक 9-12 महीने में और दूसरी खुराक 16-24 महीने में दी जाती है।
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निष्कर्ष
बच्चे को खसरा होना एक गंभीर विषय है, लेकिन अगर समय पर सही देखभाल और डॉक्टरी इलाज के जरिए इसे कंट्रोल में किया जा सकता है। बच्चे को खसरा होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
FAQ
खसरा कितने दिन में ठीक होता है?
अगर किसी बच्चे को खसरा होता है तो ये बीमारी आमतौर पर 7 से 10 दिनों में ठीक हो जाती है। खसरा होने पर बच्चे को शुरुआती चरण में 3 से 4 दिनों तक बुखार, शरीर पर लाल चकत्ते की परेशानी होती है। लेकिन सही देखभाल और पूर्ण शारीरिक आराम के जरिए खसरा से 7 से 10 दिनों में आराम मिल जाता है।खसरा की बीमारी कैसे होती है?
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन पर प्रकाशित रिसर्च के अनुसार, खसरा की बीमारी Measles virus से होती है, जो संक्रमित व्यक्ति के खांसने, छींकने या हवा में फैले वायरस के कण के संपर्क में आने से हो सकती है। खसरा का वायरस सांस नली के जरिए शरीर में प्रवेश करता है। खसरा में बुखार, सर्दी, खांसी और आंखों में जलन के साथ शरीर पर लाल चकत्ते नजर आते हैं।खसरा से सामान्य लक्षण क्या हैं
खसरा के सामान्य लक्षणों में तेज बुखार, खांसी, नाक बहना, आंखों का लाल होना और शरीर पर लला चकत्ते नजर आते हैं। खसरा के कारण होने वाले चकत्ते गालों के अंदर सफेद दाने की तरह दिखते हैं और 3-5 दिन बाद पूरे शरीर पर लाल चकत्ते निकलते हैं।